Today Mandi Rate: खरीफ सीजन 2025 में बारिश ने किसान भाइयों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंडियों में हल्की क्वालिटी की फसलों की आवक बढ़ गई है, जिससे दाम कम मिल रहे हैं। आलू, प्याज, और लहसुन की बंपर आवक हो रही है, लेकिन बारिश के कारण क्वालिटी प्रभावित होने से किसानों को कम दाम पर माल बेचना पड़ रहा है। छावनी, सैलाना, और नामली मंडियों में चना, गेहूं, सोयाबीन, मक्का, और मसूर के भाव भी स्थिर हैं, लेकिन बारिश का असर इन पर भी दिख रहा है।
मंडी में हल्की फसलों की बढ़ती आवक
इस सीजन में बारिश ने फसलों की क्वालिटी पर बुरा असर डाला है। छावनी मंडी में आलू की 8,000 कट्टे, प्याज की 30,000 कट्टे, और लहसुन की 6,000 कट्टे की आवक हुई। हल्की क्वालिटी के कारण आलू चिप्स 1,450-1,650 रुपये, ज्योति 1,400-1,600 रुपये, और गुल्ला 600-700 रुपये प्रति क्विंटल बिका। प्याज में महाराष्ट्र का 1,100-1,300 रुपये और लोकल 800-900 रुपये प्रति क्विंटल रहा। लहसुन सुपर बोल्ड 8,000-9,000 रुपये और बारीक 2,500-3,000 रुपये प्रति क्विंटल मिला। सैलाना और नामली मंडियों में भी हल्की फसलों की आवक बढ़ी है, जिससे दाम स्थिर या कमजोर हैं। व्यापारियों का कहना है कि बारिश थमने के बाद क्वालिटी सुधरने पर दाम बढ़ सकते हैं।
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छावनी, सैलाना, और नामली मंडियों के ताजा भाव
छावनी मंडी में चना कांटा 6,000-6,050 रुपये, डंकी चना 5,100-5,300 रुपये, और विशाल 5,750-5,850 रुपये प्रति क्विंटल रहा। गेहूं लोकवन 2,800-2,850 रुपये, मक्का 2,175-2,200 रुपये, और मसूर 6,300 रुपये प्रति क्विंटल बिका। सैलाना मंडी में सोयाबीन 2,990-7,416 रुपये, चना 4,300-5,748 रुपये, और गेहूं 2,300-3,000 रुपये प्रति क्विंटल रहा। नामली मंडी में गेहूं लोकवन 2,350-2,625 रुपये, सोयाबीन 3,800-4,326 रुपये, और लहसुन 1,800-11,600 रुपये प्रति क्विंटल बिका। नीचे दी गई तालिका में प्रमुख फसलों के भाव दिए गए हैं:
फसल | मंडी | न्यूनतम भाव (₹/क्विंटल) | अधिकतम भाव (₹/क्विंटल) |
---|---|---|---|
आलू | छावनी | 600 | 1,650 |
प्याज | छावनी | 400 | 1,300 |
लहसुन | छावनी | 2,500 | 9,000 |
चना | छावनी | 5,100 | 6,050 |
गेहूं | छावनी | 2,600 | 2,850 |
सोयाबीन | छावनी | 4,200 | 4,400 |
मसूर | छावनी | 6,300 | 6,300 |
मक्का | छावनी | 2,175 | 2,200 |
आलू | सैलाना | 600 | 1,611 |
प्याज | सैलाना | 100 | 1,231 |
लहसुन | सैलाना | 1,000 | 11,701 |
चना | सैलाना | 4,300 | 5,748 |
गेहूं | सैलाना | 2,300 | 3,000 |
सोयाबीन | सैलाना | 2,990 | 7,416 |
प्याज | नामली | 151 | 600 |
लहसुन | नामली | 1,800 | 11,600 |
गेहूं | नामली | 2,350 | 2,625 |
सोयाबीन | नामली | 3,800 | 4,326 |
सोयाबीन और दालों के प्लांट भाव
सोयाबीन के प्लांट भाव में भी उतार-चढ़ाव है। छावनी मंडी में सोयाबीन 4,200-4,400 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जबकि प्लांट्स में भाव अलग-अलग हैं। उदाहरण के लिए, बैतूल सतना 4,475 रुपये, मालेगांव 4,560 रुपये, और कोटा में महेश 4,650 रुपये प्रति क्विंटल रहा। चना दाल 7,300-8,100 रुपये, मसूर दाल 7,800-8,100 रुपये, और मूंग दाल 8,700-9,300 रुपये प्रति क्विंटल बिकी। प्लांट्स में ऊंचे दाम मिलने से किसान वहां बेचने को प्राथमिकता दे रहे हैं, लेकिन मंडी में तुरंत बिक्री के लिए कम दाम स्वीकार करने पड़ रहे हैं।
बारिश का फसलों पर असर
बारिश ने आलू, प्याज, और लहसुन की क्वालिटी को प्रभावित किया है। हल्की क्वालिटी की फसलों की बढ़ती आवक से दाम कम हो रहे हैं। मक्का, चना, और मसूर की फसलों में भी नमी के कारण नुकसान हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि बारिश थमने और नई फसल की आवक कम होने पर दाम बढ़ सकते हैं। मई 2025 में इंदौर मंडी में प्याज 2,351 रुपये तक बिका, और लहसुन 5,500-12,635 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जो बारिश के असर को दर्शाता है।
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