पछेती गेहूं की फसल वालों के लिए अलर्ट! मार्च के तीसरे हफ्ते में जरूर करें ये काम

Wheat Crop Tips : मार्च का महीना आते ही गेहूं की फसल पकने के करीब होती है, लेकिन अगर आपने पछेती किस्म का गेहूं बोया है, तो ये वक्त आपके लिए खास है। अभी मार्च का तीसरा हफ्ता चल रहा है, और पछेती गेहूं की बालियाँ अब शक्ल ले रही हैं। ऐसे में अगर आप सही वक्त पर सही कदम नहीं उठाएँगे, तो गर्मी और कीड़े-मकोड़े आपकी मेहनत पर पानी फेर सकते हैं। तो चलिए, कुछ देसी नुस्खे और तरीके बताते हैं, जिससे आपकी फसल लहलहाएगी।

हल्की सिंचाई का जादू

गाँव के जानकार और कृषि वाले कहते हैं कि इस वक्त पछेती गेहूं में हल्का पानी देना बहुत ज़रूरी है। जब गर्मी 30 डिग्री के आसपास पहुँच जाए, तो मिट्टी में नमी कम होने से बालियाँ ठीक से नहीं बढ़ पातीं। बालियाँ निकलने से लेकर दाना बनने तक कम से कम एक बार पानी ज़रूर दें। अगर धूप तेज़ हो जाए, तो थोड़ा और पानी दे सकते हैं। बस इतना ध्यान रखें कि खेत में पानी जमा न हो जाए, वरना जड़ें कमज़ोर पड़ेंगी और फसल गिरने का डर रहेगा। गाँव में कई भाई हल्की सिंचाई से ही बढ़िया नतीजे पा रहे हैं।

कीटों और बीमारियों से बचाव

इस मौसम में पछेती फसल को झुलसा रोग, महू (छोटे कीड़े), और तना छेदक जैसे दुश्मनों का खतरा रहता है। इनसे बचने के लिए आप अपने खेत की नज़र रखें। अगर पत्तियाँ पीली पड़ें या कीड़े दिखें, तो फसल की हालत देखकर दवा का छिड़काव कर दें। साथ ही, बोरॉन और जिंक जैसे पोषक तत्वों का हल्का छिड़काव करें ये दाने को मज़बूत और भरा हुआ बनाता है। गर्मी का ज़ोर पछेती फसल पर ज्यादा पड़ता है, तो अभी थोड़ी मेहनत करेंगे, तो फायदा दोगुना मिलेगा।

सही देखभाल से बंपर पैदावार

मार्च में पछेती गेहूं की फसल को थोड़ा प्यार दें हल्का पानी, कीटों से बचाव, और पोषक तत्व। ये छोटे-छोटे कदम आपकी फसल को गर्मी की मार से बचाएँगे। गाँव में कई किसान भाई बताते हैं कि सही वक्त पर एक सिंचाई और थोड़ी दवा से उनकी बालियाँ दानों से भर गईं। अगर आप भी ऐसा करेंगे, तो अप्रैल तक खेत में सुनहरी फसल लहलहाएगी, और गोदाम भर जाएगा।

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  • Rahul Maurya

    मेरा नाम राहुल है। मैं उत्तर प्रदेश से हूं और मैंने संभावना इंस्टीट्यूट से पत्रकारिता में शिक्षा प्राप्त की है। मैं Krishitak.com का संस्थापक और प्रमुख लेखक हूं। पिछले 3 वर्षों से मैं खेती-किसानी, कृषि योजनाएं, और ग्रामीण भारत से जुड़े विषयों पर लेखन कर रहा हूं।

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