GreenHouse Farming in Hindi : कम जमीन वाले किसान भाइयों के लिए अब ग्रीनहाउस और पॉलीहाउस फार्मिंग कमाई का बड़ा रास्ता खोल रही है। शिमला मिर्च, टमाटर और खीरे जैसी फसलों को सालभर उगाकर आप ताबड़तोड़ मुनाफा कमा सकते हैं। ये तकनीक आपकी आमदनी को तीन गुना तक बढ़ा सकती है। ऊपर से सरकार भी इस काम के लिए 50 प्रतिशत तक अनुदान दे रही है। पहले लोग सोचते थे कि ग्रीनहाउस या पॉलीहाउस सिर्फ बड़े किसान ही बना सकते हैं, लेकिन ये बात गलत है। कम जमीन पर भी इसे शुरू करके अच्छी कमाई की जा सकती है।
पूसा के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. मम चंद सिंह का कहना है कि 4 से 5 लाख रुपये खर्च करके ग्रीनहाउस बनाया जा सकता है, और ये पैसा एक साल में ही वापस आ जाएगा। इनमें उगाई गई फसलें, जैसे शिमला मिर्च, टमाटर और खीरा, अपनी शानदार क्वालिटी की वजह से बाजार में हाथों-हाथ बिकती हैं, जिससे मुनाफा तीन गुना हो जाता है।
फसलों का चुनाव और फायदा
डॉ. मम चंद सिंह बताते हैं कि ग्रीनहाउस में शिमला मिर्च और टमाटर जैसी सलाद वाली फसलें उगाना बड़ा फायदेमंद है। इसके अलावा बेल वाला तरबूज और बिना बीज वाला खीरा भी खूब चलता है। बिना बीज वाले खीरे की माँग बाजार में बढ़ रही है, और इसका दाम भी अच्छा मिलता है। इस खीरे को साल में तीन बार लगाया जा सकता है, यानी तीन बार मुनाफा कमाने का मौका मिलता है। इन फसलों से किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। ग्रीनहाउस में मौसम की मार नहीं पड़ती, इसलिए फसलें सुरक्षित रहती हैं और उत्पादन भी ज्यादा होता है। अगर आप कम जमीन पर बड़ी कमाई का सपना देख रहे हैं, तो ये तकनीक आपके लिए ही है।
ये महीने हैं बेस्ट
प्रिंसिपल साइंटिस्ट के मुताबिक, ग्रीनहाउस में फसलों के लिए सही वक्त का ध्यान रखना जरूरी है। शिमला मिर्च का सीजन सितंबर से मार्च-अप्रैल तक चलता है। टमाटर की फसल 10 से 11 महीने तक देती है, यानी लगभग सालभर कमाई का जरिया बन सकती है। वहीं, खीरे की फसल ढाई से तीन महीने में तैयार हो जाती है। सर्दियों में जब धूप कम हो, तो आर्टिफिशियल लाइट का इंतजाम करके उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। सरकार ग्रीनहाउस और पॉलीहाउस बनाने के लिए 50 प्रतिशत तक सब्सिडी देती है। इसके बावजूद किसानों को 4 से 5 लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे, लेकिन अच्छी बात ये है कि ये लागत एक साल में ही निकल आती है।
कम जमीन पर ग्रीनहाउस कैसे बनाएँ
डॉ. मम चंद सिंह बताते हैं कि 1000 वर्ग मीटर जमीन पर ग्रीनहाउस या पॉलीहाउस बनाने में 4 से 5 लाख रुपये का खर्च आता है। अगर इसमें प्रति वर्ग मीटर 40 से 50 किलो टमाटर, 30 से 32 किलो शिमला मिर्च और 80 से 100 किलो खीरा उगाया जाए, तो कमाई का अंदाजा लगाइए। बाजार में टमाटर 20-30 रुपये किलो, शिमला मिर्च 40-50 रुपये किलो और खीरा 15-25 रुपये किलो तक बिकता है। ग्रीनहाउस की फसलें अपनी क्वालिटी की वजह से ज्यादा दाम पाती हैं। ये तकनीक मुनाफा ही मुनाफा देती है। अगर कुछ समझ न आए, तो पूसा से संपर्क करके जानकारी ले सकते हैं। बस थोड़ी मेहनत और सही प्लानिंग से आपकी जेब भर सकती है।
शुरू करने का आसान तरीका
ग्रीनहाउस शुरू करने के लिए पहले अपनी जमीन तैयार करें। 1000 वर्ग मीटर से भी कम पर छोटा पॉलीहाउस बन सकता है। सरकार से सब्सिडी के लिए नजदीकी उद्यान विभाग में जाएँ। आधार कार्ड, जमीन के कागजात और बैंक डिटेल्स लेकर आवेदन करें। सब्सिडी मिलने के बाद पॉलीथिन, पाइप और ढाँचा लगवाएँ। फसलों के लिए गोबर की खाद और अच्छे बीज इस्तेमाल करें। पानी के लिए ड्रिप सिस्टम लगाएँ, ताकि बर्बादी न हो। सालभर फसल लेने के लिए मौसम के हिसाब से प्लानिंग करें। किसान भाइयों, ये मौका कम जमीन को सोने में बदलने का है, इसे हाथ से न जाने दें।
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