Pili jukini Ki Kheti: हर मौसम में कुछ फसलें ऐसी होती हैं जो किसानों के लिए सोने का सौदा साबित होती हैं। इनमें न ज्यादा खर्चा लगता है, न मेहनत ज्यादा करनी पड़ती है, और जंगली जानवर भी इनसे दूर रहते हैं। ऊपर से इनकी माँग बड़े होटलों, सुपरमार्केट्स और बाजारों में सालभर बनी रहती है। ऐसी ही एक खास फसल है पीली जुकिनी, जो कद्दू की फैमिली से आती है। ये कम समय में तैयार होती है और मुनाफा कई गुना देती है। अगर आप भी अपने खेत को कमाई का ठिकाना बनाना चाहते हैं, तो पीली जुकिनी आपके लिए बेस्ट है।
पीली जुकिनी की खासियत
पीली जुकिनी की सबसे बड़ी खूबी ये है कि ये जल्दी तैयार हो जाती है और बाजार में इसकी डिमांड कभी कम नहीं होती। ये कद्दू की एक खास वैरायटी है, जो आम बाजारों में कम दिखती है। बड़े रेस्टोरेंट्स, मॉल और होटलों में इसे खूब पसंद किया जाता है। ये न सिर्फ सब्जी के तौर पर बल्कि स्पेशल व्यंजनों में भी इस्तेमाल होती है, इसलिए इसकी कीमत आम कद्दू से ज्यादा मिलती है। जंगली जानवर इसे नुकसान नहीं पहुँचाते, जो इसे और फायदेमंद बनाता है। ये फसल कम लागत में बड़ी कमाई का रास्ता खोलती है। गाँव के किसानों के लिए इससे बेहतर मौका कहाँ मिलेगा?
खेती का आसान तरीका
पीली जुकिनी की खेती करना बहुत आसान है। सबसे पहले खेत की 2-3 बार गहरी जुताई करें, ताकि मिट्टी ढीली और हवादार हो जाए। फिर वर्मी कंपोस्ट खाद डालकर मिट्टी को समतल कर लें। इसके बाद मेड़ बनाएँ और मल्चिंग करें – यानी प्लास्टिक चादर बिछाएँ, जिससे पानी बचे और खरपतवार न उगे। फिर बीजों को थोड़ी-थोड़ी दूरी पर बो दें। मल्चिंग से फसल की सेहत बढ़ती है और मेहनत कम लगती है। थोड़ी देखभाल करें, और फसल जल्दी तैयार हो जाएगी। कृषि वैज्ञानिक भी कहते हैं कि सही तकनीक से ये फसल कम समय में बंपर पैदावार देती है।
मुनाफे का गणित
एक बीघे में पीली जुकिनी की खेती का खर्च 8 से 10 हजार रुपये आता है, लेकिन हर फसल से 70 से 80 हजार रुपये तक की कमाई हो सकती है। यानी हर बीघे से 60-70 हजार का शुद्ध मुनाफा आपके हाथ में! दो बीघे में ये डेढ़ लाख तक का फायदा दे सकती है। बाजार में इसकी कीमत ऊँची रहती है, क्योंकि ये आम कद्दू से अलग और खास है। बड़े शेफ इसे अपने व्यंजनों में इस्तेमाल करते हैं, और सुपरमार्केट में भी ये जल्दी बिक जाती है। छोटे किसानों के लिए ये फसल कम लागत में बड़ी कमाई का रास्ता है।
बाजार में बढ़ती माँग
पीली जुकिनी की डिमांड लगातार बढ़ रही है, खासकर होटल इंडस्ट्री में। बड़े रेस्टोरेंट्स और मॉल में इसकी खपत सालभर रहती है। गर्मियों में भी इसकी माँग कम नहीं होती, क्योंकि ये खास डिशेज का हिस्सा बनती है। कृषि वैज्ञानिक मानते हैं कि ये फसल किसानों के लिए बेस्ट ऑप्शन है। सही देखभाल और तकनीक से ये न सिर्फ ज्यादा पैदा करती है, बल्कि अच्छा दाम भी दिलाती है। ये आपके खेत को मुनाफे का ठिकाना बना सकती है। गाँव में इसे अपनाने वाले किसान अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं।
खेती का नया रंग
कई किसानों से बात करके पता चला कि पीली जुकिनी जैसी फसलें छोटे खेतों में भी बड़ी उम्मीद जगाती हैं। मल्चिंग का तरीका पानी बचाता है और फसल को तेजी से बढ़ाता है। एक किसान ने बताया कि उसने इसे आजमाया और पहली फसल से ही अच्छा दाम पाया। ये फसल न सिर्फ जेब भरती है, बल्कि खेती में नया जोश भी लाती है। सही समय पर बो दें, तो ये आपके खेत को चमका सकती है।
ये भी पढ़ें- मार्च में 1 एकड़ खेत में डालें 10 KG ये बीज, गर्मी में होगी नोटों की बारिश, अभी शुरू करें