JackFruit Farming: कटहल की खेती कैसे करें, ये सवाल आजकल हर उस किसान के मन में है जो कम लागत में लंबे समय तक मुनाफा चाहता है। कटहल, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा फल कहा जाता है, एक बार लगाने पर 20-50 साल तक फल देता है। ये फल और सब्जी दोनों के रूप में इस्तेमाल होता है, और बाजार में इसकी माँग हमेशा बनी रहती है।
कटहल की खेती कैसे करें, इसके लिए सही जानकारी और देसी तरीके अपनाएँ, तो 1 हेक्टेयर में 150-200 पौधे लगाकर सालाना 3-5 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है। भारत में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, केरल, और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर होती है। आइए, इसे विस्तार से समझें और जानें कि कटहल की खेती कैसे करें।
कटहल की खेती क्यों फायदेमंद है?
कटहल की खेती कैसे करें, ये समझने से पहले इसके फायदे जान लें। कटहल में विटामिन C, पोटैशियम, और फाइबर भरपूर होता है, जिससे इसकी माँग बढ़ रही है। ये सूखा सहन कर लेता है और कम देखभाल में भी अच्छी पैदावार देता है। एक पेड़ से 50-200 किलो तक फल मिलता है, और बाजार में कच्चा कटहल 20-40 रुपये प्रति किलो और पका हुआ 50-80 रुपये प्रति किलो बिकता है। ये एक बार लगाने पर कई पीढ़ियों तक कमाई का जरिया बनता है। साथ ही, इसकी लकड़ी भी फर्नीचर के लिए बिकती है।

खेत की तैयारी और मिट्टी का चयन
कटहल की खेती कैसे करें, इसके लिए सबसे पहले खेत तैयार करें। खेत को हल से 2-3 बार जोतकर मिट्टी को भुरभुरा बनाएँ। कटहल हर तरह की मिट्टी में उगता है, लेकिन बलुई दोमट मिट्टी इसके लिए सबसे अच्छी है। मिट्टी का pH 6-7 होना चाहिए। पानी का जमाव न हो, इसका खास ध्यान रखें, वरना जड़ें सड़ सकती हैं। प्रति हेक्टेयर 15-20 टन गोबर की सड़ी खाद डालें। 10×10 मीटर की दूरी पर 1x1x1 मीटर के गड्ढे खोदें, और इन्हें 15 दिन धूप में छोड़ दें। फिर मिट्टी और खाद के मिश्रण से भरें। सही तैयारी से पौधे की जड़ें मज़बूत बनती हैं।
सही किस्मों का चयन
कटहल की खेती कैसे करें, इसमें सही किस्म चुनना बहुत जरूरी है। कुछ बेहतरीन किस्में हैं:
- रसदार: मीठे और रसीले फल, 3-4 साल में फल देना शुरू।
- सिंगापुरी: छोटे और जल्दी तैयार फल, गर्मी में अच्छी पैदावार।
- खजवा: बड़े फल, सब्जी और फल दोनों के लिए मुफीद।
- बारहमासी: साल भर फल देने वाली उन्नत किस्म।
अपने इलाके के मौसम और मिट्टी के हिसाब से किस्म चुनें। ग्राफ्टेड पौधे लें, ताकि फल जल्दी आएँ।
बुवाई और रोपाई का तरीका
कटहल की खेती कैसे करें, इसके लिए बुवाई का सही समय जून-जुलाई या फरवरी-मार्च है। मानसून में रोपाई से पानी की बचत होती है। ग्राफ्टेड पौधों को 10×10 मीटर की दूरी पर लगाएँ, ताकि 1 हेक्टेयर में 100-150 पौधे आएँ। गड्ढों में 5 ग्राम ट्राइकोडर्मा मिलाएँ, ताकि फंगस से बचाव हो। पौधे को गड्ढे के बीच में रखकर मिट्टी से ढक दें और हल्की सिंचाई करें। सही रोपाई से पौधे जल्दी बढ़ते हैं।
पानी और खाद का प्रबंधन
कटहल की खेती कैसे करें, इसमें पानी और खाद का सही इस्तेमाल जरूरी है। शुरू में 10-15 दिन में एक बार 2-3 सेमी पानी दें। बड़े पेड़ों को सूखे में 20-25 दिन में सिंचाई करें। ड्रिप सिस्टम से पानी की बचत होती है। पहले साल प्रति पौधे 20 किलो गोबर खाद, 100 ग्राम यूरिया, 200 ग्राम SSP, और 100 ग्राम MOP डालें। हर साल खाद को 20 किलो और उर्वरक को 100 ग्राम बढ़ाएँ। 10 साल बाद 80-100 किलो गोबर खाद और 1-2 किलो उर्वरक दें। गोमूत्र और गुड़ का घोल हर 20 दिन में छिड़कें। सही प्रबंधन से फल बड़े और स्वादिष्ट बनते हैं।

