इफको-आकाशवाणी की जोड़ी लाई खेती में क्रांति, नवाचार पर चर्चा से खुले नए रास्ते!

किसान भाइयों, 28 जून 2025 को इफको और आकाशवाणी लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में इफको भवन, गोमती नगर, लखनऊ में एक खास परिचर्चा का आयोजन हुआ। ये कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के नवाचारी किसानों के लिए था, जहाँ नैनो और विशिष्ट उर्वरकों पर चर्चा हुई। मुख्य अतिथि डॉ. अजीत चतुर्वेदी, निदेशक आकाशवाणी केंद्र लखनऊ रहे। इस आयोजन में किसानों ने अपनी नई तकनीकों और अनुभव साझा किए, जो खेती को लाभकारी बनाने की राह दिखाते हैं। आइए, इस कार्यक्रम की खासियतों और सीख पर नजर डालते हैं।

परिचर्चा का शानदार मंच

इफको भवन में आयोजित इस परिचर्चा में उत्तर प्रदेश के कई किसानों ने हिस्सा लिया। उन्होंने औषधीय पौधों, बागवानी, गन्ना, धान, आलू, गेहूँ, और मक्का जैसी फसलों पर नैनो डीएपी, नैनो यूरिया, और जल विलेय उर्वरकों के प्रयोग से हुए लाभ बताए। इन उर्वरकों ने उत्पादन में वृद्धि की, फसलों की गुणवत्ता बेहतर की, और मिट्टी में जीवाणुओं की संख्या बढ़ाई। खरपतवार और रोगों में कमी आने से खेती आसान हुई। कार्यक्रम में किसानों ने सुझाव दिए कि खेती के साथ अन्य कृषि आधारित व्यवसाय अपनाकर आय बढ़ाई जा सकती है, और इसके लिए बिक्री की सही व्यवस्था जरूरी है।

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विशेषज्ञों की सलाह

डॉ. अजीत चतुर्वेदी ने किसानों को प्रेरित किया कि वे नवाचार अपनाएँ और अपने अनुभवों को दूसरों के साथ साझा करें। उन्होंने जोर दिया कि जमीन की सेहत बनाए रखने के लिए उर्वरकों का संतुलित प्रयोग करें। डॉ. के.एन. तिवारी, इफको के सलाहकार, ने नैनो और विशिष्ट उर्वरकों के लाभ, प्रयोग विधि, और पोषक तत्वों की कमी दूर करने के उपाय बताए। श्री यतेंद्र तेवतिया, राज्य विपणन प्रबंधक इफको, ने कंपनी की गतिविधियों और किसानों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। डॉ. शुशील राय ने कार्यक्रम को संचालित कर किसानों के नवोन्मेष को सामने लाया, जबकि डॉ. आर.के. नायक ने संचालन की बागडोर संभाली। अंत में श्री एस.पी. सिंह ने आभार व्यक्त किया।

नैनो उर्वरकों का कमाल

किसानों ने बताया कि नैनो डीएपी और नैनो यूरिया का इस्तेमाल करने से फसलों की पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। ये उर्वरक मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ाते हैं और जीवाणुओं को पनपने में मदद करते हैं। खरपतवार और रोगों में कमी आने से मेहनत भी कम हुई। जल विलेय उर्वरक और सागरिका जैसे उत्पादों को किफायती और प्रभावशाली बताया गया। नीचे दी गई सरणी इन उर्वरकों के लाभों को दर्शाती है:

उर्वरक

लाभ

नैनो डीएपी

उत्पादन वृद्धि, मिट्टी स्वास्थ्य

नैनो यूरिया

पोषक तत्व उपलब्धता, रोग नियंत्रण

जल विलेय उर्वरक

गुणवत्ता सुधार, आसान प्रयोग

सागरिका

खरपतवार कम, फसल सुरक्षा

ये उर्वरक न सिर्फ फसल को ताकत देते हैं, बल्कि मिट्टी को लंबे समय तक उपजाऊ रखते हैं।

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आय बढ़ाने के रास्ते

परिचर्चा में ये बात सामने आई कि खेती के साथ अन्य व्यवसाय अपनाना आय बढ़ाने का अच्छा तरीका है। किसानों ने सुझाव दिया कि अपने उत्पादों चाहे अनाज हो या सब्जियाँ की बिक्री के लिए स्थानीय हाट, सहकारी समितियाँ, या ऑनलाइन मंचों का इस्तेमाल हो। कुछ ने मधुमक्खी पालन और मुर्गी पालन जैसे विकल्पों पर भी चर्चा की। बिक्री के लिए उचित पैकिंग और मार्केटिंग पर जोर दिया गया, ताकि ग्राहक आकर्षित हों। नीचे दी गई सरणी आय वृद्धि के तरीकों को दिखाती है:

व्यवसाय

लाभ

स्थानीय हाट

तुरंत बिक्री, अच्छा दाम

ऑनलाइन मंच

व्यापक बाजार, निर्यात संभावना

मधुमक्खी पालन

अतिरिक्त आय, फसल परागण

मुर्गी पालन

नियमित मुनाफा, कम लागत

नवाचार का महत्व

किसानों ने अपने नवोन्मेष साझा किए, जैसे औषधीय फसलों में नैनो उर्वरकों का प्रयोग और बागवानी में जल विलेय खाद का इस्तेमाल। उन्होंने बताया कि इन तकनीकों से लागत कम हुई और उत्पादन बढ़ा। डॉ. चतुर्वेदी ने जोर दिया कि ये नवाचार दूसरों के लिए प्रेरणा हैं। किसानों को सलाह दी गई कि वे अपने अनुभवों को गाँव-गाँव पहुँचाएँ, ताकि हर कोई लाभ उठा सके।

मिट्टी और पर्यावरण की चिंता

नैनो उर्वरकों के प्रयोग से (Iffco Nano Fertilizers) मिट्टी में जीवाणुओं की वृद्धि होती है, जो उसकी उर्वरता बनाए रखती है। रासायनिक खाद की तुलना में ये पर्यावरण के लिए सुरक्षित हैं। किसानों ने बताया कि खरपतवार और रोग कम होने से फसलों की देखभाल आसान हुई। डॉ. तिवारी ने संतुलित प्रयोग की सलाह दी, ताकि मिट्टी की सेहत बनी रहे।

जुलाई में खरीफ सीजन शुरू होने वाला है, और ये परिचर्चा किसानों के लिए समय पर आई है। नैनो उर्वरकों का इस्तेमाल फसलों को मजबूती देगा और आय बढ़ाएगा। सरकार की ओर से इफको और आकाशवाणी का ये प्रयास खेती को नई दिशा दे रहा है। इस परिचर्चा ने किसानों को नई सोच दी है। नवाचार, उर्वरक प्रयोग, और आय वृद्धि के तरीकों से खेती को समृद्ध बनाया जा सकता है। आइए, मिलकर इस मंच को आगे बढ़ाएँ और खेतों को समृद्ध करें।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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