गेहूं की रिकॉर्ड खरीद! 130 लाख टन पर सरकार ने भुगतान किये ₹28,571 करोड़, 7 लाख किसानों की बल्ले-बल्ले

Punjab Wheat Procurement: पंजाब सरकार ने रबी सीजन 2025 में गेहूं खरीद का नया रिकॉर्ड बनाया है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने ऐलान किया कि 15 मई तक मंडियों में आई 130.03 लाख मीट्रिक टन गेहूं की 100 फीसदी खरीद पूरी हो चुकी है। इस बार सरकार ने 119.24 लाख मीट्रिक टन गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदा, जबकि 10.80 लाख मीट्रिक टन निजी व्यापारियों ने लिया। यह उपलब्धि पंजाब के किसानों के लिए बड़ी राहत है और राज्य की कृषि ताकत को दिखाती है।

7 लाख किसानों को 28,571 करोड़ का भुगतान

मंत्री कटारूचक्क ने बताया कि 7 लाख से ज्यादा किसानों के बैंक खातों में 28,571 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है। सरकार ने 24 घंटे के अंदर भुगतान की व्यवस्था की, जिससे किसानों को तुरंत राहत मिली। पंजाब ने केंद्र से 28,000 करोड़ रुपये का कैश क्रेडिट लिमिट (CCL) हासिल किया था, ताकि खरीद में कोई रुकावट न आए। अब तक 104.51 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उठाव हो चुका है, और बाकी 14.72 लाख मीट्रिक टन अगले कुछ दिनों में गोदामों में पहुँच जाएगा। यह तेजी किसानों के लिए बड़ी जीत है।

2,885 मंडियों ने संभाला मोर्चा

पंजाब सरकार ने खरीद को सुचारु बनाने के लिए 2,885 मंडियां और खरीद केंद्र बनाए। इनमें 1,864 नियमित मंडियां और 1,021 अस्थायी केंद्र शामिल थे। मंडियों में बारदाना, भंडारण, और परिवहन की पक्की व्यवस्था थी। किसानों को SMS के जरिए मंडी में आने का समय दिया गया, जिससे भीड़ और इंतजार की समस्या खत्म हुई। बारदाना की 99 फीसदी जरूरत पहले से पूरी की गई थी। यह व्यवस्था पंजाब की खरीद प्रक्रिया को देश में सबसे बेहतर बनाती है।

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MSP और व्यापारियों की बढ़ी हिस्सेदारी

इस बार MSP 2,425 रुपये प्रति क्विंटल था, लेकिन निजी व्यापारियों ने कई मंडियों में 2,800 से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल तक का दाम दिया। पिछले साल व्यापारियों ने 7.18 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा था, जो इस बार बढ़कर 10.80 लाख मीट्रिक टन हो गया। विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में गेहूं की अच्छी कीमत और साल के अंत में मुनाफे की उम्मीद ने व्यापारियों को आकर्षित किया। पंजाब में 8.5 फीसदी खरीद शुल्क (3% मार्केट फी, 3% ग्रामीण विकास उपकर, 2.5% आढ़तिया कमीशन) के बावजूद व्यापारी सक्रिय रहे।

राष्ट्रीय खरीद में 14.4% की उछाल

राष्ट्रीय स्तर पर 15 मई 2025 तक 29.46 मिलियन टन गेहूं की खरीद हुई, जो पिछले साल से 14.4 फीसदी ज्यादा है। पंजाब के 13 मिलियन टन के अलावा मध्य प्रदेश (7.40 मिलियन टन) और हरियाणा (7.01 मिलियन टन) ने बड़ा योगदान दिया। विशेषज्ञों के अनुसार, 2024-25 में रिकॉर्ड 115.3 मिलियन टन गेहूं उत्पादन ने खरीद को बढ़ाया। इस साल 32 मिलियन हेक्टेयर में बुवाई और अनुकूल मौसम ने बंपर पैदावार दी। मध्य प्रदेश और राजस्थान में खरीद बढ़ने से राष्ट्रीय आँकड़े चमके।

यह रिकॉर्ड खरीद पंजाब के किसानों के लिए बड़ी कामयाबी है। पूरी फसल बिकने और 24 घंटे में भुगतान ने किसानों को अगली फसल की तैयारी का हौसला दिया। MSP ने सही दाम की गारंटी दी, जबकि व्यापारियों की बढ़ी हिस्सेदारी ने कुछ किसानों को ज्यादा कीमत दिलाई। यह खरीद राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लिए भी अहम है, क्योंकि इससे गेहूं के भंडार मजबूत होंगे। पंजाब के किसानों ने 20.72 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया था, और 6,450 किलो प्रति हेक्टेयर की औसत उपज ने रिकॉर्ड बनाया।

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और मैंने संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं Krishitak.com का संस्थापक और प्रमुख लेखक हूं। पिछले 3 वर्षों से मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाएं, और ग्रामीण भारत से जुड़े विषयों पर लेखन कर रहा हूं।

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