हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना में रविवार को नई अनाज मंडी में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के आह्वान पर एक विशाल किसान महापंचायत आयोजित हुई। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के बैनर तले और जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में इस आयोजन में हजारों किसानों ने शिरकत की। इस महापंचायत में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) गारंटी कानून, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के प्रभाव और किसानों-मजदूरों की कर्जमुक्ति जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
किसान नेताओं ने 25 अगस्त को दिल्ली में एक दिन की राष्ट्रीय किसान महापंचायत के लिए बड़े पैमाने पर भागीदारी का आह्वान किया। यह आयोजन किसानों के हक की लड़ाई को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
दिल्ली कूच की तैयारी
महापंचायत में किसान नेताओं ने कहा कि किसानों पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। एक ओर नई योजनाओं के जरिए उनकी जमीनों पर कब्जे की साजिश रची जा रही है, तो दूसरी ओर अमेरिका जैसे देश भारत के खेती, डेयरी, पोल्ट्री और मछली पालन क्षेत्रों में दखल देने की कोशिश कर रहे हैं। नेताओं ने जोर देकर कहा कि किसानों को एकजुट होकर इन चुनौतियों का मुकाबला करना होगा।
इसके लिए 25 अगस्त को दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय किसान महापंचायत की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसकी रणनीति को मजबूत करने के लिए 11-12 अगस्त को राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़, 14-15 अगस्त को मध्य प्रदेश के इटारसी और अशोकनगर, तथा 17-19 अगस्त को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, संभल और बागपत में महापंचायतें आयोजित की जाएंगी। इन आयोजनों का मकसद ज्यादा से ज्यादा किसानों को संगठित करना है।
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प्रमुख मांगें और आंदोलन की रणनीति
किसान नेताओं ने महापंचायत में MSP गारंटी कानून लागू करने, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को तुरंत अमल में लाने और 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून को पूरे देश में फिर से लागू करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि इन कदमों से किसानों को उनका हक मिलेगा और किसान आत्महत्याओं पर रोक लगेगी। नेताओं ने सभी किसान संगठनों से एकजुट होकर आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार को किसानों की मांगों को गंभीरता से लेना होगा, वरना देशव्यापी आंदोलन और तेज होगा। इस महापंचायत ने किसानों में एक नया जोश भरा और दिल्ली कूच की तैयारियों को गति दी।
आयोजन में शामिल प्रमुख चेहरे
महापंचायत में जगजीत सिंह डल्लेवाल, बलदेव सिंह सिरसा, सतनाम सिंह बेहरू, राजबीर सिंह, अनिल तालान, नितिन बालयान, इंदरजीत पन्नीवाला, जरनैल सिंह चहल, गुरदास सिंह और अभिमन्यु कोहाड़ जैसे प्रमुख किसान नेता शामिल हुए। आयोजन का संचालन बिहार किसान यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता मनोज जागलान ने किया। जिला प्रधान शमशेर पूनिया ने सभी नेताओं का स्वागत किया। यह महापंचायत न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश के किसानों के लिए एकजुटता का संदेश लेकर आई। नेताओं ने किसानों से अपील की कि वे अपनी मांगों के लिए एकजुट होकर आवाज बुलंद करें।
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