PM Kisan Yojana 20th Installment Release Date: देश के करोड़ों किसानों का इंतजार अब खत्म होने वाला है! केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने आज देर रात बड़ी घोषणा की है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त 2 अगस्त 2025 को जारी होगी। यह खबर खेतों में मेहनत करने वाले हर भाई-बहन के लिए खुशी लेकर आई है।
पीएम नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक भव्य कार्यक्रम के जरिए इस राशि को सीधे किसानों के खातों में भेजेंगे। पिछले कुछ महीनों से किसानों को 19वीं किस्त के बाद अगली किस्त का इंतजार था, और अब यह पल नजदीक आ गया है। आइए जानते हैं कि इस योजना से क्या फायदा होगा, कितने किसानों को लाभ मिलेगा, और इसके लिए क्या तैयारियां करनी होंगी।
वाराणसी से होगा 20वीं किस्त का ऐलान
कृषि मंत्रालय के मुताबिक, 2 अगस्त को पीएम मोदी वाराणसी में एक विशेष कार्यक्रम में 20वीं किस्त का शुभारंभ करेंगे। यह दिन किसानों के लिए खास होगा, क्योंकि वाराणसी पीएम का अपना क्षेत्र है और यहां से वे हमेशा किसानों के हित की बात रखते हैं। 19वीं किस्त 24 फरवरी 2025 को जारी हुई थी, और इसके बाद जून में अगली किस्त की उम्मीद थी। लेकिन जून और जुलाई बीत गए, और आज की घोषणा ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है। यह राशि डीबीटी के जरिए सीधे खातों में आएगी, जो पारदर्शिता और तेजी का सबूत है।
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10 करोड़ से ज्यादा किसानों को मिलेगा लाभ
पीएम किसान योजना एक सेंट्रल सेक्टर स्कीम है, जो साल 2019 से किसानों के लिए आर्थिक सहारा बन रही है। इस योजना के तहत हर साल 6,000 रुपये की मदद दी जाती है, जो तीन किस्तों में 2,000 रुपये प्रति किस्त के रूप में मिलती है। अब तक 19 किस्तें जारी हो चुकी हैं, और 20वीं किस्त से अनुमानित 10 करोड़ से ज्यादा किसानों को फायदा होगा। पिछली बार 24 फरवरी को 9.80 करोड़ किसानों के खातों में 22,000 करोड़ रुपये आए थे। हाल ही में विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत नए किसानों को जोड़ा गया है, जिससे यह संख्या 10 करोड़ पार कर गई है।
सरकार का 3.69 लाख करोड़ का योगदान
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने लोकसभा में बताया कि योजना की शुरुआत से अब तक 19 किस्तों में 3.69 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा राशि किसानों के खातों में पहुंचाई गई है। यह पैसा पंजीकरण और सत्यापन की पूरी पारदर्शिता के साथ दिया गया है। 20वीं किस्त के लिए भी 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि खर्च होने का अनुमान है, जो किसानों की मेहनत को सम्मान देगा। यह रकम खेती के लिए बीज-खाद खरीदने और घरेलू जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी।
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लाभ लेने के लिए जरूरी शर्तें
लेकिन इस योजना का फायदा लेने के लिए कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी। सबसे जरूरी है ई-केवाईसी, जिसमें आधार नंबर से पहचान सत्यापित होती है। साथ ही, बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए, और डीबीटी का ऑप्शन एक्टिव रहना जरूरी है। इसके अलावा, जमीन का सत्यापन भी अनिवार्य है। अगर इनमें से कोई काम अधूरा रह गया, तो किस्त रुक सकती है। इसलिए किसानों को सलाह है कि वे अपने नजदीकी कृषि केंद्र या सीएससी पर जाकर इन प्रक्रियाओं को पूरा कर लें।
किसानों के लिए टिप्स और फायदे
इस राशि का सही इस्तेमाल करने के लिए किसानों को सलाह है कि वे इसे बीज, उर्वरक, या सिंचाई के लिए खर्च करें, ताकि अगली फसल और मजबूत हो। एक किसान के लिए 2,000 रुपये छोटी रकम नहीं, जो घर की जरूरतों को भी पूरा कर सकती है। अगर मौसम सही रहा, तो इस मदद से पैदावार बढ़ाकर मुनाफा दोगुना किया जा सकता है। सरकार की यह योजना न सिर्फ आर्थिक सहारा दे रही है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में भी योगदान दे रही है।
20वीं किस्त के बाद सरकार का फोकस और किसानों को जोड़ने पर है। अगले साल तक इस योजना को और मजबूत करने की योजना बन रही है, जिसमें डिजिटल रजिस्ट्रेशन और तकनीकी मदद शामिल हो सकती है। किसानों को मौसम की जानकारी और नई खेती की तकनीक सिखाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। अगर यह कदम सफल रहे, तो आने वाले समय में किसानों की आय में और इजाफा होगा, और खेती को नई ऊंचाई मिलेगी।
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