सिर्फ 1 लाख की जादुई गाय रोज देती है 12 लीटर दूध, युवा पशुपालक को बना दिया राजा

गुजरात के अमरेली जिले में पशुपालन अब सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि युवाओं के लिए एक नया और शानदार व्यवसाय बन चुका है। खासतौर पर गिर गाय पालन ने यहां के लोगों को बेहतर आमदनी का जरिया दिया है। गिर गाय की विशेषताएं और इसकी दूध देने की क्षमता ने इसे पूरे सौराष्ट्र में मशहूर कर दिया है।

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सौराष्ट्र का अनमोल खजाना

गिर गाय की बात करें तो इसका नाम पूरे देश में सम्मान से लिया जाता है। इसका रंग भावनगर नस्ल से मिलता-जुलता है और यह ऊंचाई में लगभग 4.9 फीट और लंबाई में 8.3 फीट तक होती है। इसके शरीर की बनावट और दूध देने की क्षमता इसे दूसरी नस्लों से अलग बनाती है।

अमरेली जिले में गिर गाय पालने वाले लोग बताते हैं कि इस नस्ल की गायें बहुत लाभकारी होती हैं। एक गाय से महीने में 30 से 40 हजार रुपये तक की कमाई हो सकती है। यही वजह है कि यहां के युवा अब इस व्यवसाय की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं।

प्रदीपभाई परमार सफलता की मिसाल

दमनगर गांव के प्रदीपभाई परमार ने गिर गाय पालन को अपने जीवन का आधार बना लिया है। उनके पास एक गिर गाय है जिसकी कीमत 1.20 लाख रुपये है। यह गाय हर दिन लगभग 12 लीटर दूध देती है।

प्रदीपभाई बताते हैं कि इस दूध से घी बनाकर वह बाजार में बेचते हैं, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा होता है। उनका दूध और घी गुजरात के बाहर भी भेजा जाता है। उनका मानना है कि गिर गाय पालन से रोजगार के बेहतरीन अवसर बन सकते हैं, बशर्ते इसे सही तरीके से किया जाए।

गिर गाय के दूध के फायदे

गिर गाय का दूध स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो आयुर्वेद में भी उपयोगी माने गए हैं। यह दूध पाचन तंत्र को मजबूत करता है और हड्डियों को भी ताकत देता है। इसके अलावा, घी, मक्खन और दही जैसे उत्पाद बनाने के लिए यह दूध बेहद उपयुक्त होता है।

अमरेली जिले में गिर गाय पालन केवल एक व्यवसाय नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है। यहां के लोग अपनी गायों की देखभाल बहुत ही अच्छे तरीके से करते हैं। गायों को हरा चारा और साफ पानी दिया जाता है।

गिर गाय पालन में शुरुआती खर्च भले ही थोड़ा अधिक हो, लेकिन इसके फायदे भी उतने ही बड़े हैं। एक बार गाय पालने का तरीका समझ में आ जाए, तो यह व्यवसाय लगातार मुनाफा देने वाला साबित होता है।

गिर गाय पालन में आने वाली चुनौतियां

हालांकि, गिर गाय पालन में कुछ दिक्कतें भी आती हैं। सबसे बड़ी चुनौती है शुरुआती निवेश, क्योंकि गिर गाय की कीमत दूसरी नस्लों की गायों से ज्यादा होती है। इसके अलावा, इन गायों की सेहत का ध्यान रखना भी जरूरी है। अच्छी गुणवत्ता वाला चारा और समय-समय पर टीकाकरण इनकी देखभाल का हिस्सा है।

सरकार की मदद

गुजरात सरकार पशुपालकों की मदद के लिए कई योजनाएं चला रही है। गिर गाय पालन के लिए सब्सिडी और प्रशिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध हैं। इसके अलावा, गायों की सेहत जांचने के लिए विशेष पशु चिकित्सालय भी खोले गए हैं।

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  • Shashikant

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