ऑर्गेनिक माइक्रोग्रीन्स: खेती का छोटा पैकेट बड़ा धमाका, कम जगह में करें बम्पर कमाई

हमारे मेहनती किसान भाइयों और बहनों, क्या आपने कभी सोचा कि छोटी सी जगह में भी खेती से लाखों कमाए जा सकते हैं? ऑर्गेनिक माइक्रोग्रीन्स ऐसा ही एक शानदार तरीका है, जो गाँव से लेकर शहर तक हर जगह कमाल कर रहा है। ये छोटे-छोटे पौधे हैं – मूली, मेथी, धनिया या सरसों के बीज से उगाए गए – जो सिर्फ 10-20 दिन में तैयार हो जाते हैं और बाजार में 200-300 रुपये प्रति किलो तक बिकते हैं। बड़े खेत की जरूरत नहीं, बस एक ट्रे या गमले से शुरू करो। आइये, इसे समझें कि ऑर्गेनिक माइक्रोग्रीन्स खेती कैसे करेगी कमाल।

माइक्रोग्रीन्स क्या हैं

ऑर्गेनिक माइक्रोग्रीन्स वो छोटे पौधे हैं, जो बीज से निकलने के 7-20 दिन बाद काटे जाते हैं। इनमें विटामिन, खनिज, और एंटीऑक्सिडेंट्स सामान्य सब्जियों से 4-5 गुना ज्यादा होते हैं। मूली का माइक्रोग्रीन तीखा, मेथी का कड़वा, और धनिया का सुगंधित स्वाद देता है। ये सलाद, सूप, और सजावट में इस्तेमाल होते हैं। शहरों में होटल और स्वास्थ्य प्रेमी इन्हें हाथों-हाथ लेते हैं। छोटी जगह में खेती के लिए ये बेस्ट है, और जैविक होने से माँग दोगुनी। यही है माइक्रोग्रीन का खेल।

ऑर्गेनिक माइक्रोग्रीन्स: खेती का छोटा पैकेट बड़ा धमाका, कम जगह में करें बम्पर कमाई

ट्रे से शुरू करो

जैविक माइक्रोग्रीन्स खेती शुरू करना बच्चों का खेल है। एक प्लास्टिक ट्रे (2×1 फीट) लें, उसमें 2-3 इंच मिट्टी और गोबर खाद (50:50) भरें। मूली, मेथी, या धनिया के बीज (20-30 ग्राम) छिड़कें। हल्का पानी डालें और ट्रे को छाया में रखें। 2-3 दिन में अंकुर निकल आएँगे। फिर धूप में रखें, और रोज थोड़ा पानी दें। 10-20 दिन में 3-4 इंच लंबे पौधे कैंची से काट लें। प्रति ट्रे 200-300 ग्राम माइक्रोग्रीन तैयार होता है। ये घर पर माइक्रोग्रीन्स का शानदार तरीका है।

गर्मी में खेती

गर्मी में ऑर्गेनिक माइक्रोग्रीन्स उगाना आसान है। मार्च से जून तक तापमान इनके लिए बढ़िया रहता है। बस ट्रे को तेज धूप से बचाएँ – छाया में या घर के अंदर रखें। मूली का माइक्रोग्रीन 7-10 दिन में, मेथी 10-14 दिन में, और सरसों 15-20 दिन में तैयार। पानी की जरूरत कम है, दिन में एक बार हल्का छिड़काव काफी। मिट्टी में नीम की खली (50 ग्राम प्रति ट्रे) मिलाएँ, ताकि कीट न आएँ। ये मुनाफे की खेती का छोटा पैकेट है।

ऑर्गेनिक माइक्रोग्रीन्स: खेती का छोटा पैकेट बड़ा धमाका, कम जगह में करें बम्पर कमाई

छोटी मेहनत, बड़ी कमाई

ऑर्गेनिक माइक्रोग्रीन्स की खेती में लागत बहुत कम है। एक ट्रे तैयार करने में 50-100 रुपये (बीज, मिट्टी, खाद) लगते हैं। प्रति ट्रे 200-300 ग्राम माइक्रोग्रीन मिलता है, जो 200-300 रुपये प्रति किलो बिकता है। यानी एक ट्रे से 50-90 रुपये की कमाई। 10 ट्रे से महीने में 500-900 रुपये, और बड़े स्तर पर हेक्टेयर से 50,000-1 लाख तक मुनाफा। शहरों में होटल, रेस्तराँ, और ऑनलाइन मार्केट में माँग बढ़ रही है। ये मुनाफे की खेती का जबरदस्त रास्ता है।

बीज और देखभाल

जैविक माइक्रोग्रीन्स खेती के लिए जैविक बीज चुनें – मूली, मेथी, धनिया, या सरसों। बीज को बोने से पहले 6-8 घंटे पानी में भिगोएँ। मिट्टी नम रखें, पर ज्यादा गीली न करें। कीटों से बचाने के लिए नीम का घोल (5 मिली प्रति लीटर पानी) छिड़कें। ट्रे को हवादार जगह पर रखें। कटाई के बाद मिट्टी को फिर से खाद डालकर तैयार करें। ये तरीका छोटी जगह में खेती को आसान बनाता है।

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गर्मी की चुनौतियाँ और शानदार हल

गर्मी में तेज धूप और पानी का सूखना चुनौती है। लेकिन ऑर्गेनिक माइक्रोग्रीन्स इनसे डरते नहीं। ट्रे को छाया में रखें या घर के अंदर शिफ्ट करें। पानी रोज हल्का दें, ज्यादा न डालें। फफूंद से बचाने के लिए हवा का बहाव रखें। मिट्टी में गोबर खाद और नीम खली मिलाने से कीट और बीमारी दूर रहते हैं। गाँव में लोग कहते हैं, “गर्मी को चकमा दो, हरियाली तैयार करो।” ये आसान हल मुनाफे की खेती को बरकरार रखते हैं।

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  • Shashikant

    नमस्ते, मैं शशिकांत। मैं 2 साल से पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे खेती से सम्बंधित सभी विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी एकदम सटीक ताजा खबरें बताऊंगा। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं। जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप Krishitak.com के साथ जुड़े रहिए।

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