Cow Farming Subsidy: किसान भाइयों, वर्तमान में, भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ लागू कर रही हैं। इसी दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने डेयरी उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए नंदिनी कृषक समृद्धि योजना और कामधेनु डेयरी योजना के तहत एक नई पहल शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत डेयरी व्यवसाय शुरू करने वाले उद्यमियों को 5 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। यह योजना उत्तर प्रदेश के किसानों, बेरोजगार युवाओं, और पशुपालकों के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह लेख योजना की पात्रता, लाभ, आवेदन प्रक्रिया, सब्सिडी के दायरे, और डेयरी उद्योग की संभावनाओं पर विस्तृत जानकारी देगा।
क्या है योजना का महत्व और उद्देश्य
डेयरी उद्योग भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उत्तर प्रदेश देश में दूध उत्पादन में शीर्ष स्थान रखता है, लेकिन प्रति पशु दूध उत्पादकता में अभी सुधार की आवश्यकता है। नंदिनी कृषक समृद्धि योजना का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली नस्लों (साहीवाल, गिर, थारपारकर, गंगातीरी) को बढ़ावा देना, दूध उत्पादन में वृद्धि करना, और डेयरी किसानों की आय को दोगुना करना है। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन, स्वरोजगार को बढ़ावा, और डेयरी उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार पर केंद्रित है।
वर्तमान में, डेयरी व्यवसाय शुरू करने के लिए बड़ी पूंजी की आवश्यकता होती है। एक छोटी डेयरी यूनिट के लिए लाखों रुपये और बड़े पैमाने की यूनिट के लिए करोड़ों रुपये का निवेश चाहिए। इस योजना के तहत सरकार 35-50% सब्सिडी प्रदान कर रही है, जो उद्यमियों के लिए वित्तीय बोझ को कम करती है। इसके अलावा, यह योजना डेयरी सेक्टर में आधुनिकीकरण, कोल्ड चेन सिस्टम, और क्वालिटी कंट्रोल को बढ़ावा देती है, जिससे उत्पादों की बाजार प्रतिस्पर्धा बढ़ती है।
ये भी पढ़ें – पशु बीमा योजना का 31 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन की बढ़ी तारीख, जानें कैसे करें मुफ्त में आवेदन!
सब्सिडी का दायरा और वित्तीय सहायता
उत्तर प्रदेश सरकार की यह योजना डेयरी व्यवसाय के विभिन्न घटकों को कवर करती है, जिससे उद्यमी अपने व्यवसाय को शुरू करने और विस्तार करने में सक्षम हों। निम्नलिखित मदों पर सब्सिडी प्रदान की जाती है:
डेयरी यूनिट स्थापना: 25-50 दुधारू गायों वाली डेयरी यूनिट स्थापित करने की लागत का 35% या अधिकतम 5 करोड़ रुपये तक सब्सिडी। उदाहरण के लिए, 62.5 लाख रुपये की लागत वाली यूनिट पर 31.25 लाख रुपये तक अनुदान।
पशु आहार उत्पादन यूनिट: लागत का 35% या अधिकतम 5 करोड़ रुपये, जिससे चारा उत्पादन और प्रबंधन में सुधार हो।
डेयरी प्लांट आधुनिकीकरण: मौजूदा डेयरी प्लांट्स के उन्नयन के लिए लागत का 35% या अधिकतम 2.5 करोड़ रुपये।
ट्रेसेबिलिटी और क्वालिटी कंट्रोल मशीनें: दूध की गुणवत्ता जाँच के लिए उपकरणों पर लागत का 35% या अधिकतम 1 करोड़ रुपये।
कोल्ड चेन सिस्टम: दूध परिवहन और भंडारण के लिए वैन, टैंकर, फ्रीजर आदि पर लागत का 35% या अधिकतम 1 करोड़ रुपये।
पशु आहार यूनिट विस्तार: मौजूदा चारा यूनिट्स के विस्तार के लिए लागत का 35% या अधिकतम 2 करोड़ रुपये।
छोटे व्यवसायों की मशीनरी: छोटी डेयरी यूनिट्स के लिए मशीनरी पर लागत का 50% या अधिकतम 50 लाख रुपये।
यह सब्सिडी तीन चरणों में प्रदान की जाती है, जिसमें पशु खरीद, शेड निर्माण, और उपकरण खरीद शामिल हैं। प्रारंभिक चरण में अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, झाँसी, मेरठ, आगरा, और बरेली जैसे जिलों में योजना लागू की गई है।
पात्रता मानदंड
इस योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें पूरी करनी होंगी:
आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
