किसान भाइयों, खेती को आसान और फायदेमंद बनाने का मौका आ गया है। अलवर में सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन (SMAM) योजना के तहत सरकार 50% तक अनुदान दे रही है। रोटावेटर, थ्रेशर, और कल्टीवेटर जैसे आधुनिक यंत्र अब आधे दाम में मिलेंगे, जिससे बुआई, जुताई, और बिजाई जैसे मेहनत वाले काम हल्के हो जाएँगे। इस सीजन से मृदा स्वास्थ्य कार्ड अनिवार्य है, और 30 जून 2025 तक राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन करना होगा। पिछले साल अलवर के 387 किसानों ने इस अनुदान का फायदा उठाकर खेती को चमकाया था। यहाँ जानें SMAM योजना का लाभ कैसे लें, पात्रता क्या है, और आवेदन प्रक्रिया क्या है।
SMAM योजना की खासियत
SMAM योजना का मकसद है खेती में मशीनों का इस्तेमाल बढ़ाना, ताकि किसानों का खर्च और मेहनत कम हो। अलवर में इस योजना के तहत रोटावेटर, थ्रेशर, कल्टीवेटर, बंडफार्मर, रीपर, सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, डिस्क हैरो, और प्लाऊ जैसे यंत्रों पर अनुदान मिलेगा। सामान्य किसानों को 40% और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु, सीमांत, व महिला किसानों को 50% तक सब्सिडी दी जाएगी। अनुदान पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर मिलता है, यानी जल्दी आवेदन करने वाले को फायदा। यंत्र पंजीकृत फर्म से खरीदना होगा, और सत्यापन के बाद अनुदान जनाधार से जुड़े बैंक खाते में आएगा। एक किसान को एक वित्तीय वर्ष में सिर्फ एक यंत्र पर अनुदान मिलेगा। पिछले साल अलवर में सैकड़ों किसानों ने रोटावेटर और थ्रेशर खरीदकर समय और पैसा बचाया था।
पात्रता मापदंड
SMAM योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी शर्तें हैं। किसान के नाम पर कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए। अगर ट्रैक्टर से चलने वाला यंत्र लेना है, तो ट्रैक्टर का पंजीकरण भी किसान के नाम पर होना चाहिए। इस बार मृदा स्वास्थ्य कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि मिट्टी की सेहत का ध्यान रखा जाए। आधार कार्ड मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए। पिछले साल अलवर में कुछ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड न होने से दिक्कत हुई थी। इसलिए, नजदीकी कृषि कार्यालय से मुफ्त में मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवा लें। ये कार्ड मिट्टी की जांच कर उर्वरता बढ़ाने में भी मदद करता है।
आवेदन कैसे करें
SMAM योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन करना होगा। 30 जून 2025 तक राज किसान साथी पोर्टल (rajkisan.rajasthan.gov.in) या ई-मित्र केंद्र के जरिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड, नवीनतम जमाबंदी की नकल, आधार कार्ड, ट्रैक्टर की आरसी (अगर ट्रैक्टर यंत्र ले रहे हैं), और यंत्र का कोटेशन चाहिए। कोटेशन में किसान की श्रेणी (सामान्य, SC/ST, लघु/सीमांत) और ट्रैक्टर की बीएचपी लिखी होनी चाहिए। आवेदन के बाद जिला कृषि कार्यालय दस्तावेजों का सत्यापन करता है। यंत्र खरीदने के बाद बिल और खरीद दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड करने होंगे। सत्यापन पूरा होने पर 1-2 महीने में अनुदान खाते में ट्रांसफर हो जाता है। अलवर में पिछले साल 387 किसानों ने समय पर आवेदन कर ये लाभ पाया था।
किसानों को कैसे मिलेगा फायदा
ये योजना छोटे और मझोले किसानों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं। रोटावेटर, जिसकी कीमत 1-1.5 लाख रुपये है, 50% अनुदान के बाद 50-75 हजार में मिल सकता है। थ्रेशर और रीपर से फसल कटाई तेज और सस्ती हो जाती है। अलवर के किसानों का कहना है कि SMAM से खरीदे यंत्रों ने उनकी मेहनत आधी कर दी। अनुदान सीधे खाते में आने से भरोसा बढ़ता है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड की शर्त मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने में मदद करेगी, जिससे फसल की पैदावार लंबे समय तक अच्छी रहेगी।
अलवर के किसान भाई, SMAM योजना का मौका मत छोड़ें। जल्दी से मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवाएँ और कागजात तैयार करें। 30 जून 2025 से पहले राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन कर दें, क्योंकि अनुदान सीमित है। केवल पंजीकृत फर्म से यंत्र खरीदें और बिल संभालकर रखें। अपने गाँव के दूसरे किसानों को भी ये जानकारी बाँटें, ताकि सबकी खेती चमके। अलवर कृषि कार्यालय (0144-2701722) या ई-मित्र केंद्र से मदद लें।
ये भी पढ़ें- सिर्फ 50 हजार में किसानों को मिलेगा 5 लाख का सोलर पंप, जानिए कैसे उठाएं योजना का लाभ!