Wheat MSP Price : किसान भाइयों, हमारे यहाँ हाड़ौती इलाके में गेहूं की खेती का मौसम जोरों पर है। फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) ने 10 मार्च 2025 से गेहूं की खरीद शुरू कर दी है। इस बार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2425 रुपये प्रति क्विंटल है, और ऊपर से 150 रुपये बोनस मिलाकर कुल 2575 रुपये मिल रहे हैं। अपने इलाके में खासकर झालावाड़ के डग, भवानीमंडी और पिड़ावा में खरीद तेजी से चल रही है। मंडी में भी दाम MSP के आसपास हैं, लेकिन FCI ने बाजार से मुकाबला करने के लिए तुरंत भुगतान का जुगाड़ कर दिया है। आइए, अपनी सहज भाषा में समझें कि ये खरीद कैसे हो रही है
FCI की गेहूं खरीद का नया ढंग
हमारे यहाँ FCI ने इस बार गेहूं खरीद को आसान और तेज बना दिया है। रबी सीजन 2025-26 के लिए केंद्र सरकार ने MSP 2425 रुपये तय किया है, और राजस्थान सरकार ने 150 रुपये का बोनस जोड़ा है। यानी किसान को प्रति क्विंटल 2575 रुपये मिल रहे हैं। खेतों में अभी फसल की कटाई पूरी नहीं हुई, तो मंडी में आवक कम है, लेकिन FCI के केंद्रों पर काम शुरू हो गया है। अपने इलाके में झालावाड़ जिले के डग, भवानीमंडी और पिड़ावा में किसान गेहूं बेच रहे हैं। FCI के रीजनल मैनेजर प्रणव मुदगिल का कहना है कि खाद्य सुरक्षा के लिए ये खरीद जरूरी है, और किसानों को तुरंत फायदा देने की कोशिश है।
तुरंत भुगतान का कमाल
FCI ने इस बार भुगतान में तेजी दिखाई है। नियम कहता है कि तुलाई के 48 घंटे में पैसा देना है, लेकिन अपने यहाँ 2 घंटे से भी कम में किसानों के खाते में रुपये पहुँच रहे हैं। किसान अंतर सिंह बताते हैं कि उन्होंने डग केंद्र पर 30 क्विंटल गेहूं बेचा, और बाहर निकलने से पहले ही पैसा खाते में आ गया। पहले 8-10 दिन लगते थे, लेकिन अब तुलाई, पैकिंग और भुगतान एक साथ हो रहा है। दूसरा किसान कमल कहता है कि मंडी में सरकारी कांटे पर तुलाई कराई, टोकन कटा और माल तुलते ही पैसा मिल गया। FCI का ये जुगाड़ मंडी के आढ़तियों को टक्कर दे रहा है।
मंडी के दाम vs MSP: कौन बेहतर?
अपने आसपास भामाशाह मंडी में गेहूं के दाम 2451 से 2792 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं, और औसत 2600 रुपये के आसपास है। MSP से थोड़ा ज्यादा होने की वजह से कई किसान मंडी में बेच रहे हैं, क्यूँकि वहाँ आढ़तिए तुरंत नकद दे देते हैं। लेकिन FCI भी पीछे नहीं है। प्रणव मुदगिल बताते हैं कि मंडी की भीड़ से बचाने और नजदीकी केंद्र पर MSP देने के लिए किसानों को बुलाया जा रहा है। हाड़ौती में FCI के 37 और अन्य एजेंसियों के 44 केंद्र हैं, जहाँ 3.24 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य है। मंडी में दाम ऊपर-नीचे होते हैं, लेकिन MSP की गारंटी और तुरंत भुगतान FCI को खास बनाता है।
आसान रजिस्ट्रेशन और खरीद प्रक्रिया
FCI ने खरीद को सरल कर दिया है। अपने इलाके में किसानों को केंद्र पर कोई कागज लाने की जरूरत नहीं। बस ऑनलाइन पंजीकरण कराना है, जिसमें आधार, बैंक खाता और जमीन का ब्यौरा देना होता है। ये कागज सिस्टम में ऑटो फेच होकर केंद्र तक पहुँच जाते हैं। 1 जनवरी से 25 जून 2025 तक रजिस्ट्रेशन का मौका है, और अब तक 26,000 के आसपास किसानों ने पंजीकरण कराया है। खरीद 10 मार्च से 30 जून 2025 तक चलेगी। हमारे यहाँ झालावाड़ में 11 केंद्र हैं—6 FCI के (भवानीमंडी, पिड़ावा, डग, चौमहला, मनोहरथाना, रायपुर), 1 राजफेड का (करावन जीएसएस) और 4 तिलहन संघ के (असनावर, पनवाड़, बकानी, झालरापाटन)। ये आसानी किसानों का भरोसा बढ़ा रही है।
किसान साथियों आप भी अपने गेहूं का उचित रेट लेना चाहते हैं तो FCI में आसानी से पंजीकरण करा कर तुरंत पैसा ले सकतें हैं।
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