पशुपालन एवं मछली पालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना (BAHFKCC): गाँव की समृद्धि का आधार

Pashu Kisan Credit Card Scheme: भारत के गाँवों में पशुपालन और मछली पालन आजीविका के प्रमुख साधन हैं, जो किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पशुपालन एवं मछली पालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना (BAHFKCC), जो किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) का हिस्सा है और बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा विशेष रूप से पशुपालन और मत्स्य पालन के लिए डिज़ाइन की गई है, किसानों को सस्ती ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करती है। उत्तर प्रदेश, बिहार, और हरियाणा जैसे राज्यों में यह योजना डेयरी, मुर्गीपालन, बकरी पालन, और मछली पालन को बढ़ावा दे रही है। यह योजना गाँव के छोटे और सीमांत किसानों के लिए वित्तीय सहायता का एक मजबूत आधार बनाती है।

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योजना का मकसद: पशुपालकों और मत्स्य पालकों का सशक्तिकरण

पशुपालन एवं मछली पालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना (BAHFKCC) 2018-19 में शुरू की गई, जब भारत सरकार ने KCC सुविधा को पशुपालन और मत्स्य पालन तक विस्तारित किया। बैंक ऑफ बड़ौदा इसे Animal Husbandry and Fisheries Kisan Credit Card (BAHFKCC) के नाम से संचालित करता है। इसका उद्देश्य पशु, पक्षी, मछली, झींगा, और अन्य जलीय जीवों के पालन के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक ऋण प्रदान करना है। बैंक ऑफ बड़ौदा की वेबसाइट के अनुसार, यह योजना 10 लाख रुपये तक के ऋण के लिए क्रेडिट गारंटी देती है।

पात्रता का रास्ता: कौन ले सकता है लाभ

पशुपालन एवं मछली पालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना (BAHFKCC) का लाभ लेने के लिए वे किसान पात्र हैं, जो डेयरी, मुर्गीपालन, बकरी पालन, मधुमक्खी पालन, या मछली पालन (तालाब, बायोफ्लॉक, रेसवे) में कार्यरत हैं। स्वयं सहायता समूह, संयुक्त दायित्व समूह, और पट्टेदार किसान भी आवेदन कर सकते हैं। मत्स्य पालन के लिए तालाब का स्वामित्व प्रमाण या लाइसेंस आवश्यक है। भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुसार, कोई न्यूनतम जमीन की शर्त नहीं है, जिससे छोटे और सीमांत किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। पात्रता की जानकारी अपने नजदीकी बैंक से प्राप्त करें, ताकि आपकी जरूरतों के अनुसार ऋण स्वीकृत हो सके।

ब्याज दर और ऋण सीमा: सस्ता और सुविधाजनक

पशुपालन एवं मछली पालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना (BAHFKCC) की सबसे बड़ी खासियत इसकी रियायती ब्याज दर है। ऋण 7% प्रति वर्ष की ब्याज दर पर उपलब्ध है, जिसमें सरकार 2% ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है। समय पर चुकाने वाले किसानों को 3% का अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलता है, जिससे प्रभावी ब्याज दर केवल 4% रह जाती है। 2025-26 के केंद्रीय बजट में KCC की ऋण सीमा को 5 लाख रुपये तक बढ़ाया गया है, जिसमें 2 लाख रुपये तक का ऋण बिना जमानत मिलता है। कार्यशील पूंजी के लिए ब्याज लाभ 3 लाख रुपये तक और पशुपालन या मत्स्य पालन के लिए 2 लाख रुपये तक सीमित है।

आवेदन की आसान प्रक्रिया: कुछ कदमों में ऋण

पशुपालन एवं मछली पालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना (BAHFKCC) के तहत ऋण प्राप्त करना सरल और सुविधाजनक है। अपने नजदीकी बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक, या अन्य सहकारी बैंक में जाएँ और KCC आवेदन फॉर्म प्राप्त करें। आवश्यक दस्तावेज, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, जमीन या तालाब के कागजात, और बैंक खाता विवरण, जमा करें। मत्स्य पालन के लिए तालाब का स्वामित्व प्रमाण या लाइसेंस अनिवार्य है। ऑनलाइन आवेदन के लिए www.bankofbaroda.in या अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ। भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुसार, पूर्ण आवेदन जमा होने के 14 दिनों के भीतर KCC जारी करना अनिवार्य है।

