रंगीन फूलगोभी की खेती से करें कमाल की कमाई, सेहत के लिए भी है लाजवाब

Rangeen Phool Gobhi Ki kheti :  बिहार के रोहतास जिले के सासाराम प्रखंड में रंगीन फूलगोभी की खेती ने खेती-किसानी को एक नया रास्ता दिखाया है। कैरेटिना (पीली) और एलिनटिला (गुलाबी) जैसी खास किस्मों की खेती न सिर्फ देखने में आकर्षक है, बल्कि ये पोषण से भरपूर और मुनाफे का सौदा भी है। ये फूलगोभी अपने अनोखे रंगों और स्वास्थ्यवर्धक गुणों की वजह से बाजार में खूब पसंद की जा रही है। आइए जानते हैं कि ये खेती कैसे किसानों और उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद बन रही है।

Table of Contents

कैरेटिना: पीली गोभी का सेहतमंद जादू

कैरेटिना फूलगोभी अपने चटख पीले रंग से सबका ध्यान खींचती है। इसमें बीटा-कैरोटीन की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर में विटामिन ए बनता है। ये आंखों की रोशनी बढ़ाने, त्वचा को निखारने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करता है। इसका स्वाद पारंपरिक सफेद गोभी से थोड़ा मीठा है, जो इसे खास बनाता है। सलाद, सब्जी या सूप में ये गोभी रंग और स्वाद दोनों जोड़ती है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं।

एलिनटिला: गुलाबी रंग का पोषण भरा तोहफा

एलिनटिला फूलगोभी का गुलाबी रंग इसे बाजार में सबसे अलग बनाता है। ये रंग एंथोसाइनिन नामक एंटीऑक्सीडेंट की वजह से है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है। ये हृदय रोग, कैंसर और डायबिटीज जैसे खतरों को कम करने में मदद करता है। साथ ही, ये हड्डियों को ताकत देता है और दिमाग की सेहत के लिए भी फायदेमंद है। इसका क्रंची टेक्सचर और हल्का स्वाद इसे सलाद या हल्की भुनी सब्जियों के लिए शानदार बनाता है।

मुनाफे का नया रास्ता

सामान्य सफेद फूलगोभी बाजार में 6-7 रुपये प्रति किलो बिकती है, लेकिन कैरेटिना और एलिनटिला जैसी रंगीन गोभियां 20 रुपये प्रति किलो तक आसानी से बिकती हैं। शहरों के बड़े बाजारों में इनकी कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक भी पहुंच जाती है। इसकी वजह है इनकी कम उपलब्धता और बढ़ती मांग। ये खेती छोटे और मझोले किसानों के लिए खास तौर पर फायदेमंद है, क्योंकि ये कम लागत में ज्यादा मुनाफा देती है। साथ ही, ये पारंपरिक खेती से हटकर कुछ नया करने का मौका देती है।

खेती का तरीका: आसान और असरदार

रंगीन फूलगोभी की खेती के लिए रोहतास की मिट्टी और मौसम एकदम सही है। ये फसल ठंडे मौसम में अच्छी होती है, इसलिए अक्टूबर-नवंबर में बुवाई का समय सबसे अच्छा है। नर्सरी में पौध तैयार करके 45×45 सेमी की दूरी पर रोपाई करें। मिट्टी को ताकत देने के लिए गोबर की खाद और वर्मी कम्पोस्ट का इस्तेमाल करें। पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए ड्रिप इरिगेशन अपनाएं, इससे पानी की बचत होती है और पौधों को सही नमी मिलती है। कीटों से बचाव के लिए नीम तेल और जैविक कीटनाशकों का छिड़काव करें।

कैरेटिना और एलिनटिला की फसल 70-80 दिन में तैयार हो जाती है। इनके सिर मध्यम आकार के और सख्त होते हैं, जो बाजार में अच्छा दाम दिलाते हैं। नियमित निगरानी से छोटी-मोटी समस्याओं को वक्त रहते ठीक किया जा सकता है।

उपभोक्ताओं के लिए स्वाद और सेहत का संगम

रंगीन फूलगोभी रसोई में नई जान डाल रही है। ये सलाद, स्टिर-फ्राई, सूप और बच्चों के टिफिन में खूब पसंद की जा रही है। होटल और रेस्तरां में भी ये अपनी जगह बना रही है। ये गोभी विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन और फाइबर से भरपूर है। जो लोग अपनी डाइट में कुछ नया और हेल्दी चाहते हैं, उनके लिए ये एकदम सही है। बिहार के शहरी बाजारों में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।

किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत

रंगीन फूलगोभी की खेती अब रोहतास और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बन रही है। ये उन किसानों के लिए प्रेरणा है, जो अपनी खेती को और फायदेमंद बनाना चाहते हैं। छोटी जमीन पर भी ये फसल अच्छा मुनाफा दे सकती है। अगर सही तरीके अपनाए जाएं, तो ये खेती न सिर्फ जेब भर सकती है, बल्कि गांव की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर सकती है।

सरकार और संस्थानों का सहारा

बिहार में कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), रोहतास और उद्यान विभाग रंगीन फूलगोभी जैसी नई फसलों को बढ़ावा दे रहे हैं। वहां से किसानों को बीज, प्रशिक्षण और तकनीकी जानकारी मिल रही है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और जैविक खेती मिशन जैसी योजनाएं भी इस तरह की खेती को आसान बना रही हैं। अगर आप इस खेती को शुरू करना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी KVK या कृषि विभाग से संपर्क करें।

खेती का रंगीन भविष्य

रंगीन फूलगोभी की खेती साबित करती है कि मेहनत और नई सोच से खेती को नया मुकाम दिया जा सकता है। ये न सिर्फ किसानों की कमाई बढ़ा रही है, बल्कि बिहार की खेती को भी रंगीन बना रही है। अगर आप अपने खेत में कुछ नया और मुनाफे वाला उगाने की सोच रहे हैं, तो कैरेटिना और एलिनटिला आपके लिए सही विकल्प हो सकती हैं।

ये भी पढ़ें- हर गोभी का वजन 3 किलो से ज्यादा! न फूटेगी न पड़ेंगे कीड़े, किसान ने बताया सीक्रेट फॉर्मूला

Author

  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

    View all posts

1 thought on “रंगीन फूलगोभी की खेती से करें कमाल की कमाई, सेहत के लिए भी है लाजवाब”

Leave a Comment