Lobia Ki Kheti : लोबिया प्रोटीन का धनी स्रोत है और किसान भाइयों के लिए नकदी फसल का तोहफा। ये फलीदार पौधा मैदानी इलाकों में फरवरी से अक्टूबर तक उगाया जाता है। इसकी पतली-लंबी फलियाँ कच्ची सब्जी और पकी दाल के काम आती हैं। हरी फलियाँ, सूखे बीज, हरी खाद और चारा लोबिया हर रूप में फायदेमंद है। पूरे भारत में ये वार्षिक फसल कमाई का जरिया बन रही है। अगर आप भी लोबिया उगाना चाहते हैं और शंभू किस्म का बीज लेना चाहते हैं, तो राष्ट्रीय बीज निगम (एनएससी) की वेबसाइट पर सस्ते में मिलेगा। चलिए, लोबिया की खेती और इसके फायदे समझते हैं।
बीज कहाँ से लें
अब किसान भाई पारंपरिक फसलों के साथ-साथ दलहन फसलों की खेती बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। लोबिया से बंपर कमाई हो रही है। इसके लिए एनएससी ऑनलाइन शंभू किस्म का बीज बेच रहा है। आप इसे वेबसाइट से ऑर्डर कर घर मँगवा सकते हैं। 100 ग्राम बीज 33% छूट के साथ सिर्फ 81 रुपये में मिल रहा है। सस्ता बीज, आसान खेती और मोटा मुनाफा ये मौका हाथ से न जाने दें।
शंभू किस्म की खासियत
शंभू लोबिया की उन्नत किस्म है। ये बैक्टीरियल ब्लाइट से लड़ने में माहिर है। बसंत, गर्मी और बारिश तीनों मौसम में इसकी बुवाई हो सकती है। इसकी फलियाँ हल्की हरी, मोटी और गूदेदार होती हैं, जो 20-22 सेमी लंबी होती हैं। प्रति हेक्टेयर 100-120 क्विंटल पैदावार देती है। बाजार में इसकी हरी फलियाँ और दाल अच्छे दाम पर बिकती हैं। शंभू किस्म कम मेहनत में ज्यादा फायदा देती है।
मिट्टी और बुवाई का सही तरीका
लोबिया के लिए दोमट मिट्टी बेस्ट है। खेत समतल हो और पानी की निकासी ठीक हो। खेत को पहले मिट्टी पलटने वाले हल से जोतें, फिर 2 बार देसी हल या कल्टीवेटर से तैयार करें। बुवाई में देरी न करें, वरना फूल कम आएँगे और पैदावार घटेगी। सब्जी और अनाज के लिए 20-25 किलो बीज, चारे के लिए 30-40 किलो बीज प्रति हेक्टेयर काफी है। पंक्तियों में 45-60 सेमी दूरी रखें। गर्मी में 5-7 दिन और बारिश में जरूरत पड़ने पर सिंचाई करें।
देखभाल के टिप्स
बुवाई के बाद खरपतवार पर नजर रखें। पहली निराई 20-25 दिन बाद करें। गोबर खाद (10-15 टन प्रति हेक्टेयर) और 50 किलो नाइट्रोजन, 50 किलो फॉस्फोरस डालें। बुवाई के 30 दिन बाद 25 किलो नाइट्रोजन और डालें। कीटों से बचाने के लिए नीम तेल (2 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी) का छिड़काव करें। फलियाँ आने पर पानी की कमी न हो। ये छोटी मेहनत पैदावार को दोगुना कर सकती है।
मुनाफा
किसान भाइयों, लोबिया की खेती शुरू करें। एनएससी से शंभू बीज लें, दोमट मिट्टी में बोएँ और सही देखभाल करें। फरवरी से अक्टूबर तक ये फसल आपको प्रोटीन के साथ मुनाफा देगी। सब्जी, दाल, चारा और हरी खाद हर रूप में फायदा। खेत को हरा-भरा रखें और जेब भरें। ये छोटी मेहनत बड़ा नतीजा देगी!
ये भी पढ़ें- खरीफ सीजन में उगाएं ये बेस्ट फसलें, कम समय में तिजोरी भर जाएगी नोटों से