Black Turmeric Cultivation in Hindi: किसान भाइयों, अगर आप कम समय में लाखों-करोड़ों कमाना चाहते हैं, तो काली हल्दी की खेती आपके लिए सुनहरा मौका लेकर आई है। ये फसल सिर्फ 9 महीने में तैयार हो जाती है और मोटा मुनाफा देती है। आयुर्वेद में इसका खास स्थान है और ये किसानों को मालामाल कर सकती है। जिनके पास समय कम है और पानी की कमी नहीं, उनके लिए ये खेती बिल्कुल मुफीद है।
काली हल्दी का बीज 600 रुपये किलो बिकता है, और कंद पकने के बाद अगर इसे प्रोसेस करके पाउडर बनाया जाए, तो बड़ी-बड़ी कंपनियाँ 3000 रुपये किलो तक खरीद लेती हैं। खेती का सीजन शुरू हो चुका है, तो चलिए जानते हैं इसे कैसे उगाएँ।
काली हल्दी की खेती का सही समय
बुंदेलखंड के सागर में लंबे समय से काली हल्दी की खेती कर रहे किसान आकाश चौरसिया बताते हैं कि हल्दी की बुआई के दो सीजन हैं। फरवरी और मार्च में इसे लगा सकते हैं, लेकिन मार्च में गर्मी की वजह से लपेट लगने का खतरा रहता है, जिससे फसल खराब हो सकती है। अगर मल्टी लेयर एग्रीकल्चर टेक्निक से लगाएँ, तो फसल को पूरा समय मिलता है और इसमें करक्यूमिन की मात्रा बढ़ती है।
इससे फार्मा कंपनियाँ और आयुर्वेद संस्थान अच्छी कीमत देते हैं। वहीं, खुले खेत में खेती के लिए जून का महीना ठीक है, लेकिन तब फसल को सिर्फ 7 महीने मिलते हैं। काली हल्दी को अच्छे से तैयार होने में 9 से 10 महीने लगते हैं, इसलिए मल्टी लेयर तरीका बेहतर है।
खेत की तैयारी और बुआई का तरीका
आकाश चौरसिया बताते हैं कि काली हल्दी लगाने से पहले मिट्टी का इलाज जरूरी है। इसके लिए खेत में चूना और नीम पाउडर का छिड़काव करें। फिर 10 टन गोबर की पकी हुई खाद और 10 टन वर्मी कंपोस्ट डालकर खेत को 15 दिन के लिए खुला छोड़ दें। अच्छी धूप लगने के बाद खेत की जुताई करें। इसके बाद चार-चार फीट के बेड बनाएँ। इन बेड्स में 6 इंच की दूरी और 2 इंच की गहराई पर हल्दी के कंद लगाएँ। एक एकड़ में करीब 300 किलो बीज लगता है। अगर सही देखभाल करें, तो एक एकड़ से 20 क्विंटल से 40 क्विंटल तक उत्पादन हो सकता है।
मुनाफे का गणित
काली हल्दी की खेती में लागत कम और फायदा ज्यादा है। 300 किलो बीज की कीमत 1,80,000 रुपये के आसपास पड़ती है। अगर 20 क्विंटल उत्पादन भी हो, तो प्रोसेस्ड पाउडर 3000 रुपये किलो से बिकेगा। यानी 20 क्विंटल (2000 किलो) से 60 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है। लागत निकालने के बाद भी लाखों का मुनाफा आपके हाथ में होगा। बड़ी कंपनियाँ इसे हाथोंहाथ खरीदती हैं, क्योंकि इसमें करक्यूमिन की मात्रा ज्यादा होती है।
किसानों के लिए सलाह
किसान भाइयों और बहनों, काली हल्दी की खेती आपके लिए बड़ा मौका है। अगर आपके पास पानी की सुविधा है, तो अभी से खेत तैयार करें। मल्टी लेयर तरीके से फरवरी-मार्च में बुआई करें, या जून में खुले खेत में लगाएँ। मिट्टी को अच्छे से तैयार करें और गोबर-वर्मी खाद का इस्तेमाल करें। कंद को प्रोसेस करके पाउडर बनाएँ, ताकि ज्यादा कीमत मिले। अपने नजदीकी कृषि केंद्र से सलाह लें और बीज खरीदें। 9 महीने की मेहनत आपको मालामाल कर सकती है। अभी तैयारी शुरू कर दें, ताकि अगली फसल में आपकी जेब भरे।
ये भी पढ़ें- यूपी के किसानों के लिए खुशखबरी! जायद फसल के बीजों पर मिल रही बम्पर छूट, ऐसे उठाएं फायदा