Top 5 Medicinal Plants Farming: किसान भाइयों, हमारे देश में पुराने जमाने से लोग रोगों से बचने और इलाज के लिए पौधों का इस्तेमाल करते आए हैं। पौधों की जड़ें, तने, पत्तियाँ, फूल, फल, बीज और यहाँ तक कि छाल भी दवा के काम आती रही है। अब वक्त बदल गया है और औषधीय पौधों की खेती से आप अपनी जेब भर सकते हैं। कोरोना काल के बाद देश-दुनिया में इनकी माँग बढ़ी है।
कई इलाकों में किसान इसे उगा रहे हैं और मौसमी फसलों से ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं। कम उपजाऊ जमीन को भी काम में लाकर आप अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। चलिए, पाँच ऐसे औषधीय पौधों के बारे में जानते हैं, जिनकी खेती से मोटी कमाई हो सकती है।
1. तुलसी की खेती
तुलसी हर घर में पवित्र मानी जाती है और इसके औषधीय गुण इसे खास बनाते हैं। गले का इन्फेक्शन हो या दूसरी परेशानी, तुलसी की पत्तियाँ राहत देती हैं। इसे उगाना आसान है और बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिलती है। किसान इसे लगाकर कमाई का अच्छा जरिया बना सकते हैं। ये पौधा कम जगह में भी उग जाता है और ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती। हर मौसम में इसे लगाया जा सकता है और औषधि के रूप में इसकी माँग हमेशा बनी रहती है।
2. सहजन की खेती
सहजन, जिसे ड्रम स्टिक भी कहते हैं, आजकल खूब माँग में है। इसकी पत्तियाँ, छाल, फल और जड़ सब उपयोगी हैं। बीज से तेल निकलता है और सब्जी से लेकर दवाइयों तक में इसका इस्तेमाल होता है। ऊँचे दामों की वजह से ये किसानों के लिए फायदेमंद है। ये पौधा सूखी जमीन में भी उग जाता है और पानी की कम जरूरत पड़ती है। एक बार लगाने के बाद सालों तक फायदा देता है। बाजार में इसकी कीमत अच्छी मिलती है, जिससे मुनाफा बढ़ता है।
3. मूसली की खेती
मूसली स्वास्थ्य के लिए बड़ी फायदेमंद है और आय बढ़ाने में कमाल करती है। आयुर्वेदिक दवाइयों में इसका खूब उपयोग होता है। बाजार में माँग ज्यादा होने से इसकी खेती से अच्छा मुनाफा मिलता है। ये पौधा कम मेहनत में उग जाता है और प्राकृतिक आपदाओं से कम प्रभावित होता है। इसकी जड़ें दवाइयों में काम आती हैं, जिसकी वजह से बड़ी कंपनियाँ इसे हाथोंहाथ खरीदती हैं। किसान इसे लगाकर अपनी जेब मजबूत कर सकते हैं।
4. लेमन ग्रास की खेती
लेमन ग्रास यानी नींबू घास की खेती आसान है। पशु इसे नहीं खाते और एक बार लगाने के बाद 4-5 साल तक मुनाफा देती है। साल में 4-5 बार पानी देना काफी है और इसके औषधीय गुण इसे कीमती बनाते हैं। इसे लगाने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। एक बार रोपाई के बाद सिर्फ एक बार निराई करनी होती है। कम उपजाऊ जमीन में भी ये अच्छे से उगती है और बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिलती है।
5. मेंथा की खेती
मेंथा की खेती मुनाफे का सौदा है। इसका तेल 2000 से 3000 रुपये किलो तक बिकता है। फरवरी-मार्च में इसे लगाना बेस्ट है और दवाइयों में इस्तेमाल होने से इसकी डिमांड देश-विदेश में रहती है। ये फसल दूसरी फसलों से ज्यादा मुनाफा देती है। इसमें औषधीय गुण होने की वजह से बड़ी कंपनियाँ इसे खरीदती हैं। कम पानी और मेहनत में उगने वाली ये फसल किसानों के लिए फायदेमंद है।
क्यों फायदेमंद है औषधीय खेती
औषधीय पौधों की खेती में मौसम की चिंता नहीं करनी पड़ती, क्योंकि ज्यादातर पौधे किसी भी महीने में लगाए जा सकते हैं। कम उपजाऊ मिट्टी में भी ये उग जाते हैं और ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती। आम फसलों से इसका बाजार भाव कहीं ज्यादा है, इसलिए मुनाफा पक्का है। ये पौधे प्राकृतिक आपदाओं से कम प्रभावित होते हैं और नीलगाय जैसे जानवर इन्हें नुकसान नहीं पहुँचाते। कम मेहनत में बढ़िया कमाई का ये शानदार तरीका है।
औषधीय खेती के फायदे
औषधीय पौधों की खेती में दूसरी फसलों की तुलना में लागत कम लगती है। प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान का डर कम रहता है। नीलगाय इन फसलों को छूती तक नहीं। ये खेती आय का बड़ा जरिया बन सकती है, क्योंकि इनका इस्तेमाल दवाइयाँ बनाने में होता है। बाजार में इनकी कीमत ऊँची रहती है और माँग कभी कम नहीं होती।
किसानों के लिए सलाह
किसान भाइयों, अगर आप अपनी कमाई बढ़ाना चाहते हैं, तो इन पाँच औषधीय पौधों की खेती शुरू करें। अपने खेत की मिट्टी के हिसाब से फसल चुनें और नजदीकी कृषि केंद्र से बीज लें। फसल तैयार होने पर आयुर्वेदिक कंपनियों या बाजार में बेचें। ये तरीका आपकी जेब को जल्दी भर सकता है और खाली जमीन को भी सोने में बदल सकता है। अभी से तैयारी शुरू कर दें, ताकि अगले सीजन में मुनाफा आपके हाथ में हो।
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