फर्जी योजनाओं से सावधान

कई फर्जी योजनाएँ कम ब्याज दरों का लालच देकर किसानों को ठगने का प्रयास करती हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा ने स्पष्ट किया है कि पशुपालन एवं मछली पालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना (BAHFKCC) के लिए कोई थर्ड-पार्टी एजेंट नियुक्त नहीं किया गया है। हमेशा बैंक की आधिकारिक वेबसाइट, जैसे www.bankofbaroda.in, या नजदीकी शाखा से जानकारी प्राप्त करें। यदि कोई संदिग्ध मैसेज या कॉल प्राप्त हो, तो तुरंत अपने बैंक या साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) पर शिकायत करें। अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें और केवल विश्वसनीय स्रोतों पर भरोसा करें।

मुनाफे की संभावनाएँ

पशुपालन एवं मछली पालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना (BAHFKCC) से प्राप्त ऋण आपके व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है। डेयरी में प्रति गाय 40,783 रुपये और प्रति भैंस 60,249 रुपये तक का ऋण उपलब्ध है। मछली पालन में 1 एकड़ तालाब की लागत 3-4 लाख रुपये है, जिसमें 60% तक सब्सिडी मिल सकती है। प्रति हेक्टेयर 5-6 टन मछली उत्पादन से 10-12 लाख रुपये की कमाई संभव है। पशुपालन में 10 गायों की डेयरी से सालाना 8-10 लाख रुपये का मुनाफा हो सकता है। अपनी उपज को स्थानीय मंडियों या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, पर बेचकर आय बढ़ाएँ।

अन्य योजनाओं का साथ: और अधिक अवसर

पशुपालन और मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य योजनाएँ उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना तालाब निर्माण और बायोफ्लॉक सिस्टम के लिए 40-60% सब्सिडी देती है। बड़ौदा पशुपालन एवं मछली पालन KCC बुनियादी ढांचे के लिए विशेष ऋण प्रदान करता है। पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना कुछ राज्यों में पशुपालकों को प्रति गाय या भैंस के लिए ऋण देती है। बिहार में तालाब मात्स्यिकी विशेष सहायता योजना 70% अनुदान प्रदान करती है। इन योजनाओं का लाभ उठाकर अपने व्यवसाय को और मजबूत करें। अपने बैंक से इन योजनाओं की जानकारी लें और अपनी जरूरतों के अनुसार उपयुक्त योजना चुनें।

आज शुरू करें,अपने आपको समृद्ध बनाएँ

पशुपालन एवं मछली पालन किसान क्रेडिट कार्ड योजना (BAHFKCC) किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह योजना न केवल वित्तीय सहायता देती है, बल्कि डेयरी, मुर्गीपालन, और मछली पालन को आधुनिक और मुनाफेदार बनाने का रास्ता भी खोलती है। चाहे आप उत्तर प्रदेश में तालाब में मछली पालन शुरू करें या हरियाणा में डेयरी व्यवसाय, यह योजना आपके सपनों को हकीकत में बदल सकती है। अपने नजदीकी बैंक में आज ही जाएँ, जरूरी दस्तावेज जमा करें, और सस्ते ऋण के साथ अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक ले जाएँ। यह योजना सिर्फ एक ऋण नहीं, आपके गाँव की खुशहाली और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है!

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र पिछले तिन साल से पत्रकारिता कर रहा हूँ मै ugc नेट क्वालीफाई हूँ भूगोल विषय से मै एक विषय प्रवक्ता हूँ , मुझे कृषि सम्बन्धित लेख लिखने में बहुत रूचि है मैंने सम्भावना संस्थान हिमाचल प्रदेश से कोर्स किया हुआ है |

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