गमलों में डालें केले के छिलके की खाद, इतने आयेंगे फूल की चौंक जाएंगे!

Gardening Tips: घर की बालकनी या आंगन में लगे गमले के पौधे न सिर्फ हरियाली लाते हैं, बल्कि मन को भी सुकून देते हैं। चमेली, गुलाब, मोगरा, या तुलसी जैसे पौधों को हरा-भरा और फूलों से लदा रखने के लिए सही पोषण जरूरी है। बाजार की केमिकल युक्त खादें महंगी होती हैं और पौधों को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। लेकिन किचन में मौजूद केले के छिलके एक ऐसी ऑर्गेनिक खाद बना सकते हैं, जो पौधों को पोषण देती है और मिट्टी की सेहत सुधारती है। आइए जानें इस खाद को बनाने और इस्तेमाल करने की आसान विधि।

केले के छिलकों की खासियत

केले के छिलके पोटैशियम, फास्फोरस, और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। ये तत्व पौधों की जड़ों को मजबूत करते हैं, पत्तियों को चमकदार बनाते हैं, और फूलों की संख्या बढ़ाते हैं। ये छिलके मिट्टी में नमी बनाए रखते हैं, जिससे गर्मी में पौधों को ठंडक मिलती है। ऑर्गेनिक होने की वजह से ये खाद पर्यावरण के लिए सुरक्षित है और रासायनिक खादों की तुलना में सस्ती भी है। गमले के पौधों, जैसे फूलों, सब्जियों, या औषधीय पौधों के लिए ये खाद किसी वरदान से कम नहीं है।

खाद बनाने की सरल विधि

इस प्राकृतिक खाद को बनाने के लिए आपको केवल केले के छिलके, पानी और एक बर्तन की आवश्यकता होगी। सबसे पहले केले के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। अब एक बर्तन में पानी उबालें और इन कटे हुए छिलकों को उबलते पानी में डाल दें। करीब 15-20 मिनट तक इसे उबलने दें। इसके बाद गैस बंद कर दें और इस मिश्रण को ठंडा होने के लिए रख दें।

ठंडा होने के बाद इस पानी को छान लें और छिलकों को अलग कर दें। यह पानी आप सीधे पौधों में डाल सकते हैं। वहीं छिलकों को 3-4 दिन तक सूखने के लिए रख दें। सूख जाने के बाद इन्हें मिट्टी में मिलाकर खाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं। इस प्रक्रिया से बनी खाद पौधों के लिए अमृत समान होती है।

खाद का सही इस्तेमाल

तैयार खाद को गमले की मिट्टी में हल्के से मिलाएं। छोटे गमलों में एक चम्मच और बड़े गमलों में 2-3 चम्मच खाद पर्याप्त है। हफ्ते में दो बार इस खाद का उपयोग करें। खाद डालने के बाद हल्का पानी डालें, ताकि पोषक तत्व जड़ों तक पहुंचें। ये खाद मिट्टी में नमी बनाए रखती है, जिससे गर्मी में बार-बार सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती। अगर पौधे की बढ़त रुकी हो या फूल कम आ रहे हों, तो ये खाद पौधे को नई जान देगी। पत्तियां हरी और चमकदार हो जाएंगी।

अतिरिक्त फायदे

केले के छिलकों की खाद मिट्टी में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाती है, जो उर्वरता को बेहतर बनाते हैं। ये फफूंद और छोटे कीटों को भी दूर रखती है, जिससे पौधे स्वस्थ रहते हैं। चमेली, गुलाब, और मोगरे जैसे पौधों में फूलों की संख्या बढ़ाने में ये खाद बहुत कारगर है। छिलकों का पानी मिट्टी को नम रखता है, जिससे पौधों को गर्मी में राहत मिलती है। ये खाद तुलसी, पुदीना, या गमले में उगाई जाने वाली सब्जियों के लिए भी उतनी ही फायदेमंद है।

ये भी पढ़ें- घर की छत से शुरू करें हर्बल बिज़नेस, कम निवेश में शानदार मुनाफ़ा

Author

  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और मैंने संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं Krishitak.com का संस्थापक और प्रमुख लेखक हूं। पिछले 3 वर्षों से मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाएं, और ग्रामीण भारत से जुड़े विषयों पर लेखन कर रहा हूं।

    Krishitak.com के माध्यम से मेरा उद्देश्य है कि देशभर के किसानों तक सटीक, व्यावहारिक और नई कृषि जानकारी आसान भाषा में पहुँचे। मेरी कोशिश रहती है कि हर लेख पाठकों के लिए ज्ञानवर्धक और उपयोगी साबित हो, जिससे वे खेती में आधुनिकता और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकें।

    View all posts

Leave a Comment