अब विदेशों में मिलेगा बिहार का चूड़ा, केंद्र सरकार निर्यात के लिए बनाएगी योजना, जानें खास बातें

बिहार के किसानों, लिए एक बड़ी खुशखबरी! अब बिहार का मशहूर चूड़ा विदेशी बाजारों में अपनी पहचान बनाएगा। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में ऐलान किया कि बिहार के चूड़ा को अंतरराष्ट्रीय बाजार में निर्यात करने के लिए केंद्र सरकार एक विशेष योजना तैयार करेगी। यह खबर बिहार के किसानों, विशेषकर मिथिला क्षेत्र के लोगों के लिए गर्व और उत्साह की बात है, जहाँ दही-चूड़ा न केवल भोजन, बल्कि संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। यह योजना न सिर्फ किसानों की आय बढ़ाएगी, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर ले जाएगी। आइए, इस योजना और इसके लाभों को विस्तार से समझें।

मिथिला का दही-चूड़ा: बिहार की शान

मिथिला क्षेत्र में दही-चूड़ा का विशेष महत्व है। यहाँ हर घर में सुबह का नाश्ता हो या मकर संक्रांति का पर्व, दही-चूड़ा हर अवसर पर छाया रहता है। चूड़ा, जो धान से बनता है, अपनी कुरकुरी बनावट और हल्के स्वाद के लिए जाना जाता है। मिथिला के लोग इसे ताजा दही, गुड़, या फलों के साथ बड़े चाव से खाते हैं। यह न केवल पौष्टिक है, बल्कि आसानी से पचने वाला भी है। अब केंद्र सरकार की नई योजना के जरिए यह पारंपरिक व्यंजन विदेशों में बिहार की पहचान बनने जा रहा है।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चूड़ा की पैकेजिंग, गुणवत्ता, और निर्यात की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए सरकार कदम उठाएगी, ताकि यह वैश्विक बाजार में अपनी जगह बना सके।

केंद्र सरकार की योजना: चूड़ा निर्यात का रास्ता

केंद्र सरकार की यह योजना बिहार के किसानों और छोटे उद्यमियों के लिए एक सुनहरा अवसर है। शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि चूड़ा उत्पादन से लेकर पैकेजिंग और निर्यात तक की पूरी प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए विशेष रणनीति बनाई जाएगी। इसके तहत चूड़ा उत्पादकों को आधुनिक तकनीक, प्रशिक्षण, और वित्तीय सहायता दी जाएगी। निर्यात के लिए गुणवत्ता मानकों को पूरा करने के लिए खाद्य सुरक्षा और पैकेजिंग पर ध्यान दिया जाएगा।

सरकार का लक्ष्य है कि बिहार का चूड़ा अमेरिका, यूरोप, और खाड़ी देशों जैसे बाजारों में पहुँचे, जहाँ भारतीय व्यंजनों की मांग बढ़ रही है। यह योजना बिहार के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और रोजगार सृजन में भी मदद करेगी।

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  • Dharmendra

    मै धर्मेन्द्र पिछले तिन साल से पत्रकारिता कर रहा हूँ मै ugc नेट क्वालीफाई हूँ भूगोल विषय से मै एक विषय प्रवक्ता हूँ , मुझे कृषि सम्बन्धित लेख लिखने में बहुत रूचि है मैंने सम्भावना संस्थान हिमाचल प्रदेश से कोर्स किया हुआ है |

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