Marigold Cultivation: खेती-किसानी में अगर थोड़ी सी समझदारी और मेहनत की जाए, तो जिंदगी बदल सकती है। आजकल कई किसान भाई परंपरागत फसलों को छोड़कर फूलों की खेती की ओर बढ़ रहे हैं, और इससे उनकी आर्थिक हालत मजबूत हो रही है। ऐसा ही एक उदाहरण हैं झारखंड के चाकुलिया के किसान मानिक महतो। मानिक ने गेंदा फूल की खेती शुरू की और कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया। आइए, जानते हैं कि गेंदा फूल की खेती कैसे की जाए, इसमें कितनी लागत लगती है और कितनी कमाई हो सकती है।
गेंदा फूल की खेती क्यों है खास
गेंदा फूल की खेती किसानों के लिए एक सुनहरा मौका है। इस फूल की मांग पूरे साल रहती है, खासकर त्योहारों, शादी-विवाह और पूजा-पाठ के मौकों पर। गेंदा फूल को उगाना आसान है और इसे साल के किसी भी मौसम में बोया जा सकता है। इसकी खेती में लागत कम लगती है और मुनाफा ज्यादा मिलता है। साथ ही, गेंदा के पौधों में रोग कम लगते हैं, जिससे नुकसान का डर भी कम रहता है। बाजार में गेंदा फूल 50 से 60 रुपये प्रति किलो तक बिकता है, जो किसानों के लिए अच्छी कमाई का जरिया है।
खेत की तैयारी और मिट्टी का चयन
गेंदा फूल की खेती के लिए ऐसी मिट्टी सबसे अच्छी होती है, जिसमें पानी का निकास अच्छा हो और जो उपजाऊ हो। मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए। रेतीली दोमट मिट्टी इस खेती के लिए बढ़िया रहती है। खेती शुरू करने से पहले खेत की अच्छे से जुताई कर लें। पहले खड़ी जुताई करें, फिर दो-तीन बार तिरछी जुताई करें, ताकि मिट्टी भुरभुरी हो जाए। जुताई के बाद खेत में गोबर की खाद या जैविक खाद डालें। अगर मिट्टी की ताकत कम हो, तो थोड़ा सा डीएपी उर्वरक भी मिला सकते हैं। खेत को समतल करने के बाद बीज बोने की तैयारी करें।
बीज की बुवाई और पौधों की देखभाल
गेंदा फूल की खेती के लिए अच्छी क्वालिटी के बीज लें। अगर हो सके, तो नजदीकी कृषि केंद्र या भरोसेमंद जगह से बीज खरीदें। बीज बोने के लिए खेत में 20-22 इंच की दूरी पर छोटी-छोटी क्यारियां बनाएं। हर क्यारी में 2-3 बीज डालें और हल्की मिट्टी से ढक दें। बुवाई के बाद हल्की सिंचाई करें, ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे। गर्मियों में 4-5 दिन और सर्दियों में 7-8 दिन के अंतर पर पानी दें। ध्यान रखें कि खेत में पानी जमा न हो।
जब पौधे 4-5 पत्तियों वाले हो जाएं, तो कमजोर पौधों को हटाकर मजबूत पौधों को जगह दें। पौधों में फूल आने से पहले जैविक उर्वरक या नीम खली का छिड़काव करें, इससे फूलों की संख्या बढ़ती है।
गेंदा फूल की खेती में लागत और मुनाफा
गेंदा फूल की खेती में लागत बहुत कम आती है। मान लीजिए, आप 10 कट्ठा खेत में गेंदा की खेती करते हैं। इसमें बीज, खाद, जुताई और मजदूरी मिलाकर 8-10 हजार रुपये का खर्च आता है। अगर सही देखभाल की जाए, तो 3 महीने में फसल तैयार हो जाती है। एक सीजन में 25-30 हजार रुपये तक की कमाई हो सकती है। अगर बाजार में भाव अच्छा मिले, जैसे कि 50-60 रुपये प्रति किलो, तो मुनाफा और भी बढ़ सकता है। कई बार व्यापारी खेत पर ही फूल खरीद लेते हैं, जिससे ढुलाई का खर्च भी बच जाता है।
कीट और रोगों से बचाव
गेंदा फूल की फसल में कीट और रोगों का खतरा कम होता है, लेकिन फिर भी सावधानी बरतनी चाहिए। अगर पत्तियों पर कोई कीट दिखे, तो नीम का तेल या गौमूत्र का घोल बनाकर छिड़काव करें। ये देसी तरीके फसल को सुरक्षित रखते हैं और रसायनों का इस्तेमाल भी कम होता है। अगर फूलों में सड़न या पत्तियां मुरझाने लगें, तो खेत में पानी का जमाव न होने दें और जैविक फंगीसाइड का इस्तेमाल करें। समय-समय पर खेत की जांच करते रहें, ताकि छोटी-मोटी समस्याएं बड़ी न बनें।
किसानों के लिए देसी सलाह
अगर आप धान-गेहूं जैसी फसलों से अच्छी कमाई नहीं कर पा रहे हैं, तो गेंदा फूल की खेती जरूर आजमाएं। ये खेती न सिर्फ आसान है, बल्कि बाजार में इसकी मांग भी हमेशा बनी रहती है। अपने आसपास के बाजारों में गेंदा फूल की डिमांड का पता करें और उसी हिसाब से खेती की योजना बनाएं। जैविक खाद और देसी तरीकों का इस्तेमाल करें, इससे फसल की क्वालिटी अच्छी होगी और लागत भी कम रहेगी। थोड़ी सी मेहनत और सही जानकारी के साथ आप भी गेंदा फूल की खेती से अपनी जिंदगी में बदलाव ला सकते हैं।
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