इस नए तरीके से उगाईये मशरूम : 10×10 फीट के कमरे से कमाई होगी 5 लाख रूपये सालाना

किसान भाइयों और घर से कमाई चाहने वालों, लकड़ी के बुरादे से मशरूम की खेती शुरू करें और लाखों रुपये कमाएँ। ऑयस्टर मशरूम की खेती छोटी जगह, कम लागत में शुरू हो सकती है। 45-60 दिन में फसल तैयार होती है, और बाजार में 100-200 रुपये प्रति किलो बिकती है। 10×10 फीट के कमरे में 2-3 टन मशरूम उगाकर सालाना 3-5 लाख रुपये की कमाई संभव है। ये तरीका उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश में लोकप्रिय है। लकड़ी का बुरादा सस्ता और आसानी से मिल जाता है, जिससे खेती किफायती हो जाती है। आइए जानें कैसे शुरू करें।

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मशरूम खेती की खासियत

ऑयस्टर मशरूम लकड़ी के बुरादे पर आसानी से उगता है, क्योंकि ये नमी और पोषक तत्वों को अच्छे से सोखता है। बुरादा हल्का, सस्ता और पर्यावरण के लिए सुरक्षित है। एक छोटे कमरे में रैक बनाकर 200-300 बैग मशरूम उगा सकते हैं। मशरूम में प्रोटीन, विटामिन भरपूर होते हैं, और इसकी माँग होटल, सुपरमार्केट, रेस्तराँ में बढ़ रही है। लागत 5,000-10,000 रुपये से शुरू होकर 10-20 गुना मुनाफा देती है। ये खेती साल भर की जा सकती है, बस तापमान और नमी का ध्यान रखें। छोटे किसान, गृहिणियाँ, युवा इसे आसानी से शुरू कर सकते हैं।

कमरे की तैयारी और रैक

मशरूम की खेती के लिए 10×10 फीट का कमरा तैयार करें। कमरा हवादार, कम रोशनी वाला हो। खिड़कियों पर जाली लगाएँ ताकि कीट न आएँ। लकड़ी या बाँस से 4-5 फीट ऊँचे रैक बनाएँ, जिसमें 3-4 स्तर हों। हर स्तर पर 1 फीट दूरी रखें। रैक की लागत 2,000-3,000 रुपये आती है। कमरे को फिनाइल से धोएँ और फर्श पर चूने का पाउडर छिड़कें। तापमान 20-25 डिग्री और नमी 80-90% रखें। ह्यूमिडिफायर या पानी का छिड़काव करें। साफ-सफाई से फसल रोगमुक्त रहती है। रैक जगह बचाते हैं और ज्यादा बैग रखने में मदद करते हैं।

लकड़ी के बुरादे का पैकेट और बीज

लकड़ी का बुरादा (20-30 रुपये/किलो) बढ़ई, फर्नीचर दुकानों से लें। बुरादे को 12-15 घंटे पानी में भिगोएँ, फिर निचोड़कर सुखाएँ। 10 किलो बुरादे में 1 किलो जिप्सम और 200 ग्राम यूरिया मिलाएँ। इसे 20-25 दिन ढककर रखें ताकि कंपोस्ट तैयार हो। ऑयस्टर मशरूम का स्पॉन (150-200 रुपये/किलो) कृषि केंद्र या ऑनलाइन (Amazon, IndiaMART) से लें। 1 किलो स्पॉन 10 किलो बुरादे के लिए काफी है। तैयार कंपोस्ट को 18×24 इंच के प्लास्टिक बैग में भरें। हर बैग में 4-5 किलो बुरादा और 200 ग्राम स्पॉन डालें। बैग में 10-12 छोटे छेद करें। 50 बैग की लागत 2,000-3,000 रुपये आती है।

