Pollination methods in plants : किसान भाइयों, खेत में फसल को बढ़ाने के लिए मेहनत तो सब करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि तितलियाँ, मधुमक्खियाँ और भँवरे आपके लिए ये काम आसान कर सकते हैं? ये छोटे-छोटे जीव फूलों का परागण करते हैं, यानी फूलों को फल में बदलने में मदद करते हैं। अगर इनकी गिनती खेत में बढ़ जाए, तो फसल अपने आप दुगुनी हो सकती है। गाँव में ये तरीका नया नहीं है, पुराने लोग भी इन्हें खेत का दोस्त मानते थे। आइए,जानते हैं, कि इन्हें खेत में कैसे बुलाएँ और फायदा कैसे लें।
खेत को इनके लिए मेहमानखाना बनाएँ
परागण कीट तब खेत में आएँगे, जब उन्हें वहाँ कुछ पसंद आए। इसके लिए खेत के किनारे या बीच में फूलों की क्यारियाँ लगाएँ। गेंदा, सूरजमुखी या तुलसी जैसे फूल इनके लिए दावत की तरह हैं। गाँव में ये फूल आसानी से उग जाते हैं और ज्यादा देखभाल भी नहीं माँगते। इन फूलों की खुशबू और रंग इन छोटे दोस्तों को दूर-दूर से बुलाते हैं। बस इतना ध्यान रखें कि फूलों को कीटनाशक से दूर रखें, वरना ये मेहमान नाराज़ होकर चले जाएँगे।
पानी का देसी जुगाड़ करें
ये जीव फूलों के साथ-साथ पानी के भी शौकीन होते हैं। गर्मी में जब खेत सूखा रहता है, तो एक छोटी मटकी या टब में पानी भरकर खेत में रख दें। उसमें थोड़े पत्थर डाल दें, ताकि तितलियाँ और मधुमक्खियाँ उस पर बैठकर पानी पी सकें। गाँव में पुराने लोग तालाब के किनारे ऐसा करते थे, और आज भी ये तरीका काम करता है। पानी को हर दो-तीन दिन में बदल दें, ताकि साफ रहे। ये छोटा सा इंतजाम इनके लिए खेत को घर जैसा बना देगा।
छाँव और घोंसले का इंतजाम
मधुमक्खियाँ और भँवरे खेत में तभी रुकेंगे, जब उन्हें रहने की जगह मिले। इसके लिए खेत के किनारे बाँस या लकड़ी का छोटा ढाँचा बनाएँ, जिसमें सूखी टहनियाँ या मिट्टी की छोटी गुहाएँ हों। तितलियाँ दिन में धूप में नाचती हैं, लेकिन शाम को छाँव पसंद करती हैं, तो खेत में नीम या शीशम का पेड़ लगाएँ। गाँव में ये पेड़ वैसे भी फायदेमंद हैं, और इन छोटे जीवों को भी पनाह देते हैं। ऐसा करने से ये आपके खेत को अपना ठिकाना बना लेंगे।
कीटनाशकों की जगह देसी नुस्खे
अगर खेत में कीटनाशक का छिड़काव करेंगे, तो ये मेहमान दूर भाग जाएँगे। इसके बजाय नीम का तेल या लहसुन का पानी इस्तेमाल करें। गाँव में ये नुस्खा कीड़ों को भगाने के लिए पुराने जमाने से चलता है, और तितलियों-मधुमक्खियों को नुकसान भी नहीं पहुँचाता। गोबर के घोल को पानी में मिलाकर छिड़कने से भी फसल को ताकत मिलती है, और ये जीव खुश रहते हैं। ऐसा करेंगे, तो खेत में इनकी चहल-पहल बढ़ेगी और फसल का फायदा भी।
फसल दुगुनी करने का फायदा
जब कीट खेत में आते हैं, तो फूलों का परागण बेहतर होता है। इससे टमाटर, बैंगन, मिर्च, लौकी या फलों की फसल में फल ज्यादा लगते हैं। गाँव में एक बीघे खेत से अगर 10 क्विंटल सब्जी मिलती थी, तो इनके आने से 15-20 क्विंटल तक हो सकता है। बाजार में भाव अच्छा मिले, तो 20-30 हज़ार रुपये अतिरिक्त कमाई हो सकती है। ये छोटे जीव बिना मेहनत के आपकी फसल को दुगुना करने का जादू करते हैं।
गाँव के लिए खास बात
गाँव में ये तरीका इसलिए खास है, क्यूँकि इसमें न तो ज्यादा पैसा लगता है और न ही बाहर से कुछ मँगवाना पड़ता है। फूल, पानी और छाँव का इंतजाम तो हर गाँव में हो सकता है। साथ ही, मधुमक्खियाँ अगर बस जाएँ, तो शहद भी मिलेगा, जो अलग से कमाई का रास्ता खोलेगा। गाँव की बहनें तितलियों को देखकर खुश होंगी, और बच्चे भी इसे खेल समझकर मदद करेंगे। तो भाइयों, अपने खेत को इन दोस्तों का ठिकाना बनाएँ, फसल की चमक अपने आप बढ़ जाएगी।
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