जुलाई में गर्मी और बारिश की दोहरी मार! शाम को न किए ये 2 काम तो सूख जाएंगे आपके गमले के पौधे

Kitchen Garden Tips For Maansoon: आज जब उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बारिश ने राहत दी है, वहीं कुछ जगहों पर गर्मी की तपिश अभी भी परेशानी का सबब बनी हुई है। ऐसे में जो लोग किचन गार्डन का शौक रखते हैं, उनके लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। कई जगहों पर गर्मी की वजह से पौधे मुरझा रहे हैं, और अगर समय रहते इनकी देखभाल न की गई, तो ये सूख भी सकते हैं। लेकिन चिंता न करें, अगर आप अपने किचन गार्डन को हरा-भरा बनाए रखना चाहते हैं, तो कुछ आसान उपायों से पौधों को बचा सकते हैं। इससे न सिर्फ़ आपकी सब्जियाँ और सजावटी पौधे सुरक्षित रहेंगे, बल्कि उनकी ग्रोथ भी बेहतर होगी।

किचन गार्डन के नाजुक पौधों की परेशानी

किचन गार्डन में लोग अक्सर टमाटर, मिर्च, धनिया जैसे सब्जी के पौधे या फिर गुलाब, मोगरा जैसे सजावटी पौधे लगाते हैं। ये पौधे बेहद नाजुक होते हैं और तपती धूप या भीषण गर्मी उन्हें मुरझाने पर मजबूर कर देती है। खासकर जब बारिश और गर्मी साथ-साथ चल रही हो, तो पौधों की जड़ों में नमी और गर्मी का असर पड़ता है। किचन गार्डन एक्सपर्ट मोहम्मद आलम कहते हैं कि अगर इनकी सही देखभाल न की जाए, तो ये पौधे सूखकर बेकार हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने गार्डन की दिनचर्या में कुछ बदलाव करें ताकि पौधे फिर से हरे-भरे दिखें।

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शाम की देखभाल से पौधों को नई जिंदगी

अगर आपके किचन गार्डन के पौधे मुरझा रहे हैं, तो शाम के वक्त उनकी देखभाल शुरू करें। पहले पौधों की जड़ों के पास हल्की गुड़ाई करें, ताकि मिट्टी हवादार हो जाए और पानी अच्छे से पहुँचे। इसके बाद सूरज ढलने के बाद हल्की सिंचाई करें, लेकिन इतनी ही कि सुबह तक पानी सूख जाए। ज्यादा पानी न डालें, क्योंकि जल भराव दिन की गर्मी में जड़ों को नुकसान पहुँचा सकता है। ये तरीका खासकर टमाटर और मिर्च जैसे नाजुक पौधों के लिए कारगर है, जो गर्मी में जल्दी मुरझाते हैं।

हर 15 दिन में करें ये खास काम

पानी सूखने के 3-4 दिन बाद फिर से पौधों की जड़ों के पास हल्की गुड़ाई करें। हर पौधे के लिए एक मुट्ठी वर्मी कंपोस्ट डालें, जो मिट्टी को ताकत देगा और पौधों को नई ऊर्जा। इसके बाद फिर से शाम को हल्की सिंचाई करें। मोहम्मद आलम बताते हैं कि इस प्रक्रिया से 3-4 दिनों में आपका किचन गार्डन फिर से हरा-भरा नजर आएगा। इसे हर 15-20 दिन के अंतराल पर दोहराएँ, ताकि पौधों को लगातार पोषण मिले और वे गर्मी की मार से बचें।

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गर्मी से बचाव के और टिप्स

गर्मी में किचन गार्डन की देखभाल के लिए कुछ और देसी उपाय भी आजमाएँ। सुबह और दोपहर में पौधों पर पुराने कपड़े या जूट के बोरे से छाया करें, ताकि धूप सीधे न पड़े। अगर बारिश हो रही हो, तो खेत या गमलों में पानी जमा न होने दें, क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं। धनिया और पुदीने जैसे हर्ब्स के लिए थोड़ा ज्यादा ध्यान दें, क्योंकि ये गर्मी में जल्दी प्रभावित होते हैं। समय-समय पर पत्तियों को चेक करें और मुरझाई पत्तियाँ हटा दें, ताकि नई ग्रोथ को बढ़ावा मिले।

किचन गार्डन से लें फायदा

अपने किचन गार्डन को बचाकर आप न सिर्फ़ ताजा सब्जियाँ पा सकते हैं, बल्कि परिवार की सेहत भी सुधार सकते हैं। गर्मी और बारिश के इस मौसम में थोड़ी मेहनत से पौधों को हरा-भरा रखना आसान है। मोहम्मद आलम की सलाह मानें और नियमित देखभाल करें। इससे आपका गार्डन न सिर्फ़ सुंदर रहेगा, बल्कि आपकी थाली में भी स्वादिष्ट सब्जियाँ आएँगी। तो देर न करें, आज से ही अपने किचन गार्डन की देखभाल शुरू करें और इस गर्मी को हरियाली में बदल दें।

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  • Rahul

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं krishitak.com पर लेखक हूं, जहां मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाओं पर केंद्रित आर्टिकल लिखता हूं। अपनी रुचि और विशेषज्ञता के साथ, मैं पाठकों को लेटेस्ट और उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता हूं।

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