छंटाई और देखभाल
कटहल की खेती कैसे करें, इसमें छंटाई बहुत जरूरी है। अप्रैल-मई में सूखी और टूटी टहनियाँ हटाएँ। पेड़ को 10-12 फीट की ऊँचाई तक रखें और पिरामिड आकार दें। फरवरी-मार्च में फूल आते हैं, और अप्रैल-मई में सब्जी के लिए फल तैयार होते हैं। जुलाई-अगस्त में पके फल मिलते हैं। नींदा हटाने के लिए साल में 2 बार गुड़ाई करें। सही देखभाल से पैदावार बढ़ती है।
कीट और रोग नियंत्रण
कटहल में फल सड़न (राइजोपस फंगस) और तना छेदक कीट बड़ी समस्या हैं। फंगस से बचने के लिए 2 ग्राम डाइथेन M-45 प्रति लीटर पानी में मिलाकर 15 दिन के अंतराल पर 2-3 छिड़काव करें। कीटों के लिए नीम का तेल (5 मिली प्रति लीटर) या गोमूत्र छिड़कें। फेरोमोन ट्रैप 10 प्रति हेक्टेयर लगाएँ। प्राकृतिक तरीकों से फसल सुरक्षित रहती है।
कटाई और पैदावार
कटहल की खेती कैसे करें, इसमें कटाई का सही समय जानना जरूरी है। सब्जी के लिए मई-जून में मध्यम फल तोड़ें, जब डंठल गहरा हरा और गूदा कठोर हो। पके फल जुलाई-अगस्त में 100-120 दिन बाद काटें। एक पेड़ से 50-200 किलो फल मिलता है। 1 हेक्टेयर से 10-20 टन पैदावार हो सकती है। सही समय पर कटाई से स्वाद और दाम दोनों बढ़ते हैं।

मुनाफा और बाजार
कटहल की खेती कैसे करें, इसका जवाब मुनाफे में छिपा है। 1 हेक्टेयर में लागत 40-50 हज़ार रुपये आती है। बाजार में कच्चा कटहल 20-40 रुपये/किलो और पका हुआ 50-80 रुपये/किलो बिकता है। 10 टन पैदावार से 3-5 लाख रुपये की कमाई हो सकती है। अचार, चिप्स, और जैम बनाकर मुनाफा बढ़ाया जा सकता है। विदेशों में भी इसकी माँग बढ़ रही है।
सावधानियाँ और टिप्स
- पानी का जमाव न होने दें।
- गर्मी में मल्चिंग करें।
- ग्राफ्टेड पौधे 3-4 साल में फल देते हैं, बीज वाले 6-8 साल में।
- फल गिरने से बचाने के लिए सूक्ष्म पोषक तत्व (10 किलो/हेक्टेयर) डालें।
ये भी पढ़ें- कीजिए ये जबदस्त उपाय, अमरुद के फूल, फल में तेजी से बदलेंगे, लद जाएंगी सभी डालियाँ