जानिए 20वीं किस्त कब तक आ सकती है और किसानों को कैसे मिलेंगे ₹2000

PM Kisan Yojana Ki 20th Kist kab Ayegi: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना देश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए वरदान बनी हुई है। इस योजना के जरिए हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक मदद तीन बराबर किस्तों में दी जाती है, यानी हर चार महीने में 2,000 रुपये सीधे किसानों के बैंक खाते में पहुंचते हैं। ये रकम खेती के लिए बीज, खाद, और दूसरी जरूरतों को पूरा करने में बड़ी मदद करती है। फरवरी 2025 में 19वीं किस्त 9.8 करोड़ किसानों को मिल चुकी है, जिसमें 22,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि बांटी गई। अब हर किसान भाई के मन में सवाल है कि 20वीं किस्त कब आएगी और इसके लिए क्या-क्या करना जरूरी है।

20वीं किस्त कब तक आएगी

इस योजना में हर किस्त चार महीने के अंतराल पर दी जाती है। मिसाल के तौर पर, 18वीं किस्त अक्टूबर 2024 में आई थी, और 19वीं किस्त फरवरी 2025 में बिहार के भागलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जारी की। इस हिसाब से 20वीं किस्त जून 2025 में आने की उम्मीद है। कुछ जानकारों का कहना है कि ये मई के आखिर या जून की शुरुआत में आ सकती है, लेकिन अभी सरकार ने आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की।

किसान भाइयों को सलाह है कि वो आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर नजर रखें, ताकि सही तारीख का पता चल सके। इस किस्त में भी हर पात्र किसान को 2,000 रुपये मिलेंगे, जो सीधे उनके आधार से जुड़े बैंक खाते में आएंगे।

ई-केवाईसी

20वीं किस्त का पैसा पाने के लिए ई-केवाईसी करवाना बहुत जरूरी है। बिना इसके किस्त अटक सकती है। ये काम बिलकुल वैसा है जैसे कोई पुराना रजिस्टर चेक करके पक्का किया जाता है कि पैसा सही इंसान तक पहुंचे। ई-केवाईसी तीन तरीकों से हो सकता है। पहला, pmkisan.gov.in वेबसाइट या पीएम किसान मोबाइल ऐप पर ओटीपी के जरिए। दूसरा, नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाकर बायोमेट्रिक तरीके से। तीसरा, मोबाइल ऐप पर चेहरा स्कैन करके। गांवों में ज्यादातर किसान भाई सीएससी सेंटर पर जाकर ये काम आसानी से कर लेते हैं। अगर ई-केवाईसी नहीं हुआ, तो पैसा खाते में नहीं आएगा, इसलिए इसे जल्दी पूरा कर लेना चाहिए।

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भू-सत्यापन

इस योजना का लाभ सिर्फ उन किसानों को मिलता है, जिनके नाम पर खेती की जमीन रजिस्टर्ड है। इसके लिए भू-सत्यापन जरूरी है। इसमें कृषि विभाग जमीन के कागजात चेक करता है, ताकि ये पक्का हो कि जमीन उसी किसान की है। अगर किसी किसान भाई ने ये काम नहीं करवाया, तो उनकी किस्त रुक सकती है। भू-सत्यापन के लिए नजदीकी तहसील या कृषि कार्यालय में संपर्क करना चाहिए। वहां जमीन के कागजात, जैसे खसरा-खतौनी, दिखाने होते हैं। ये काम पूरा होने के बाद ही किस्त का पैसा खाते में आएगा।

आधार लिंकिंग

किस्त का पैसा सीधे बैंक खाते में आता है, लेकिन इसके लिए आधार कार्ड का बैंक खाते से लिंक होना जरूरी है। कई बार किसान भाइयों का आधार उनके खाते से जुड़ा नहीं होता, जिससे पैसा अटक जाता है। इसके लिए नजदीकी बैंक शाखा में जाकर आधार लिंकिंग करवानी चाहिए। बैंक में आधार कार्ड और पासबुक साथ ले जाना चाहिए। अगर खाता पहले से आधार से जुड़ा है, तो बैंक से दोबारा पुष्टि कर लेना ठीक रहता है। ये छोटा सा काम किस्त को समय पर लाने में बड़ी मदद करता है।

पात्रता और स्टेटस चेक करने का आसान तरीका

ये योजना सिर्फ छोटे और सीमांत किसानों के लिए है, जिनके पास खेती की जमीन है। बड़े जमींदार, सरकारी कर्मचारी, या ज्यादा आय वाले लोग इस योजना के पात्र नहीं हैं। अगर कोई किसान भाई ये चेक करना चाहता है कि उसका नाम लाभार्थी सूची में है या नहीं, तो pmkisan.gov.in पर जाना चाहिए। वहां ‘Beneficiary List’ पर क्लिक करके अपने राज्य, जिला, ब्लॉक, और गांव का नाम चुनना होता है। इसके अलावा, ‘Know Your Status’ ऑप्शन में आधार नंबर, मोबाइल नंबर, या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर किस्त का स्टेटस चेक किया जा सकता है। अगर रजिस्ट्रेशन नंबर भूल गए हैं, तो वेबसाइट पर आधार या मोबाइल नंबर से उसे पता किया जा सकता है।

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  • Shashikant

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