पुदीनें के गमले में डालिए ये देसी लिक्विड खाद, पत्तियों से झूम उठेगा पौधा

Pudina Care Tips : पुदीना तो हर घर-आँगन की शान है। चाहे चटनी बनानी हो, गन्ने का रस पीना हो या चाय में स्वाद डालना हो, पुदीने की हरी-हरी पत्तियाँ हर चीज़ को लाजवाब कर देती हैं। ये न सिर्फ खाने का ज़ायका बढ़ाता है, बल्कि आपकी सेहत के लिए भी किसी खजाने से कम नहीं। पेट की गड़बड़ ठीक करने से लेकर साँसों को ताज़ा रखने तक, पुदीना हर मर्ज़ की दवा है। अगर आप अपने घर में पुदीना उगा रहे हैं या लगाना चाहते हैं, तो ये लेख आपके लिए है। हम आपको बताएँगे कि कैसे एक देसी खाद से आपके पुदीने का पौधा हरा-भरा और पत्तियों से लबालब हो सकता है।

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पुदीना क्यों है इतना खास?

पुदीना, जिसे वैज्ञानिक भाषा में मेंथा कहते हैं, एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो स्वाद और सेहत का खज़ाना लिए बैठी है। इसकी पत्तियों में ऐसे गुण हैं, जो आपके पेट को दुरुस्त रखते हैं। अगर खाना हजम नहीं हो रहा या पेट में गैस बन रही है, तो बस दो-चार पत्तियाँ चबा लीजिए, राहत मिलेगी। इतना ही नहीं, पुदीने की ताज़ी पत्तियाँ मुँह की बदबू को दूर करके साँसों को महकाती हैं।

इसकी खुशबू से सिरदर्द भी कम हो जाता है। पुदीने में एंटीऑक्सीडेंट और सूजन कम करने वाले तत्व होते हैं, जो आपकी त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाते हैं। गर्मियों में तो पुदीना हर घर की जान है, क्योंकि ये रायता, सलाद, चटनी और ठंडे पेय को और लज़ीज़ बना देता है।

घर में पुदीना उगाना कितना आसान?

पुदीना उगाना बच्चों का खेल है। आप इसे अपने आँगन, गमले या छोटी-सी क्यारी में आसानी से लगा सकते हैं। गर्मियों में बाजार में पुदीने के दाम आसमान छूते हैं, लेकिन अगर आपके घर में ही पुदीना लहलहा रहा हो, तो न पैसे खर्च होंगे, न ताज़ी पत्तियों की कमी होगी। पुदीना ज्यादा देखभाल माँगता नहीं, बस थोड़ा प्यार और सही ख्याल चाहिए। अगर आप चाहते हैं कि आपके पुदीने के पौधे में ढेर सारी हरी-हरी पत्तियाँ उगें, तो हम आपके लिए एक देसी खाद की तरकीब लाए हैं, जो बनाना आसान है और असर गज़ब का दिखाता है।

पुदीने के लिए देसी लिक्विड खाद कैसे बनाएँ?

पुदीने को हरा-भरा बनाने के लिए आपको बस सड़े हुए गोबर की ज़रूरत पड़ेगी, जो गाँव में हर पशुपालक के पास आसानी से मिल जाता है। इस देसी खाद को बनाने की तरकीब बड़ी सरल है। सबसे पहले, थोड़ा सड़ा हुआ गोबर लें और उसे एक बाल्टी पानी में अच्छे से भिगो दें। इसे एक-दो दिन ऐसे ही रहने दें। फिर, एक छलनी की मदद से गोबर का पानी अलग कर लें।

इस पानी को अब अपने पुदीने के पौधे की जड़ों में थोड़ा-थोड़ा डालें। ये लिक्विड खाद पौधे को ताकत देगी, उसकी जड़ों को मज़बूत करेगी और पत्तियों की संख्या बढ़ाएगी। इस खाद को हर 15 दिन में एक बार इस्तेमाल करें। साथ में, पौधे को हल्की धूप वाली जगह पर रखें, ताकि वो तेज़ गर्मी से बचे। बस कुछ ही हफ्तों में आप देखेंगे कि आपका पुदीना पत्तियों से लबालब हो गया है।

पुदीने की देखभाल के आसान टिप्स

पुदीने को ज्यादा छेड़छाड़ पसंद नहीं, लेकिन थोड़ा ध्यान रखने से ये खूब फलता-फूलता है। इसे हमेशा ऐसी जगह रखें, जहाँ सुबह की हल्की धूप आए, लेकिन दोपहर की तेज़ गर्मी न पड़े। मिट्टी को हमेशा थोड़ा नम रखें, लेकिन पानी ज्यादा न डालें, वरना जड़ें सड़ सकती हैं। हर 15-20 दिन में गोबर की लिक्विड खाद डालते रहें। अगर पौधा बड़ा हो जाए, तो उसकी कुछ टहनियों को काटकर दूसरा पौधा लगा सकते हैं। इससे आपका पुदीना और फैलेगा। गाँव में तो ये काम हर कोई करता है, और आप भी आसानी से कर सकते हैं।

पुदीने से सेहत और कमाई, दोनों का फायदा

पुदीना सिर्फ स्वाद या सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि कमाई का भी ज़रिया बन सकता है। गर्मियों में जब बाजार में पुदीने की डिमांड बढ़ती है, तो आप अपने घर के ताज़े पुदीने को बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। गाँव की बहनें इसे आसानी से बाजार में बेच सकती हैं या पड़ोसियों को दे सकती हैं। ऊपर से, पुदीने की चाय, चटनी या जूस बनाकर आप अपने परिवार को सेहतमंद और खुश रख सकते हैं। ये छोटा-सा पौधा आपके घर की रौनक और जेब, दोनों को चमका सकता है।

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं krishitak.com पर लेखक हूं, जहां मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाओं पर केंद्रित आर्टिकल लिखता हूं। अपनी रुचि और विशेषज्ञता के साथ, मैं पाठकों को लेटेस्ट और उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रयास करता हूं।

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