Homemade Fertilizer For watermelon plants in summer: गर्मियों का मौसम आते ही कई लोग अपने आँगन या छोटे गार्डन में तरबूज के पौधे लगाते हैं। तरबूज की मिठास और रसीले फल सबको पसंद आते हैं, लेकिन गर्मी की तपिश में इन पौधों को हरा-भरा रखना आसान नहीं। बाजार की महँगी खादें हर किसी की जेब पर भारी पड़ती हैं, लेकिन रसोई में मौजूद चीजों से आप ऐसी घरेलू खाद बना सकते हैं, जो तरबूज के पौधों को ताकत दे और फलने-फूलने में मदद करे।
गुड़, प्याज के छिलके और कुछ देसी सामग्री से बनी खाद न सिर्फ सस्ती है, बल्कि पौधों को गर्मी से भी बचाती है। आइए, जानते हैं कि गर्मियों में तरबूज के लिए घरेलू खाद कैसे बनाएँ और अपने गार्डन को हरा-भरा रखें।
गुड़ से बनी खाद की ताकत
गुड़ हर घर में मिल जाता है, और यह तरबूज के पौधों के लिए कमाल की खाद बन सकता है। गुड़ में शर्करा और पोषक तत्व होते हैं, जो मिट्टी में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। यह पौधों की जड़ों को ताकत देता है और फलने में मदद करता है। खाद बनाने के लिए एक बाल्टी पानी में 100 ग्राम गुड़ अच्छे से घोल लें। इसे 2-3 दिन तक ढककर रखें, ताकि यह अच्छे से घुल जाए। फिर इस पानी को गमले या गार्डन में पौधों की जड़ों के पास डालें। लेकिन ध्यान रखें कि इसे हफ्ते में एक बार ही डालें, वरना मिट्टी में फंगस लग सकता है।
प्याज के छिलकों का जादू
रसोई में प्याज के छिलके अक्सर कचरे में फेंक दिए जाते हैं, लेकिन गर्मियों में ये तरबूज के पौधों के लिए वरदान हैं। प्याज के छिलकों में सल्फर और पोटैशियम होता है, जो पौधों को कीटों से बचाता है और उनकी ग्रोथ बढ़ाता है। खाद बनाने के लिए एक मुट्ठी प्याज के छिलके लें और उन्हें 2 लीटर पानी में रात भर भिगो दें। सुबह इस पानी को छानकर पौधों की जड़ों में डालें।
कुछ लोग छिलकों को पानी में उबालकर भी खाद बनाते हैं, जो और असरदार होती है। गार्डनिंग करने वाले लोग कहते हैं कि प्याज के छिलकों की खाद से तरबूज के पौधों की पत्तियाँ चमकदार होती हैं और फूल ज्यादा आते हैं। इसे हर 10-12 दिन में एक बार डालें, ताकि पौधे हरे-भरे रहें।
रसोई की दूसरी चीजों से खाद
गर्मियों में तरबूज के पौधों के लिए रसोई की और भी चीजें काम आ सकती हैं। मसलन, बचे हुए चायपत्ती को सुखाकर मिट्टी में मिलाने से पौधों को नाइट्रोजन मिलता है। इसे गमले की मिट्टी में हल्का सा मिलाएँ, ताकि पौधे की ग्रोथ बढ़े। इसके अलावा, केले के छिलके भी तरबूज के लिए अच्छी खाद बनते हैं। इनमें पोटैशियम और फास्फोरस होता है, जो फल बनने में मदद करता है।
केले के छिलकों को छोटे टुकड़ों में काटकर 2-3 दिन पानी में भिगोएँ, फिर इस पानी को पौधों में डालें। कुछ लोग दूध की मलाई को पानी में मिलाकर भी डालते हैं, क्योंकि इसमें कैल्शियम होता है, जो पौधों को ताकत देता है। लेकिन इन चीजों को ज्यादा मात्रा में डालने से बचें, वरना मिट्टी खराब हो सकती है।
गर्मियों में खाद डालने का सही तरीका
गर्मियों में घरेलू खाद डालते वक्त कुछ सावधानियाँ बरतनी जरूरी हैं। सबसे पहले, खाद को हमेशा मिट्टी में अच्छे से मिलाएँ, ताकि यह जड़ों तक पहुँचे। गुड़ या प्याज के छिलकों की खाद को सीधे पौधों की जड़ों पर न डालें, बल्कि आसपास की मिट्टी में डालें। खाद डालने का सबसे अच्छा समय सुबह या शाम है, जब धूप तेज न हो। गर्मी में मिट्टी जल्दी सूखती है, इसलिए खाद डालने से पहले हल्का पानी दे दें। मल्चिंग भी करें, यानी पौधों के चारों ओर सूखी पत्तियाँ या घास बिछाएँ, ताकि मिट्टी की नमी बनी रहे। गाँव में गार्डनिंग करने वाले लोग बताते हैं कि इन छोटी-छोटी बातों से तरबूज के पौधे गर्मी में भी फलते-फूलते हैं।
गार्डनिंग करने वालों के लिए सलाह
गर्मियों में तरबूज की गार्डनिंग करने वाले भाइयों और बहनों को सलाह है कि घरेलू खाद बनाते वक्त साफ-सफाई का ध्यान रखें। गुड़ या प्याज के छिलकों को साफ पानी में ही भिगोएँ। अगर गमलों में पौधे हैं, तो मिट्टी की जाँच करें और ज्यादा गीली मिट्टी में खाद न डालें। अपने नजदीकी बागवानी केंद्र से पूछें कि आपके गार्डन के लिए कौन सी खाद सही रहेगी।
नीम का तेल भी हफ्ते में एक बार पानी में मिलाकर छिड़कें, ताकि कीटों से बचाव हो। खाद डालने के बाद पौधों को हल्का पानी दें, ताकि पोषक तत्व जड़ों तक पहुँचें। अगर आप पहली बार तरबूज लगा रहे हैं, तो छोटे गमले से शुरू करें और धीरे-धीरे बड़े गार्डन की ओर बढ़ें। इन देसी टिप्स से आपका गार्डन गर्मियों में भी रसीले तरबूजों से भरा रहेगा।
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