Kala Kasturi Mango Ki Kheti: भाइयों, हमारे यहाँ आम को फलों का राजा कहते हैं, लेकिन काला कस्तूरी आम इसकी शान को नया रंग देता है। ये काला आम स्वाद में लाजवाब और सेहत के लिए गुणकारी है। बाजार में इसकी माँग बढ़ रही है, और इसे उगाकर आप लखपति बन सकते हैं। मार्च का महीना चल रहा है, और अब पौधे लगाने की तैयारी का सही वक्त है। ये आम न सिर्फ अनोखा है, बल्कि इसकी खेती से मुनाफा भी बंपर है। आइए, अपनी सहज भाषा में जानें कि काले कस्तूरी आम की जैविक खेती कैसे करें और लखपति बनने का सपना कैसे पूरा करें।
काला कस्तूरी आम की खासियत और मुनाफे का रास्ता
काला कस्तूरी आम बाहर से काला और अंदर से पीला-नारंगी होता है। इसका स्वाद मीठा और खुशबू तगड़ी होती है। अपने इलाके में इसे उगाने का फायदा ये है कि ये आम बाजार में 200-300 रुपये किलो तक बिकता है। इसमें विटामिन A, C और एंटीऑक्सीडेंट्स भरे हैं, जो सेहत के लिए वरदान हैं। ये आम सूखा सहन कर लेता है और कम पानी में भी बढ़ता है। बगीचों में इसकी खेती करके आप हर साल लाखों कमा सकते हैं। ये नई किस्म है, इसलिए लोग इसे खरीदने को तैयार रहते हैं। सही तरीके से खेती करें, तो जेब भरना तय है।
खेत और पौधे तैयार करने का आसान ढंग
काला कस्तूरी आम दोमट या बलुई मिट्टी में अच्छा बढ़ता है। अपने आसपास खेत को मार्च में तैयार करें। मिट्टी को जोतकर 5-7 टन गोबर की सड़ी खाद प्रति बीघा डालें। पौधे नर्सरी से लें—एक पौधा 150-200 रुपये का मिलता है। 10×10 फीट की दूरी पर गड्ढे खोदें, हर गड्ढे में 2 किलो वर्मीकम्पोस्ट और नीम की खली डालें। पौधे लगाने के बाद हल्का पानी दें। मानसून से पहले लगाएँ, तो जड़ें मजबूत पकड़ लेती हैं। हमारे यहाँ ये तरीका पुराना है, लेकिन जैविक ढंग से इसे आजमाने से फायदा दोगुना होता है। मिट्टी का pH 6-7 हो, तो और बढ़िया।
देखभाल और पानी का जुगाड़
पौधों को पहले साल हर 7-10 दिन में पानी दें। गर्मी में सूखी घास या पत्तियाँ जड़ों के पास बिछाएँ, ये नमी बनाए रखता है। नीम का पानी हर 15 दिन में छिड़कें, ये कीटों से बचाता है। फूल आने पर (3-4 साल बाद) पानी कम करें, वरना फूल झड़ सकते हैं। फल लगने पर फिर से हल्की सिंचाई शुरू करें। अपने इलाके में गोबर का घोल (5 किलो गोबर 20 लीटर पानी में) महीने में एक बार डालें। खरपतवार हाथ से हटाएँ। ऐसा करने से पेड़ तंदुरुस्त रहते हैं, और फल भारी भरकम निकलते हैं। ये जुगाड़ सस्ता है और फसल को चमकाता है।
फसल और कमाई का सीधा हिसाब
काला कस्तूरी आम का पेड़ 4-5 साल में फल देना शुरू करता है। एक पेड़ से 50-70 किलो आम निकलता है। 10 पेड़ लगाएँ, तो 500-700 किलो फल मिलेगा। 200 रुपये किलो के हिसाब से 1-1.5 लाख रुपये सालाना कमाई होगी। शुरू में 20-25 हज़ार रुपये खर्च होंगे (पौधे, खाद, मेहनत)। जैसे-जैसे पेड़ बड़े होंगे, कमाई लाखों में पहुँच जाएगी। बगीचों में इसे बेचने के लिए ऑनलाइन मार्केट या स्थानीय मंडी का सहारा लें। हमारे यहाँ सब्सिडी भी मिलती है, तो कृषि केंद्र से पूछ लें। ये एक बार का निवेश है, जो सालों तक मुनाफा देता है।
काला कस्तूरी से बने लखपति
अपने आसपास ये खेती इसलिए खास है, क्यूँकि ये अनोखा है और बाजार में इसकी कीमत तगड़ी है। मार्च में शुरू करें, तो 4-5 साल में जेब भरने लगेगी। घर में बहनें कहती हैं कि इसका स्वाद और रंग दोनों लाजवाब हैं। बाज़ार में बिक्री से अच्छा दाम मिलता है, और ऑनलाइन बेचकर विदेश तक पहुँच सकते हैं। तो भाइयों, काला कस्तूरी आम की खेती शुरू करें, मेहनत को मुनाफे में बदलें और लखपति बनने की राह पकड़ें। ये फसल आपकी किस्मत चमकाएगी!
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