भिंडी की बुवाई से पहले मिट्टी में डालें ये 2 चीजें, नहीं तो तनों पर हमला करेगा खतरनाक कीट

Okra Farming Tips : आजकल गर्मियों का मौसम शुरू होते ही हमारे गाँव के किसान भाई भिंडी की बुवाई में जुट गए हैं। मार्च का महीना इसके लिए सबसे सही वक्त माना जाता है, क्योंकि इस समय भिंडी के पौधे अच्छे से बढ़ते हैं और कम खर्च में फसल तैयार हो जाती है। ये फसल न सिर्फ जल्दी तैयार होती है, बल्कि अच्छी कमाई का रास्ता भी खोलती है। लेकिन एक बात का ध्यान रखना जरूरी है कि भिंडी में कीटों का हमला आम बात है। अगर आप सही वक्त पर इन कीटों से अपनी फसल को बचा लें, तो मुनाफा पक्का है। चलिए, हम आपको बताते हैं कि भिंडी की खेती को कैसे आसान और फायदेमंद बनाया जा सकता है।

भिंडी की खेती का सही तरीका

भिंडी की खेती के लिए खेत को पहले अच्छे से तैयार कर लीजिए। मिट्टी को जोतकर ढीला कर दें और उसमें गोबर की खाद डाल दें। इसके बाद बीज बोने से पहले मेड़ बना लें। मार्च में बोई गई भिंडी गर्मी में अच्छे से फलती-फूलती है। बुवाई के 10-15 दिन बाद पहला पानी दीजिए और पौधों को बढ़ने दें। ये फसल 40-50 दिन में तैयार हो जाती है, जिसे आप मंडी में बेचकर ठीक-ठाक कमाई कर सकते हैं। गाँव में कई किसान भाई इसे आजमाकर देख चुके हैं और उनकी मेहनत रंग ला रही है।

कीटों से बचाव है जरूरी

भिंडी की फसल में कीटों का खतरा हमेशा बना रहता है। खासकर कटवा कीट, जो पौधों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। ये कीट इतना शातिर होता है कि पौधे के तने को जड़ से काट देता है, और देखते ही देखते पौधा जमीन पर गिर जाता है। अगर इसका वक्त पर इलाज न किया जाए, तो सारी मेहनत बेकार हो सकती है। कृषि विज्ञान के जानकार बताते हैं कि भिंडी की खेती से अच्छी कमाई तभी होगी, जब आप इन कीटों से फसल को बचा लें। तो देर मत कीजिए, सही उपाय अपनाइए और अपनी फसल को सुरक्षित रखिए।

कटवा कीट से कैसे निपटें

कटवा कीट से बचने के लिए आपको खेत में कुछ खास करना होगा। इसके लिए थिमैट 10 जी (Thimet 10G) या कार्बोफ्यूरान 3 जी (Carbofuran 3G) नाम की दवा लें। इसे 10 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से मिट्टी में अच्छे से मिला दीजिए। ये दवा कीट को जड़ से खत्म कर देगी और आपके पौधे सुरक्षित रहेंगे। ये तरीका बहुत आसान है और गाँव में कई किसान इसे आजमा चुके हैं। लेकिन एक बात का ध्यान रखिए कि इस दवा को बुवाई के वक्त या पौधे छोटे होने पर ही डालें, ताकि कीट शुरू से ही काबू में रहे।

दवा डालने का सही वक्त और सावधानी

दवा डालना तो ठीक है, लेकिन भिंडी तोड़ते वक्त थोड़ी सावधानी बरतनी पड़ेगी। कीटनाशक डालने के बाद कम से कम 5 दिन तक इंतजार कीजिए, फिर भिंडी की तोड़ाई शुरू करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि दवा का असर कुछ दिन तक रहता है। अगर जल्दबाजी में तोड़ लिया, तो सेहत को नुकसान हो सकता है। गाँव में लोग इसे खूब खाते हैं, तो उनकी सेहत का भी ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है। सही वक्त पर तोड़ी गई भिंडी न सिर्फ सुरक्षित होगी, बल्कि बाजार में अच्छा दाम भी दिलाएगी।

कम मेहनत, ज्यादा फायदा

भिंडी की खेती का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें मेहनत कम लगती है और फायदा ज्यादा मिलता है। गर्मियों में जब दूसरी फसलें मुश्किल से उगती हैं, तब भिंडी आपके खेत को हरा-भरा रखती है। कीटों से बचाव के लिए बस थोड़ा ध्यान दीजिए, बाकी ये फसल खुद-ब-खुद बढ़ती चली जाती है। मंडी में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है, तो आपकी कमाई का रास्ता भी खुला रहता है। गाँव के किसान भाइयों के लिए ये एक ऐसा मौका है, जिसे हाथ से नहीं जाने देना चाहिए।

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं krishitak.com पर लेखक हूं, जहां मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाओं पर केंद्रित आर्टिकल लिखता हूं। अपनी रुचि और विशेषज्ञता के साथ, मैं पाठकों को लेटेस्ट और उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता हूं।

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