देश के किसान अब सिर्फ पारंपरिक फसलों पर निर्भर नहीं हैं। वे ऐसी सब्जियों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं, जो कम समय में अच्छा मुनाफा देती हैं। सेम ऐसी ही एक फसल है, जिसकी बाजार में सालभर डिमांड रहती है। राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) की उन्नत किस्म CT-123 के साथ सेम की खेती अब और भी फायदेमंद हो गई है। ये किस्म रोगमुक्त और कीट-प्रतिरोधी है, जिससे किसानों को कम मेहनत में ज्यादा पैदावार मिलती है। आइए जानें, कैसे सेम की खेती आपके खेतों को हरा-भरा और जेब को भारी बना सकती है।
CT-123: सेम की उन्नत किस्म
सेम की CT-123 किस्म किसानों के लिए वरदान है। ये एक अगेती किस्म है, जिसके पौधे लता की तरह बढ़ते हैं। इसका तना गहरा बैंगनी रंग का होता है, और फलियां हरे-सफेद रंग की होती हैं, जिनके किनारों पर बैंगनी धब्बे होते हैं। फलियां 8-10 सेंटीमीटर लंबी और 3-7 सेंटीमीटर चौड़ी होती हैं, जो बाजार में खूब पसंद की जाती हैं। इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें रोग और कीटों का खतरा बहुत कम है। NSC के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस किस्म से किसान कम समय में ज्यादा पैदावार ले सकते हैं, जिससे उनकी कमाई में इजाफा होता है।
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बीज कहाँ से मंगवाएँ, कितनी है कीमत
अच्छी फसल के लिए अच्छा बीज जरूरी है, और NSC इस काम को आसान बना रहा है। CT-123 सेम के बीज अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं। किसान इन्हें ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) के ऑनलाइन स्टोर या NSC की आधिकारिक वेबसाइट से ऑर्डर कर सकते हैं। खास बात ये है कि 40 ग्राम का बीज पैकेट अभी 20 फीसदी छूट के साथ सिर्फ 80 रुपये में मिल रहा है। बीज घर बैठे डिलीवरी के साथ आते हैं, जिससे किसानों को बाजार भटकने की जरूरत नहीं पड़ती। NSC के अलावा ONDC पर अन्य फसलों के बीज भी उपलब्ध हैं, जिससे किसान अपनी जरूरत के हिसाब से खरीदारी कर सकते हैं।
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— National Seeds Corporation Limited (@NSCLIMITED) May 31, 2025
सेम की खेती का वैज्ञानिक तरीका
सेम की खेती के लिए खेत की सही तैयारी बहुत जरूरी है। बलुई दोमट मिट्टी, जिसका पीएच मान 5.5 से 7.5 के बीच हो, इस फसल के लिए सबसे अच्छी होती है। खेत में पानी की निकासी का अच्छा इंतजाम होना चाहिए, ताकि जलभराव न हो। बुवाई से पहले बीजों को 1 किलोग्राम बीज पर 5 ग्राम ट्राइकोडर्मा से उपचारित करें। ये उपचार बीज को रोगों से बचाता है और अंकुरण को बेहतर बनाता है। खेत को जोतकर तैयार करें और कतारों में बीज बोएँ। वैज्ञानिकों का कहना है कि सही समय पर बुवाई और उचित देखभाल से फसल की पैदावार कई गुना बढ़ सकती है।
सेम की खेती छोटे और बड़े दोनों तरह के किसानों के लिए फायदेमंद है। बाजार में इसकी डिमांड सालभर बनी रहती है, और CT-123 जैसी उन्नत किस्में लागत कम रखती हैं। सरकार भी सब्जी की खेती को बढ़ावा देने के लिए बीज और उर्वरक पर सब्सिडी दे रही है। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से संपर्क करें और इन योजनाओं का लाभ उठाएँ। NSC के वैज्ञानिकों का कहना है कि CT-123 किस्म की खेती से किसान कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। खासकर उन इलाकों में, जहाँ सब्जी की खेती पहले से लोकप्रिय है, ये किस्म धमाल मचा सकती है।
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