एक बार बोइए 3 साल काटिए, पशुओं के लिए ये है जबरदस्त बहुवर्षीय चारा, दूध उत्पादन हो जाएगा दोगुना

पशुपालक भाइयों, रिजका (ल्यूसर्न/अल्फाल्फा) हरा चारा की खेती कम लागत में पशुपालन की कमाई बढ़ाने का शानदार तरीका है। एक बार बोने पर 3 साल तक हर 30-40 दिन में कटाई मिलती है। ये चारा प्रोटीन (18-22%), कैल्शियम, और विटामिन से भरपूर होता है, जो गाय-भैंस का दूध उत्पादन 20-30% बढ़ाता है। एक बीघा से सालाना 20-25 टन चारा मिलता है, जिससे चारा खरीद का खर्च (30,000-50,000 रुपये) बचता है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा में रिजका खूब उगाया जाता है। लागत 8,000-12,000 रुपये/बीघा और कमाई 1-1.5 लाख रुपये सालाना हो सकती है। आइए जानें इसे कैसे उगाएँ।

रिजका की खासियत

रिजका एक बहुवर्षीय चारा फसल है, जो 3-5 साल तक उत्पादन देती है। इसकी जड़ें गहरी (10-15 फीट) होती हैं, जो मिट्टी से पोषक तत्व खींचती हैं। ये 15-35 डिग्री तापमान और 500-1000 मिमी बारिश में उगता है। पत्तियाँ मुलायम, रसीली होती हैं, और पशु इसे चाव से खाते हैं। रिजका मिट्टी में नाइट्रोजन बढ़ाता है, जिससे खेत की उर्वरता सुधरती है। रोग-कीट कम लगते हैं, और ये कम पानी में भी बढ़ता है। साल में 8-10 कटाई मिलती है, और एक बीघा 50-60 गायों के लिए 3-4 महीने का चारा देता है। बाजार में रिजका 300-500 रुपये/क्विंटल बिकता है।

खेत और मिट्टी की तैयारी

रिजका के लिए दोमट, बलुई मिट्टी (pH 6-7.5) बेस्ट है। खेत की गहरी जुताई करें, 1-2 टन गोबर खाद या 500 किलो वर्मी कम्पोस्ट प्रति बीघा डालें। खेत को समतल करें और खरपतवार हटाएँ। जलनिकासी का ध्यान रखें, क्योंकि ज्यादा पानी जड़ों को नुकसान पहुँचाता है। 2-3 फीट चौड़ी क्यारियाँ बनाएँ। अक्टूबर-नवंबर (रबी) में बोआई करें, ताकि सर्दी का फायदा मिले। गर्मी में (मार्च-अप्रैल) भी बो सकते हैं, बशर्ते सिंचाई की सुविधा हो। सही तैयारी से पहली कटाई 60-70 दिन में मिलती है।

बीज और बोआई का सही समय

रिजका के बीज कृषि केंद्र, नर्सरी, या ऑनलाइन (Agrostar, Amazon) से लें। प्रति बीघा 3-4 किलो बीज (200-300 रुपये/किलो) चाहिए। बीज को बोने से पहले 12 घंटे पानी में भिगोएँ और जीवामृत (500 मिलीलीटर/किलो) से उपचारित करें। बीज को 30-40 सेमी दूरी वाली पंक्तियों में 1-2 सेमी गहराई पर बोएँ। हल्की मिट्टी की परत डालें और हल्की सिंचाई करें। 7-10 दिन में अंकुरण शुरू होता है। पौधों को 15-20 सेमी दूरी पर रखें। सही बोआई से पौधे मजबूत उगते हैं, और उत्पादन बढ़ता है।

देखभाल और सिंचाई का तरीका

रिजका की देखभाल आसान है। पहली सिंचाई बोआई के तुरंत बाद करें, फिर गर्मी में हर 7-10 दिन और सर्दी में 15-20 दिन बाद पानी दें। ड्रिप सिस्टम से 20-30% पानी बचता है। हर कटाई के बाद 300-400 किलो वर्मी कम्पोस्ट या 20 किलो नाइट्रोजन प्रति बीघा डालें। खरपतवार हटाने के लिए 20-25 दिन बाद गुड़ाई करें। पत्ती खाने वाले कीटों से बचाने के लिए नीम का तेल (5 मिलीलीटर/लीटर पानी) छिड़कें। ज्यादा पानी से जड़ सड़न हो सकती है, इसलिए जलनिकासी जरूरी है। सही देखभाल से एक बीघा में 20-25 टन चारा सालाना मिलता है।

कटाई और उपयोग सही समय

पहली कटाई 60-70 दिन बाद करें, जब पौधा 40-50 सेमी ऊँचा हो। इसके बाद हर 30-40 दिन बाद कटाई करें। सुबह काटें और पशुओं को ताजा चारा खिलाएँ। बचा चारा सुखाकर भूसा या साइलेज बनाएँ। एक बीघा से 20-25 टन चारा (200-250 क्विंटल) सालाना मिलता है। ये चारा दूध उत्पादन 2-3 लीटर/गाय बढ़ाता है। बाजार में बेचने पर 300 रुपये/क्विंटल से 60,000-75,000 रुपये कमाई होती है। साइलेज बनाकर साल भर इस्तेमाल करें। सही कटाई से पौधा 3 साल तक उत्पादन देता है।

कमाई का हिसाब

रिजका की खेती में लागत 8,000-12,000 रुपये/बीघा (बीज, खाद, सिंचाई, मजदूरी) है। 20-25 टन चारा 300 रुपये/क्विंटल से 60,000-75,000 रुपये की कमाई देता है। अगर खुद के पशुओं को खिलाएँ, तो चारा खरीद का खर्च (30,000-50,000 रुपये) बचता है। 10 गायों का दूध 2 लीटर/गाय बढ़ने पर 40 रुपये/लीटर से 24,000 रुपये/महीना अतिरिक्त कमाई होती है। सालाना 1-1.5 लाख रुपये मुनाफा संभव है। बड़े स्तर पर (2-3 बीघा) 3-4 लाख रुपये कमाए जा सकते हैं।

रिजका खेती में स्वस्थ बीज चुनें। ज्यादा पानी न दें। हर कटाई के बाद खाद डालें। पशु चिकित्सक से सलाह लें कि चारा पशुओं के लिए सही है। छोटे स्तर (0.5 बीघा) से शुरू करें। NDDB की चारा विकास योजना से सब्सिडी लें। स्थानीय पशुपालकों से संपर्क करें। रिजका हरा चारा एक बार बोकर 3 साल तक आपकी मेहनत को हरी कमाई में बदलता है।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र पिछले तिन साल से पत्रकारिता कर रहा हूँ मै ugc नेट क्वालीफाई हूँ भूगोल विषय से मै एक विषय प्रवक्ता हूँ , मुझे कृषि सम्बन्धित लेख लिखने में बहुत रूचि है मैंने सम्भावना संस्थान हिमाचल प्रदेश से कोर्स किया हुआ है |

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