Bhains Palan Tips: पशुपालन आजकल गाँव में कमाई का बढ़िया जरिया बन गया है। कई लोग अच्छी नौकरी छोड़कर इसमें उतर रहे हैं और मुनाफा कमा रहे हैं। लेकिन अगर सही जानकारी और समय का ध्यान न रखा जाए, तो मेहनत के बाद भी नुकसान हो सकता है। खासकर जुलाई-अगस्त में पशुपालन शुरू करना जोखिम भरा हो सकता है। बारिश के मौसम में पशुओं को कई परेशानियाँ झेलनी पड़ती हैं, जिससे शुरुआती नुकसान हो सकता है। आइए जानें कि बारिश में पशुपालन शुरू करने से क्या दिक्कतें आती हैं और इसे शुरू करने का सही समय क्या है।
बारिश में पशुपालन क्यों नुकसानदायक
जुलाई-अगस्त में मॉनसून की वजह से खूब बारिश होती है। इस मौसम में पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। बारिश की नमी और ठंडक से पशुओं का पाचन तंत्र कमजोर होता है, जिससे वे आसानी से बीमार पड़ सकते हैं। अगर शुरुआत में ही पशु बीमार हो जाएँ, तो नुकसान बढ़ जाता है। एक पशु की बीमारी बाकी पशुओं में भी फैल सकती है। गाँव में कई बार ऐसा देखा गया है कि बारिश में नए पशुशाला शुरू करने वाले किसानों को शुरुआती नुकसान उठाना पड़ा। इसलिए सही समय का इंतज़ार करना समझदारी है।
ये भी पढ़ें- कैसे मॉनसून में पशुओं की ये 6 बीमारियां घटा देती हैं दूध उत्पादन, ऐसे करें बचाव
बारिश के मौसम की मुश्किलें
मॉनसून में मौसम बदलता रहता है, जिससे पशु नए माहौल में ढल नहीं पाते। गाय-भैंस जैसे दुधारू पशुओं में दूध की मात्रा कम हो सकती है, क्योंकि नमी और ठंडक से उनकी चंचलता कम हो जाती है। मुर्गियों जैसे पक्षियों में भी इस मौसम में बीमारियाँ बढ़ जाती हैं। बारिश की वजह से खुरपका-मुंहपका, थनैला और गलाघोंटू जैसी बीमारियाँ गाय-भैंस में फैलती हैं। वहीं, मुर्गियों में निमोनिया, रानीखेत और बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। इन बीमारियों से बचाव के लिए खास देखभाल चाहिए, जो नए पशुपालकों के लिए मुश्किल हो सकता है।
बीमारियों से बचाव का ध्यान
बारिश में पशुशाला को साफ और सूखा रखना बहुत जरूरी है। अगर पशुशाला में नमी रहती है, तो बीमारियाँ जल्दी फैलती हैं। पशुओं को साफ पानी और अच्छा चारा देना चाहिए, ताकि उनकी ताकत बनी रहे। अगर कोई पशु बीमार दिखे, तो तुरंत पशु चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। बारिश में नए पशु लाने से बचें, क्योंकि नई जगह पर उनकी इम्यूनिटी और कमजोर होती है। गाँव में पशुपालकों ने देखा है कि सही देखभाल न होने पर एक बीमारी पूरे पशुशाला को नुकसान पहुँचा सकती है।
पशुपालन शुरू करने का सही समय
पशुपालन शुरू करने के लिए सितंबर से नवंबर की शुरुआत या फरवरी-मार्च का समय सबसे अच्छा है। इन महीनों में न तो ज्यादा गर्मी होती है, न ठंड, और बारिश का कोई झंझट नहीं होता। इस मौसम में पशु आसानी से नए माहौल में ढल जाते हैं और उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। सही समय पर शुरू करने से पशु जल्दी स्वस्थ रहते हैं और दूध या अंडे की पैदावार अच्छी होती है। गाँव में जो पशुपालक इस समय का ध्यान रखते हैं, उनकी कमाई बढ़ती है। तो बारिश का इंतज़ार करें और सही समय पर पशुपालन शुरू करें।
ये भी पढ़ें- पशुपालकों के लिए बड़ी खुशखबरी! सिर्फ ₹2 में होगा इलाज, इस नंबर पर कॉल करते ही डॉक्टर पहुंचेगा घर