धान की इस मंसूरी किस्म से होगी लाजवाब पैदावार, जानिए कहां से खरीदें बीज

Nati Mansuri Variety MTU 7029: खरीफ सीजन शुरू हो चुका है और देश के ज्यादातर राज्यों में किसान धान की खेती में जुट गए हैं। जुलाई का महीना धान की रोपाई के लिए सबसे मुफीद है। कई किसान अब भी जुलाई के अंत तक बुवाई करते हैं और ऐसी धान की किस्म ढूंढ रहे हैं, जो जल्दी तैयार हो और कम पानी में अच्छी फसल दे।

ऐसे किसानों के लिए राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) लेकर आया है MTU-7029, जिसे छोटी मंसूरी या नटई मंसूरी के नाम से भी जाना जाता है। यह किस्म कम पानी में बंपर पैदावार देती है और इसका चावल स्वाद में लाजवाब है। राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर यह बीज 20 फीसदी छूट के साथ उपलब्ध है, साथ ही 7 जुलाई 2025 तक फ्री जैकेट का ऑफर भी है।

MTU-7029: कम पानी, ज्यादा मुनाफा

MTU-7029 धान की एक उन्नत हाइब्रिड किस्म है, जो खरीफ सीजन में जुलाई के अंत तक बुवाई के लिए उपयुक्त है। यह किस्म सिंचित खेतों के लिए बनाई गई है और कम पानी में भी अच्छी फसल देती है। इसकी खासियत है रोगों से लड़ने की ताकत और बंपर पैदावार। इसका चावल स्वादिष्ट होने की वजह से स्थानीय मंडियों और बड़े बाजारों में अच्छी कीमत मिलती है। उत्तर प्रदेश और बिहार के कई किसानों ने इस किस्म को अपनाकर अपनी कमाई बढ़ाई है। यह किस्म 100-110 दिन में पककर तैयार हो जाती है, जो देर से बुवाई करने वाले किसानों के लिए वरदान है।

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ऑनलाइन बीज खरीद, फ्री जैकेट का मौका

राष्ट्रीय बीज निगम ने किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन बीज वितरण शुरू किया है। MTU-7029 के 30 किलो का पैकेट 20 फीसदी छूट के साथ 1700 रुपये में उपलब्ध है। इसे ONDC के ऑनलाइन स्टोर या NSC की वेबसाइट nsc.gov.in से खरीदा जा सकता है। खरीदने पर डिलीवरी सीधे घर पर होगी। खास बात यह है कि 7 जुलाई 2025 तक हर पैकेट के साथ फ्री जैकेट का ऑफर है। इसके अलावा ONDC स्टोर पर गेहूं, मक्का, और अन्य फसलों के बीज भी रियायती दरों पर मिल रहे हैं। किसान ऑनलाइन ऑर्डर कर समय और मेहनत बचा सकते हैं।

खेत की तैयारी और बुवाई का तरीका

धान की खेती शुरू करने से पहले खेत को अच्छे से तैयार करना जरूरी है। खेत को दो बार जोतकर समतल करें और गोबर की सड़ी खाद डालें। अगर आप सीधी बुवाई कर रहे हैं, तो खेत में हल्की नमी रखें। यह तरीका गेहूं की बुवाई जैसा है। बीज को 20-25 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से बोएं। अगर परंपरागत रोपाई कर रहे हैं, तो नर्सरी में पौधे तैयार करें। नर्सरी के लिए 10-12 किलो बीज प्रति हेक्टेयर काफी है। खेत में 2-3 इंच पानी जमा करें और 25-30 दिन पुराने पौधों की रोपाई करें। जल निकासी का इंतजाम रखें, ताकि ज्यादा पानी फसल को नुकसान न पहुंचाए।

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देखभाल और कीट नियंत्रण

धान की फसल को खरपतवार से बचाने के लिए बुवाई या रोपाई के 15-20 दिन बाद निराई-गुड़ाई करें। कीटों से बचाव के लिए नीम की खली या गौमूत्र का छिड़काव करें। MTU-7029 रोग प्रतिरोधी है, लेकिन फिर भी पत्तियों पर धब्बे या अन्य लक्षण दिखें, तो नजदीकी कृषि केंद्र से सलाह लें। कम पानी में खेती के लिए हर 5-7 दिन में हल्की सिंचाई करें। मिट्टी की जांच करवाकर सही खाद का इस्तेमाल करें, ताकि पैदावार बढ़े।

कमाई का मौका

MTU-7029 से एक हेक्टेयर में 40-50 क्विंटल धान की पैदावार हो सकती है। बाजार में इसका चावल 2000-2500 रुपये प्रति क्विंटल बिकता है। यानी एक सीजन में 80 हजार से 1.25 लाख रुपये की कमाई हो सकती है। इस किस्म की मांग हाट-बाजारों और बड़े शहरों में बनी रहती है। सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) योजना के तहत भी धान की खरीद होती है, जो 2024-25 के लिए 2300 रुपये प्रति क्विंटल तय है।

खरीफ 2025 में धान की खेती के लिए MTU-7029 जैसे उन्नत बीज चुनें। NSC की वेबसाइट या ONDC स्टोर से समय पर बीज मंगवाएं। 7 जुलाई तक की फ्री जैकेट ऑफर का फायदा उठाएं। मिट्टी की जांच और जैविक खेती के तरीकों को अपनाकर लागत कम करें। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से MSP और सब्सिडी की जानकारी लें। धान की खेती से अपने खेत को हरा-भरा करें और अच्छी कमाई का मौका पाएं।

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  • Shashikant

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