खेती और देखभाल

बैग को रैक पर रखें। पहले 15 दिन अंधेरे में रखें ताकि माइसेलियम फैले। दिन में 2-3 बार पानी छिड़ककर नमी बनाए रखें। 15 दिन बाद हल्की हवा के लिए पंखा चलाएँ और 10-12 घंटे कम रोशनी दें। नीम का तेल (5 मिलीलीटर/लीटर पानी) छिड़ककर कीटों से बचाएँ। साफ-सफाई रखें ताकि फंगस न लगे। 30-45 दिन में मशरूम उगने शुरू होते हैं। एक बैग से 2-3 किलो मशरूम 2-3 बार में मिलता है। देखभाल आसान है और छोटे कमरे में ज्यादा उत्पादन होता है।

कटाई और बिक्री

45-60 दिन में मशरूम कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं। मशरूम की टोपी पूरी खुलने से पहले सुबह काटें। साफ चाकू से काटकर पॉलिथीन बैग में पैक करें। 1-2 दिन में बेचें ताकि ताजगी बनी रहे। लोकल मंडी, होटल, किराना स्टोर में बेचें। BigBasket, Amazon Fresh जैसे प्लेटफॉर्म भी अच्छा विकल्प हैं। ऑयस्टर मशरूम 100-200 रुपये/किलो बिकता है। ऑर्गेनिक होने पर 250-300 रुपये/किलो मिलता है। सोशल मीडिया और WhatsApp से मार्केटिंग करें। FSSAI सर्टिफिकेशन लेने से दाम बढ़ते हैं। नियमित ग्राहक बनाएँ, जैसे रेस्तराँ और हेल्थ स्टोर।

कमाई का हिसाब

10×10 फीट कमरे में 200 बैग लगाए जा सकते हैं। एक बैग से 2-3 किलो मशरूम मिलता है, यानी 200 बैग से 400-600 किलो। 400 किलो को 150 रुपये/किलो के हिसाब से बेचने पर 60,000 रुपये प्रति फसल मिलते हैं। साल में 3-4 फसल (8-10 महीने) से 1.8-2.4 लाख रुपये की कमाई होती है। लागत में रैक (3,000 रुपये), बुरादा, स्पॉन, बिजली, मजदूरी पर 10,000-15,000 रुपये प्रति फसल खर्च होते हैं, यानी सालाना 30,000-45,000 रुपये। शुद्ध मुनाफा 1.5-2 लाख रुपये सालाना बचता है। बड़े स्तर पर (500 बैग) 5-7 लाख रुपये कमाई हो सकती है। बुरादे से बनी खाद बेचकर 5,000-10,000 रुपये अतिरिक्त कमाएँ।

सावधानियाँ और टिप्स

ताजे बुरादे और स्पॉन इस्तेमाल करें, पुराने बीज से उपज कम होती है। तापमान 25 डिग्री से ज्यादा न होने दें। कृषि विश्वविद्यालय या KVK से ट्रेनिंग लें। छोटे स्तर (50 बैग) से शुरू करें। सरकारी योजनाओं से 50% सब्सिडी लें। मशरूम की खेती में साफ-सफाई बहुत जरूरी है, क्योंकि गंदगी से रोग लग सकते हैं। शुरुआत में मार्केटिंग पर ध्यान दें, लोकल होटल और दुकानों से संपर्क करें। धीरे-धीरे ग्राहक बढ़ते हैं, और कमाई स्थिर हो जाती है। लकड़ी के बुरादे से मशरूम की खेती सस्ती, आसान और मुनाफे वाली है। अपने घर के एक कोने से शुरू करें, और लाखों की कमाई का सपना पूरा करें।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र पिछले तिन साल से पत्रकारिता कर रहा हूँ मै ugc नेट क्वालीफाई हूँ भूगोल विषय से मै एक विषय प्रवक्ता हूँ , मुझे कृषि सम्बन्धित लेख लिखने में बहुत रूचि है मैंने सम्भावना संस्थान हिमाचल प्रदेश से कोर्स किया हुआ है |

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