पशुपालन करने वाले भाइयों के लिए अच्छी खबर है। गायों और भैंसों में होने वाली खतरनाक बीमारी लम्पी स्किन डिजीज (LSD) का डर अब कम होने वाला है। भारत बायोटेक की कंपनी बायोवेट ने इस बीमारी से लड़ने के लिए एक नई वैक्सीन बनाई है, जिसका नाम है बायोलम्पीवैक्सीन। इस वैक्सीन को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने विजयवाड़ा में पशुधन समृद्धि सम्मेलन में लॉन्च किया। ये वैक्सीन पशुओं को इस बीमारी से बचाएगी और दूध के धंधे को नुकसान से रोकने में मदद करेगी।
लम्पी स्किन डिजीज क्या है?
लम्पी स्किन डिजीज एक वायरस की वजह से होने वाली बीमारी है, जो गायों और भैंसों को होती है। इस बीमारी में पशुओं की खाल पर गाँठें बन जाती हैं, बुखार आता है, और दूध कम हो जाता है। कई बार पशु इतना कमजोर हो जाता है कि उसकी जान भी चली जाती है। साल 2019 और 2022 में इस बीमारी ने देश के कई हिस्सों, जैसे गुजरात, राजस्थान, और पंजाब, में लाखों पशुओं को नुकसान पहुँचाया। इससे दूध का उत्पादन भी बहुत कम हो गया, जिससे पशुपालकों को बड़ा नुकसान हुआ। लेकिन अब नई वैक्सीन इस मुसीबत का हल लेकर आई है।
बायोलम्पीवैक्सीन पशुओं का रक्षक
बायोलम्पीवैक्सीन दुनिया की पहली ऐसी वैक्सीन है, जो लम्पी स्किन डिजीज से पशुओं को बचाती है। इसे भारत बायोटेक की कंपनी बायोवेट और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने मिलकर बनाया है। ये वैक्सीन खास है, क्योंकि ये डॉक्टरों को ये समझने में मदद करती है कि कौन-सा पशु वैक्सीनेटेड है और कौन-सा बीमारी से ग्रस्त है। इससे बीमारी पर नजर रखना और उसे रोकना आसान हो जाएगा। इस वैक्सीन को फरवरी 2025 में नेशनल ड्रग रेगुलेटर (CDSCO) से मंजूरी मिली थी।
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वैक्सीन कैसे काम करती है?
ये वैक्सीन पशुओं को लम्पी वायरस से लड़ने की ताकत देती है। इसे साल में एक बार लगाना होता है, और ये हर उम्र के गायों और भैंसों के लिए सुरक्षित है। वैक्सीन की एक शीशी में 25 से 100 डोज होती हैं, और इसे 2 से 8 डिग्री तापमान पर रख सकते हैं। मतलब, गाँव में इसे आसानी से स्टोर किया जा सकता है। वैक्सीन लगाने के बाद पशु बीमारी से बचे रहते हैं, और दूध का उत्पादन भी बना रहता है। इससे पशुपालकों का नुकसान कम होगा।
पशुपालकों के लिए सलाह
लम्पी स्किन डिजीज से बचने के लिए वैक्सीन के साथ-साथ कुछ देसी नुस्खे भी आजमाएँ। अपने पशुओं को साफ-सुथरे तबेले में रखें। मच्छर और कीटों से बचाव के लिए नीम का धुआँ या कीटनाशक स्प्रे करें, क्योंकि ये कीट बीमारी फैलाते हैं। बीमार पशु को तुरंत अलग करें, ताकि बाकी पशुओं को नुकसान न हो। अपने नजदीकी पशु चिकित्सक से बायोलम्पीवैक्सीन के बारे में पूछें और इसे समय पर लगवाएँ। गाँव के पशु चिकित्सा केंद्र से वैक्सीन और सलाह ले सकते हैं।
पशुपालन को बढ़ावा
लम्पी स्किन डिजीज की वजह से पशुपालकों को बड़ा नुकसान हुआ है। लेकिन बायोलम्पीवैक्सीन के आने से अब पशुओं की सेहत और दूध के धंधे को बचाना आसान हो गया है। ये वैक्सीन न सिर्फ पशुओं को बीमारी से बचाएगी, बल्कि दूध की पैदावार बढ़ाकर पशुपालकों की कमाई को भी बढ़ाएगी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वैक्सीन से पशुधन विकास में 20 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। तो, अपने पशुओं को ये वैक्सीन जरूर लगवाएँ और अपने धंधे को मजबूत करें।
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