Papaya Cultivate Tips: अगर आप पपीते की खेती करने की सोच रहे हैं, तो सही किस्म और मौसम का चुनाव बेहद जरूरी है। पपीते की खेती उन्हीं महीनों में करनी चाहिए, जब तापमान और नमी फसल के अनुकूल हो, ताकि पौधों में रोगों का असर कम से कम हो।
अभी करें नर्सरी की तैयारी
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के वरीय वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार सिंह के अनुसार, फरवरी का महीना नर्सरी लगाने के लिए सबसे उपयुक्त समय है। जो किसान पपीता लगाना चाहते हैं, उन्हें अभी नर्सरी तैयार कर लेनी चाहिए। जैसे ही मार्च और अप्रैल का महीना शुरू हो, तो पौधों को खेत में ट्रांसप्लांट कर देना चाहिए। इससे पौधों की जड़ें मिट्टी में अच्छी तरह बैठ जाती हैं और फसल की उत्पादकता बढ़ती है।
नर्सरी के लिए सही जगह का चयन
नर्सरी लगाने के लिए सही जगह का चयन करना बहुत जरूरी है। नर्सरी का स्थान जलभराव से मुक्त होना चाहिए और वहां पर्याप्त धूप मिलनी चाहिए। पानी की सुविधा पास में होनी चाहिए ताकि सिंचाई में कोई दिक्कत न हो। नर्सरी को पालतू और जंगली जानवरों से भी सुरक्षित रखना चाहिए, ताकि पौधों को कोई नुकसान न पहुंचे।
बीज और उपचार की सही विधि
महंगे बीजों को सीधे खेत में लगाने की बजाय पहले नर्सरी में तैयार करना फायदेमंद होता है। इससे बीजों का नुकसान कम होता है और पौधों की ग्रोथ भी अच्छी होती है। एक हेक्टेयर खेती के लिए लगभग 500 ग्राम बीज पर्याप्त होते हैं, जबकि रेड लेडी जैसी किस्मों के लिए 100 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है। बीज को बोने से पहले फंगल संक्रमण से बचाने के लिए 3 ग्राम केप्टान से उपचारित करना चाहिए। बीज बोने के बाद उन्हें हल्की मिट्टी से ढकना चाहिए और लगातार नमी बनाए रखनी चाहिए।
नर्सरी लगाने के फायदे
नर्सरी से तैयार पौधों को खेत में लगाने के कई फायदे होते हैं। इससे फसल जल्दी तैयार होती है और विपरीत परिस्थितियों में भी पौधे बचाए जा सकते हैं। इससे समय की बचत होती है और पैदावार भी अच्छी मिलती है। अगर आप पपीते की खेती से अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो अभी से नर्सरी तैयार करने की योजना बना लें।
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