कम से कम 3 वर्ष का पशुपालन या डेयरी व्यवसाय का अनुभव होना चाहिए।
आवेदक के पास डेयरी यूनिट स्थापित करने के लिए पर्याप्त जमीन (स्वामित्व या किराए पर) होनी चाहिए।
बेरोजगार युवा, किसान, पशुपालक, महिलाएँ, और स्वरोजगार चाहने वाले प्राथमिकता पर हैं।
अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के आवेदकों को अतिरिक्त लाभ मिल सकता है।
आवेदक का क्रेडिट इतिहास अच्छा होना चाहिए, और आवश्यक दस्तावेज (आधार, PAN, बैंक स्टेटमेंट, प्रोजेक्ट रिपोर्ट) पूरे होने चाहिए।web:2,8,15
योजना विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन पर केंद्रित है। छोटे और सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाती है, ताकि वे डेयरी व्यवसाय के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सकें।
ये भी पढ़ें- अब खेत की सिंचाई का टेंशन खत्म! सरकार दे रही मुफ्त बिजली कनेक्शन, 28 फरवरी तक आवेदन का मौका
आवेदन प्रक्रिया
योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदकों को निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होगा:
पशुपालन विभाग से संपर्क करें: निकटतम जिला पशुपालन कार्यालय या ब्लॉक स्तर के पशु चिकित्सा केंद्र पर जाएँ।
आवेदन फॉर्म प्राप्त करें: नंदिनी कृषक समृद्धि योजना या कामधेनु डेयरी योजना के लिए आवेदन फॉर्म लें। कुछ जिलों में ऑनलाइन पोर्टल (जैसे invest.up.gov.in) पर भी फॉर्म उपलब्ध हैं।
दस्तावेज संलग्न करें: आधार कार्ड, निवास प्रमाण, PAN कार्ड, बैंक स्टेटमेंट, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, जमीन के कागजात (खतौनी), और पासपोर्ट साइज फोटो जमा करें। प्रोजेक्ट रिपोर्ट में डेयरी यूनिट की लागत, अपेक्षित आय, और तकनीकी विवरण शामिल करें।
फॉर्म जमा करें: पूर्ण रूप से भरा हुआ फॉर्म और दस्तावेज संबंधित कार्यालय में जमा करें। ऑनलाइन आवेदन के लिए पशुपालन विभाग की वेबसाइट या उत्तर प्रदेश सरकार के पोर्टल का उपयोग करें।
सत्यापन और स्वीकृति: आवेदन की जाँच के बाद पशुपालन विभाग द्वारा सत्यापन किया जाएगा। स्वीकृति मिलने पर सब्सिडी और ऋण की प्रक्रिया शुरू होगी।
आवेदकों को सलाह दी जाती है कि वे आवेदन से पहले KVK या ICAR-National Dairy Research Institute (NDRI) से प्रशिक्षण लें, ताकि डेयरी व्यवसाय की तकनीकी जानकारी प्राप्त हो।
योजना के लाभ और प्रभाव
यह योजना कई कारणों से उद्यमियों और किसानों के लिए फायदेमंद है:
उच्च सब्सिडी सीमा: 5 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी बड़े पैमाने की डेयरी यूनिट्स के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
बिना ब्याज सब्सिडी: सब्सिडी राशि अनुदान के रूप में दी जाती है, जिसे चुकाने की आवश्यकता नहीं होती।
ग्रामीण रोजगार सृजन: डेयरी यूनिट्स से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं के लिए।
डेयरी सेक्टर में निवेश: कोल्ड चेन, क्वालिटी कंट्रोल, और आधुनिकीकरण से डेयरी उत्पादों की वैश्विक माँग पूरी की जा सकती है।
उत्पादकता में सुधार: उच्च गुणवत्ता वाली नस्लों और आधुनिक तकनीकों से प्रति पशु दूध उत्पादन बढ़ता है।
उत्तर प्रदेश में डेयरी उत्पादों की माँग स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बढ़ रही है। यह योजना जैविक दूध, घी, दही, और पनीर जैसे मूल्यवर्धित उत्पादों के उत्पादन को प्रोत्साहित करती है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है।
उत्तर प्रदेश सरकार डेयरी व्यवसाय सब्सिडी योजना 2025 ग्रामीण उद्यमियों, किसानों, और बेरोजगार युवाओं के लिए एक क्रांतिकारी पहल है। 5 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी, आधुनिक तकनीकों का समर्थन, और सरकारी सहायता से डेयरी उद्योग में निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
ये भी पढ़ें – Government New Schemes: किसानो के खाते में सरकार भेजेगी हजारो रूपये ,जाने क्या है नई स्कीम