चाइना यूकेलिप्टस की खेती अपने खेतों के मढ़ों या खाली जमीन पर कैसे उगाएं

Eucalyptus Tree Farming : किसान साथियों, खेती करने वाले भाइयों के लिए अपने खेतों का हर कोना इस्तेमाल करना जरूरी है। खेत के मढ़ों और खाली पड़ी जमीन को खाली छोड़ने से अच्छा है कि वहाँ कुछ ऐसा उगाया जाए, जो कम मेहनत में अच्छी कमाई दे। चाइना यूकेलिप्टस ऐसा ही एक पेड़ है, जो तेजी से बढ़ता है और लकड़ी के लिए बाज़ार में बड़ी माँग रखता है। इसे खेत के किनारों या खाली जगह पर लगाकर आप न सिर्फ मिट्टी को मजबूत कर सकते हैं, बल्कि 5-7 साल में अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं। आइए जानते हैं कि इसे अपने खेत में कैसे उगाएं, ताकि आपकी जमीन का पूरा फायदा हो।

चाइना यूकेलिप्टस क्या है?

चाइना यूकेलिप्टस यूकेलिप्टस की एक हाइब्रिड किस्म है, जो तेजी से बढ़ने के लिए जानी जाती है। इसे खास तौर पर लकड़ी, कागज बनाने और ईंधन के लिए उगाया जाता है। ये पेड़ 50-60 फीट तक लंबा हो सकता है और गर्मी-सर्दी दोनों मौसम में अच्छे से बढ़ता है। गाँव में खेत के मढ़ों पर इसे लगाने से फसल की जगह कम होती है, और खाली जमीन पर लगाने से बंजरपन खत्म होता है। इसकी जड़ें मिट्टी को जकड़ती हैं, जिससे मढ़ों की मिट्टी कटने से बचती है।

खेत के मढ़ों और जमीन को तैयार करें

चाइना यूकेलिप्टस लगाने से पहले खेत के मढ़ों या खाली जमीन को तैयार करना पड़ता है। मढ़ों पर जगह साफ कर लें, जहाँ पेड़ लगाने हैं, वहाँ खरपतवार हटा दें। खाली जमीन हो तो उसे जोत लें। मिट्टी कोई भी हो—रेतीली, दोमट या काली—ये पेड़ आसानी से उग जाता है, बस पानी जमा न हो। हर पेड़ के लिए 2-3 फीट गहरा और 2 फीट चौड़ा गड्ढा खोदें। गड्ढों के बीच 6-8 फीट की दूरी रखें, ताकि पेड़ फैल सकें। मिट्टी में 5-7 किलो गोबर की खाद मिला दें, इससे जड़ों को ताकत मिलेगी।

पौधे कहाँ से लें और कैसे लगाएं

चाइना यूकेलिप्टस के पौधे नर्सरी से ले सकते हैं। गाँव के आसपास नर्सरी न हो, तो सरकारी बागवानी केंद्र या ऑनलाइन ऑर्डर करें। एक पौधा 10-20 रुपये में मिल जाता है। पौधा 1-2 फीट लंबा हो तो लगाने के लिए बढ़िया है। गड्ढे में पौधा रखें, जड़ों को मिट्टी से अच्छे से दबाएं और ऊपर से हल्का पानी डाल दें। मढ़ों पर लगाते वक्त ध्यान रखें कि पौधा खेत की फसल से 4-5 फीट दूर हो, वरना फसल को नुकसान हो सकता है। बारिश का मौसम (जून-जुलाई) लगाने के लिए सबसे अच्छा है।

पानी और देखभाल का तरीका

पहले साल चाइना यूकेलिप्टस को थोड़ी देखभाल चाहिए। पौधा लगाने के बाद हफ्ते में 1-2 बार पानी दें, मगर ज्यादा गीलापन न करें। बारिश हो तो पानी कम कर दें। दूसरे साल से ये अपने आप बढ़ने लगता है। खरपतवार को समय-समय पर हटा दें, ताकि पौधे को पूरा पोषण मिले। कीड़ों से बचाने के लिए नीम का तेल पानी में मिलाकर छिड़क सकते हैं। रासायनिक खाद की जरूरत नहीं, बस हर साल थोड़ी गोबर की खाद डाल दें। मढ़ों पर लगे पेड़ों की जड़ें खेत की फसल से पानी न छीनें, इसके लिए फसल से दूरी रखें।

कटाई और कमाई का हिसाब

चाइना यूकेलिप्टस 5-7 साल में कटाई के लिए तैयार हो जाता है। जब पेड़ का तना 6-8 इंच मोटा हो जाए, तो इसे काट सकते हैं। एक पेड़ से 50-70 किलो लकड़ी मिलती है, और बाज़ार में इसकी कीमत 10-15 रुपये किलो तक होती है। यानी एक पेड़ से 500-1000 रुपये की कमाई। मढ़ों पर 50-60 पेड़ और खाली जमीन पर 100-150 पेड़ आसानी से लग सकते हैं। इस हिसाब से 50,000 से 1 लाख रुपये तक मुनाफा हो सकता है। लकड़ी को फर्नीचर, कागज या ईंधन के लिए बेच सकते हैं।

फायदे और सावधानियाँ

चाइना यूकेलिप्टस लगाने से मढ़ों की मिट्टी मजबूत होती है और खाली जमीन हरी-भरी हो जाती है। ये हवा को साफ करता है और छाया भी देता है। मगर ध्यान रखें कि ये पेड़ पानी ज्यादा सोखता है, तो फसल के पास लगाते वक्त सावधानी बरतें। इसे दलहन या तिलहन वाली फसल के पास न लगाएं, वरना पानी की कमी हो सकती है। सही जगह और देखभाल से ये आपके लिए सोने का पेड़ बन सकता है।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र एक कृषि विशेषज्ञ हूं जिसे खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी साझा करना और नई-नई तकनीकों को समझना बेहद पसंद है। कृषि से संबंधित लेख पढ़ना और लिखना मेरा जुनून है। मेरा उद्देश्य है कि किसानों तक सही और उपयोगी जानकारी पहुंचे ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें और खेती को एक लाभकारी व्यवसाय बना सकें।

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