PM KRISHI SINCHAI YOJANA: किसान भाइयों, खेती में पानी सबसे बड़ा हथियार है, और केंद्र सरकार इसे और मज़बूत कर रही है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना आपके खेतों तक पानी पहुंचाने का वादा करती है। इस योजना से ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम लगाने पर 55 से 90 प्रतिशत तक सब्सिडी मिलती है। साथ ही, नई कमान क्षेत्र विकास और जल प्रबंधन योजना 2025-26 से खेतों में आधुनिक तकनीक लाएगी। इससे पानी की हर बूंद सही जगह पहुंचेगी, और आपकी फसल लहलहाएगी। आइए, जानते हैं कि यह योजना कैसे आपकी जेब हल्की और खेत भरा रखेगी।
खेतों तक पानी
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का मकसद हर खेत को पानी देना है। यह योजना पानी की बर्बादी रोकती है और फसल को सही मात्रा में खुराक देती है। चाहे आप टमाटर उगाएँ, बैंगन, या धान—इस योजना से हर फसल की प्यास बुझती है। ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पानी को सीधे जड़ों तक पहुंचाते हैं, जिससे सूखे इलाकों में भी खेती आसान हो जाती है। सरकार का लक्ष्य है कि पानी का सही इस्तेमाल हो और खेतों की मिट्टी सालों तक उपजाऊ रहे। यह योजना छोटे और बड़े, सभी किसानों के लिए खुली है, ताकि कोई भी मेहनती अन्नदाता पीछे न रहे।
ड्रिप-स्प्रिंकलर पर भारी छूट
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत है ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलने वाली सब्सिडी। आपकी जेब से सिर्फ 10-45 प्रतिशत खर्च होगा, बाकी सरकार देगी। चाहे आपका खेत छोटा हो या बड़ा, पाँच हेक्टेयर तक के लिए यह मदद मिलेगी। लेकिन ध्यान रखें, आपको BIS-चिह्नित सिस्टम ही खरीदना होगा, ताकि गुणवत्ता पक्की रहे। यह पैसा सीधे आपके बैंक खाते में डीबीटी के ज़रिए आएगा, जिससे पारदर्शिता बनी रहे। यूपी, बिहार, या किसी भी राज्य के किसान इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। कम लागत में ज़्यादा फसल का यह मौका छोड़ें नहीं।
आवेदन का आसान रास्ता
सब्सिडी पाने के लिए आवेदन करना बच्चों का खेल है। अपने ब्लॉक या जिला कृषि कार्यालय से फॉर्म लें। इसमें अपनी पासपोर्ट साइज़ फोटो चिपकाएँ और ज़मीन के कागज़, आधार कार्ड, और बैंक पासबुक की कॉपी जोड़ें। फॉर्म को अच्छे से भरकर कृषि अधिकारी के पास जमा करें और रसीद ज़रूर लें। यह रसीद आपका सबूत है। अगर कोई दिक्कत हो, तो अपने नज़दीकी कृषि विज्ञान केंद्र से मदद लें। जल्दी आवेदन करें, ताकि सब्सिडी का पैसा आपके खेत में पानी की तरह बहे।
नई योजना
केंद्र सरकार ने हाल ही में कमान क्षेत्र विकास और जल प्रबंधन योजना को मंजूरी दी है, जो 2025-26 से शुरू होगी। इसके लिए 1600 करोड़ रुपये रखे गए हैं। इस योजना से पुराने नहर सिस्टम को आधुनिक बनाया जाएगा। ड्रिप और स्प्रिंकलर जैसी नई तकनीकों से पानी खेतों की जड़ों तक पहुंचेगा। यह योजना उन इलाकों के लिए वरदान है, जहाँ नहरें हैं, लेकिन पानी सही से नहीं मिलता। इससे न सिर्फ फसल की पैदावार बढ़ेगी, बल्कि पानी की बर्बादी भी रुकेगी। सरकार का मकसद है कि हर किसान को सिंचाई की चिंता से आज़ादी मिले।
पानी बचाएँ, मुनाफा कमाएँ
ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पानी की हर बूंद को काम में लाते हैं। पुराने तरीकों में पानी खेत में बिखर जाता था, लेकिन यह नया सिस्टम जड़ों को सीधे खुराक देता है। इससे 30-50 प्रतिशत पानी बचता है, और बिजली का बिल भी कम आता है। बिहार के एक किसान ने बताया कि ड्रिप सिस्टम से उसकी मिर्च और टमाटर की फसल दोगुनी हो गई। सब्सिडी ने उसका खर्चा आधा कर दिया। जब आपकी फसल चमकेगी और मंडी में अच्छा दाम लाएगी, तो मेहनत का असली फल मिलेगा।
खेतों की सेहत
किसान भाइयों, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और नई कमान क्षेत्र योजना आपके खेतों को हरा-भरा रखने का वादा हैं। 55-90 प्रतिशत सब्सिडी और आधुनिक तकनीक से आप कम पानी में ज़्यादा फसल उगा सकते हैं। आवेदन का मौका छोड़ें नहीं आज ही अपने कृषि कार्यालय जाएँ और फॉर्म भरें। जब आपके खेत में फूल, सब्जियाँ, और अनाज लहलहाएंगे, तो जेब भी भरेगी और दिल भी। यह योजना आपकी मेहनत को पानी की तरह बहने नहीं देगी।
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