हमारे देश के किसान भाई दिन-रात मेहनत करके खेतों में अनाज और सब्जियाँ उगाते हैं, लेकिन ऊँची क्यारियाँ बनाना, ड्रिप लाइन बिछाना, प्लास्टिक मल्च लगाना और बीज बोना जैसे कामों में खूब समय और मेहनत लगती है। पहले एक हेक्टेयर जमीन पर ये सारे काम करने के लिए 29 मजदूरों की जरूरत पड़ती थी। लेकिन अब भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने एक ऐसी ट्रैक्टर चालित मशीन बनाई है, जो इन सारे कामों को एक साथ आसानी से कर देती है। यह मशीन किसानों की मेहनत को कम करती है और जेब को हल्का होने से बचाती है।
मशीन का कमाल
इस मशीन में ट्रैक्टर की ताकत का पूरा फायदा उठाया गया है। यह ट्रैक्टर की हाइड्रोलिक प्रणाली से चलने वाली मोटर और चेन-स्प्रोकेट सिस्टम के जरिए काम करती है। एक खास मैकेनिज्म मिट्टी में सटीक तरीके से बीज बोता है, ताकि फसल अच्छी हो। बीज बोने के लिए मशीन में वैक्यूम सिस्टम है, जो ट्रैक्टर के पीटीओ से चलता है। यह सिस्टम बीज को सही जगह पर डालता है, खासकर जब प्लास्टिक मल्च का इस्तेमाल हो। यह मशीन एक बार में क्यारियाँ बनाती है, ड्रिप लाइन बिछाती है, मल्च लगाती है और बीज बो देती है। इससे किसान का समय और पैसा दोनों बचता है।
मेहनत और खर्च में कमी
इस मशीन की खास बात यह है कि यह 26 मजदूरों की मेहनत बचा देती है। पहले जहाँ इतने सारे कामों के लिए ढेर सारे लोगों की जरूरत पड़ती थी, अब यह मशीन अकेले ही सब संभाल लेती है। यह हर घंटे 0.2 हेक्टेयर जमीन पर काम कर सकती है और 74 फीसदी कुशलता के साथ 1.7 किमी/घंटा की रफ्तार से चलती है। मशीन की चौड़ाई 1 मीटर तक है, और यह कतारों की दूरी 0.5 से 0.9 मीटर और पौधों की दूरी 0.2 से 0.6 मीटर रख सकती है। इसकी कीमत करीब 3 लाख रुपये है, और इसे चलाने का खर्च 1500 रुपये प्रति घंटा है। यह मशीन छोटे और बड़े, दोनों तरह के किसानों के लिए फायदेमंद है।
इस मशीन से खेती का हर काम तेज और सटीक हो जाता है। चाहे ऊँची क्यारियाँ बनानी हों या ड्रिप लेटरल बिछाना, यह मशीन सब कुछ एक साथ कर देती है। खास बात यह है कि यह प्लास्टिक मल्च के नीचे बीज बोने का काम भी आसानी से करती है। इससे फसल की गुणवत्ता बढ़ती है और पानी की भी बचत होती है। यह मशीन उन फसलों के लिए बेस्ट है, जिन्हें प्लास्टिक मल्च और ड्रिप सिंचाई की जरूरत होती है। गाँवों में किसान भाई इसे आजमाकर अपनी खेती को आसान बना रहे हैं।
भोपाल स्थित ICAR – CIAE ने किसानों के हित में अद्भुत नवाचार किया है। CIAE द्वारा विकसित ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर मशीन से ऊँचे क्यारियों का निर्माण, ड्रिप लेटरल और प्लास्टिक मल्च बिछाना तथा मल्च के नीचे बीज बोने का कार्य सरलता से होगा।
किसान भाई इस तकनीक का… pic.twitter.com/7w2zHg7YCI
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 22, 2025
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सरकार का साथ
सरकार भी किसानों को आधुनिक खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इस मशीन को खरीदने के लिए कई राज्यों में सब्सिडी दी जा रही है। अपने नजदीकी कृषि केंद्र पर जाकर आप इसकी जानकारी ले सकते हैं। साथ ही, सरकार ड्रिप सिंचाई और जैविक खेती के लिए भी कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं का फायदा उठाकर आप इस मशीन को अपने खेत में ला सकते हैं और खेती को और फायदेमंद बना सकते हैं।
मुनाफे का नया रास्ता
ICAR की इस मशीन ने खेती को एक नया मोड़ दिया है। यह न सिर्फ मेहनत और समय बचाती है, बल्कि खर्च भी कम करती है। छोटे किसान भी इसे किराए पर लेकर अपनी फसल तैयार कर सकते हैं। इससे न सिर्फ उत्पादन बढ़ता है, बल्कि बाजार में फसल की क्वालिटी भी बेहतर रहती है। अगर आप भी अपनी खेती को आसान और मुनाफेदार बनाना चाहते हैं, तो इस मशीन को जरूर आजमाएँ।
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