UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में इन दिनों सूरज आग उगल रहा है। कई जिलों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। तेज़ धूप और लू ने किसान भाइयों का खेतों में काम करना मुश्किल कर दिया है। दोपहर में बाहर निकलना किसी जंग लड़ने जैसा हो गया है। मौसम विभाग (IMD) ने सलाह दी है कि गर्मी और लू से बचने के लिए खूब पानी पिया जाए, धूप में कम निकला जाए, और हल्के कपड़े पहने जाएँ। लेकिन अच्छी खबर ये है कि 14 जून से मौसम बदलने के संकेत हैं, और मॉनसून की बारिश गर्मी से राहत दे सकती है।
लू की चेतावनी और झोंकेदार हवाएँ
लखनऊ के मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 12 जून 2025 (गुरुवार) को पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। पूर्वी यूपी में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से झोंकेदार हवाएँ चलने की संभावना है, जिसके साथ बादल गरज सकते हैं और बिजली चमक सकती है। लेकिन पश्चिमी यूपी में लू का कहर जारी रहेगा, और रातें भी गर्म रहेंगी।
गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, मथुरा, आगरा, और झांसी जैसे जिलों में लू का ऑरेंज अलर्ट जारी है। बागपत, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, एटा, फिरोज़ाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, और ललितपुर में लू का यलो अलर्ट है। सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, और शाहजहाँपुर में गर्म रातों की चेतावनी है।
गर्मी का कहर: झांसी रहा सबसे गर्म
11 जून 2025 (बुधवार) को झांसी प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा, जहाँ तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचा। वाराणसी, लखनऊ, आगरा, कानपुर, प्रयागराज, और बांदा जैसे शहरों में भी सूरज की तपिश ने कोई राहत नहीं दी। पश्चिमी यूपी में लू और उमस ने हालात और मुश्किल कर दिए। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 12 और 13 जून तक तापमान में कोई खास कमी नहीं आएगी। पश्चिमी यूपी में लू और गर्म रातें 13 जून तक बनी रहेंगी, जबकि पूर्वी यूपी में 12 जून के बाद गर्मी थोड़ी कम हो सकती है। गोरखपुर और बस्ती जैसे पूर्वांचल के इलाकों में भी लू का असर देखा गया, जो किसानों के लिए चिंता की बात है।
मॉनसून का इंतज़ार: 15 जून से राहत
मौसम विभाग के मुताबिक, मॉनसून 15 जून 2025 तक उत्तर प्रदेश में दस्तक दे सकता है। अभी मॉनसून बंगाल और महाराष्ट्र में सक्रिय है, लेकिन जल्द ही यूपी के गाँवों में बारिश की फुहारें गर्मी से राहत दिलाएँगी। 14 जून से मौसमी गतिविधियाँ बढ़ेंगी, और कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो सकती है। इससे खेतों में नमी बढ़ेगी, और फसलों के लिए अच्छा माहौल बनेगा। गाँव के किसान भाइयों को सलाह है कि मॉनसून की तैयारी शुरू कर दें, जैसे खेतों में पानी की निकासी का इंतज़ाम और बीजों की व्यवस्था।